मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य में शहरी बेरोजगारों को तोहफा दिया है. सीएम ने शुक्रवार को जयपुर में इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना की शुरुआत कीइस कार्यक्रम के मौके पर मुख्यमंत्री गहलोत ने राज्य कांग्रेस सरकार की उपलब्धियों और योजनाओं के बलबूते पर जनता से अगले विधानसभा चुनाव में सरकार की ''गारंटी'' भी मांगी.
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Jaipur: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य में शहरी बेरोजगारों को तोहफा दिया है. सीएम ने शुक्रवार को जयपुर में इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना की शुरुआत कीइस कार्यक्रम के मौके पर मुख्यमंत्री गहलोत ने राज्य कांग्रेस सरकार की उपलब्धियों और योजनाओं के बलबूते पर जनता से अगले विधानसभा चुनाव में सरकार की ''गारंटी'' भी मांगी. इसके साथ ही केंद्र सरकार और भाजपा नेताओं पर भी हमला बोलाइस मौके पर गहलोत ने प्रदेशभर की 200 से ज्यादा नगरीय निकायों में लगभग 2 लाख 25 हजार लोगों को जॉब कार्ड बांटे.
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राजस्थान में मनरेगा की तर्ज पर राज्य सरकार ने शहरी बेरोजगारों को रोजगार देने के लिए इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना शुरू की है. इस मौके पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मौजूद लोगों को सरकार की योजनाएं और उपलब्धियां गिनाईं. वहीं साथ ही साथ सीएम ने इसके बदले अगले विधानसभा चुनावों में पुन: कांग्रेस सरकार की गांरटी मांग कर ली.
मुख्यमंत्री गहलोत ने मौजूद लोगों से कहा कि हमारी टीम में कोई कमी नहीं है, शानदार बजट के लिए हर तरफ तारीफ हो रही है. अब यह आपके ऊपर है आप इन स्कीमों का फायदा कैसे उठाएं . यह आपके और हमारे सोचने की बात है.
उन्होंने कहा कि जिस शहर ने 5 एमएलए दिए हैं, भला उसे हम कैसे भूल सकते हैं. हम कोशिश कर रहे हैं कि सब परिवारों को सोशल सिक्योरिटी मिले. मुख्यमंत्री गहलोत ने रफीक खान, महेश जोशी, प्रताप सिंह खाचरियावास, अमीन कागजी और गंगादेवी का नाम लेकर कहा कि इस बार आपने पांच सीटें जिताई है जयपुर में, अब आने वाले चुनाव में सभी सीटें जितवाओ. आप सरकार के नुमाइंदे हैं.
शहरी गारंटी योजना रेवड़ी है क्या ?
मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि प्रधानमंत्री कहते हैं कि रेवड़ियां बंट रही हैजौहरी बाजार में ठेले वाले खड़े रहते हैं, तिलपट्टी, रेवड़ी बेचते हैं उसको रेवड़ी कहते हैं.गहलोत ने कहा कि यह रेवड़ी नहीं है, इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना है यह रेवड़ी है ?हमने लोगों का फ्री इलाज शुरू कर दिया जिससे लोगों को गहने नहीं बेचने पड़े, इलाज के लिए पैसे खर्च नहीं हो.हमने 10 लाख का बीमा कर दिया, क्या यह रेवड़ी है ? हमने चाहा कि चिरंजीवी योजना में 5लाख का बीमा साथ के साथ मिले.
मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि सरकार ने 4 बजट के अंदर शानदार योजनाएं दी है. हमने ऐसे फैसले किए हैं जिसमें गरीब भला जो, अंतिम छोर पर बैठे व्यक्ति को योजना का फायदा मिलाइतनी शानदार योजना आपके सामने है, इसका लाभ मिलेगा.
कार्यक्रम बीजेपी के विधायक रहे नदारद
कार्यक्रम में शहर के सभी विधायकों को आमंत्रित किया गया था. लेकिन कांग्रेस विधायक प्रताप सिंह खाचरियावास कार्यक्रम में नहीं पहुंचे. इसी तरह ग्रेटर नगर निगम महापौर सौम्या गुर्जर भी कार्यक्रम में नहीं आईं. उनका निमंत्रण पत्र पर भी नाम नहीं था. विधायक नरपत सिंह राजवी का नाम भी निमंत्रण पत्र में नहीं था. जबकि विधायक कालीचरण सराफ और अशोक लाहोटी का नाम निमंत्रण पत्र पर अंकित था, लेकिन वो दोनों भी कार्यक्रम में नहीं आए.
मुख्यमंत्री ने राज्य में की गई सभी योजनाओं के बारे में कहा कि, UPA सरकार ने कानून बनाकर शिक्षा, रोजगार, चिकित्सा, भोजन और सूचना का अधिकार दिया. सरकार चाहे कोई भी हो कानून बन गया, उसे लागू करना ही पड़ेगा.
