Ashok Gehlot : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मावंडिया के पत्र को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक मजाक करार देते हुए कहा है, कि अगर केंद्र मुझे और राहुल गांधी को पत्र लिखने की बजाए पहले sop लागू करता और फिर यात्रा को लेकर अपनी बात रखता तो अलग बात होती,
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Ashok Gehlot : चीन समेत कई देशों में कोरोनावायरस के फिर से सक्रिय होने से भारत में भी चिंताएं बढ़ती दिखी हैं. लेकिन इन चिंताओं के बीच राज्यों या पूरे देशभर के लिए स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर यानि SOP जारी किए बिना केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मावंडिया ने जब राहुल गांधी को यात्रा रोकने की अपील का पत्र लिखा ,तो इसे लेकर कांग्रेस ने सवाल खड़े किए हैं.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस पत्र को एक मजाक करार देते हुए कहा है, कि अगर केंद्र मुझे और राहुल गांधी को पत्र लिखने की बजाए पहले sop लागू करता और फिर यात्रा को लेकर अपनी बात रखता तो अलग बात होती. गहलोत ने कहा कि, यात्रा जिस दिन प्रदेश में खत्म हो रही थी उस दिन 21 को एक पत्र सामने आता है, जो मंत्री ने सीएम और राहुल गांधी को लिखा, इसको हम क्या कहेंगे? यह क्या मजाक है? सीएम ने कहा कि सांसदों ने 20 को केंद्र को पत्र लिखा और 21 को उन्होंने आगे पत्र लिख दिया. सीएम गहलोत ने कहा कि अगर प्रोटोकॉल कोई होता और कोरोना की sop होती,जो भारत सरकार की अलग होती है? राज्य के अलग होती है, तो बात अलग होती.
गहलोत ने कहा कि गाइडलाइन का एक प्रोसेस होता है. अभी देश में कोरोना को लेकर सारे नियम कायदे हट चुके हैं . सीएम ने कहा कि या तो केंद्र पहले उसको लगा देता और फिर हमे कहते कि हमने यह कानून लागू कर दिए और आप इनका ध्यान रखें. सीएम बोले कि पता नहीं उनको क्या ध्यान में आया और अचानक मीटिंग बुलाई?
गहलोत ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा को आम जनता का जो एक्स्ट्राऑर्डिनरी रेस्पॉन्स मिल रहा है, केंद्र की मोदी सरकार उससे घबरा गयी. सीएम बोले कि, उसी घबराहट का नतीजा है कि वह इस तरह बर्ताव कर रही है. गहलोत ने कहा कि मैंने तो पहले भी कहा था कि मोदी सरकार इस यात्रा से हिल गई है. सीएम बोले कि यात्रा को जिस तरह से आम जनता का समर्थन मिल रहा है, उससे यह लोग घबरा गए हैं और हड़बड़ाहट में यह इस तरह की बातें कर रहे हैं. इससे इनकी और ज्यादा किरकिरी हो रही है. उधर गहलोत ने केंद्र सरकार से यह अपील करते हुए कहा कि वह समय-समय पर आम जनता को विदेश में चल रही स्थिति को लेकर अवगत करवाएं और जो जिनोम सीक्वेंसिंग की बात कही जा रही है राजस्थान में यह सुविधा मौजूद है और राजस्थान इसे फॉलो करेगा .
उधर पीसीसी चीफ गोविंद डोटासरा बोले कि देश में नहीं, बल्कि केवल भाजपा को पॉलिटिकल कोरोना हुआ. डोटासरा ने भी स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मावंडिया के पत्र को लेकर कहा कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में जो जनसैलाब आ रहा है उसके चलते यह वास्तविकता में भाजपा और केंद्र में सत्ता में बैठे लोगों को कोविड- हुआ है .
डोटासरा ने कहा कि इस यात्रा से जो मैसेज गया है उससे भाजपा बौखला गई है,ओर उस यात्रा से ही भाजपा को कोविड हुआ है जिससे यह बौखला गई है. छोटा सा ने कहा कि अगर भारत सरकार को कोई कार्यवाही करनी थी तो चिट्ठी राहुल गांधी को नहीं लिखनी चाहिए थी, उनको एक्शन लेना चाहिए था ओर कोरोना की गाइडलाइन जारी करनी थी . डोटासरा ने कहा कि अगर कोरोना था तो केंद्र सरकार को पूरे देश में गाइडलाइन जारी करनी थी ,राज्य सरकार को लेटर लिखते सभी स्टेट के सीएस को लेटर लिखते और बताते कि किस तरीके से वैरीअंट आ रहा है तब तो समझ में आता. यह तो पॉलिटिकल कोविड है इसका कोई इलाज भी नहीं है. वहीं उन्होंने भाजपा की जन आक्रोश यात्रा को लेकर कहा कि सतीश पूनिया ने पहले कहा जनाक्रोश यात्रा नहीं निकलेगी, फिर कहा यात्रा निकलेगी. दितासरा बोले कि ऐसे में कहा जा सकता है कि यह तो आपस में जनाक्रोश निकाल रहे है.