राजस्थान सरकार ने 10 लाख का बीमा फ्री दिया है, इलाज के बाद भी पैसा बचे तो वो परिवार के काम आ सकता हैकांग्रेस ने कच्ची बस्तियों का विकास किया है. लोग इच्छा से नहीं बल्कि मजबूरी में जाकर बस्ती में रहते हैं हमने कच्ची बस्तियों में पानी, बिजली और स्वास्थ्य की सुविधाएं दी. उन्हें पक्का किया. पट्टे दिए जिसकी कीमत पांच सौ रूपए रखी इसके लिए कई संशोधन किए जिससे वह में पट्टा ले पाए. इसके बाद आपके जन प्रतिनिधियों मेयर, पार्षद की ड्यूटी है वह लोगों को पट्टे कैसे दिलवाएं.
अधिकरियों को दी चेतावनी
सरकारीयोजनाओं को धरातल सही तरीके से लागू ना करने के वाले अधिकारियों पर कार्रवाई करने की बात भी कही. उन्होंने कहा कि, जो भी अधिकारी योजनाओं को लागू नहीं करते ह उनके नाम बताएं उनपर कर्रवाई की जाएंगी. उन्हेंसस्पेंड किया जा सकता है. अधिकारियों को तय करना होगा कि स्कीम की जानकारी हर व्यक्ति और परिवार को मिले, इसके लिए हर स्तर पर स्थानीय अधिकारी प्रचार प्रसार करेंगे.
मंहगाई पर भी बोले गहलोत
महंगाई को लेकर हमने दिल्ली में बड़ी रैली का आयोजन किया गया था. लेकिन वो हमारी केंद्र के साथ अलग लड़ाई है, महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए उन्हें निशुल्क मोबाइल इंटरनेट के साथ दिया जाएगा. जिससे गर तबगे के बच्चे पढ़ सके. इसी प्रयासो के कारण किसान भी समझ गए हैं कि बच्चों का भविष्य अंग्रेजी के साथ है. महात्मा गांधी अंग्रेजी स्कूल गरीबों के लिए बहुत बड़ा वरदान है
आज हर काम में हमने भागीदारी निभाई है चाहे वह चिरंजीवी योजना शहरी रोजगार गारंटी योजना हो या पेंशन हो.
मोदीजी देश से अपील करें, सब अमन शांति, प्यार, भाईचारा और मोहब्बत के साथ रहें. सभी जाति धर्म के लोग आपस में साथ रहें और घृणा से दूर रहे, हिंसा बर्दाश्त नहीं करूंगा. इस बात में पीएम मोदी को क्या दिक्कत है. हम पेंशन में 8000 करोड रुपए खर्च कर रहे, वहीं केंद्र ने 350 करोड रुपए कर दिए . हम लाभार्थी को 1000 रुपए देते है, वहीं केंद्र 200 या 300 रुपए देते हैं . हम चाहते हैं केंद्र सरकार भी 1000 रुपये दें.
ईआरसीपी पर गहलोत ने कहा कि ERCP योजना का प्रधानमंत्री ने वादा किया था, लेकिन अब लागू नहीं कर रहे. योजना की जरूरत है वह अपना काम करें हम योजना को पूरी करके रहेंगे. पता नहीं कौन पीएम को सलाह दे रहा है. हर घर नल कनेक्शन पर सीएम ने कहा कि यूपी, तमिलनाडू व केरल में गांव पास पास हैं, वहीं राजस्थान में दूरी है ऐसे में केंद्र को राज्य की भौगोलिक दृष्टि को ध्यान में रख बजट देना चाहिए. पानी के मंत्री राजस्थान के ही हैं उन्हें राजस्थान की की भौगोलिक स्थिति की पूरी जानकारी है. ऐसे में योजना बनाते समय इसका ध्यान रखना चाहिए. महिलाओं के पैड को लेकर सीएम ने कहा कि संकोचवश अभी महिलाएं बता नहीं पाती है. वसुधंरा सरकार ने स्कूली बच्चियों पैड देना शुरू किया, लेकिन आम महिलाओं के लिए योजना शुरू की है.
हर वार्ड में रोजगार, सो दिन मिलेगा काम
नगरीय विकास मंत्री शांतिधारीवाल ने कहा कि योजना के तहत हर वार्ड में रोजगार, हर व्यक्ति को 100 दिन का रोजगार मिलेगा चाहे कभी भी हो. इसके लिए राज्य सरकार ने 800 करोड़ का प्रावधान किया है. इसके तहत हर निगम में 20 करोड़,परिषद में 6 करोड़, पालिका मे 2 करोड़ का बजट रखा गया हैमुख्यमंत्री की मंशा है कि हर हाथ को रोजगार और हर चेहरे पर मुस्कान रहनी चाहिए.
धारीवाल ने कहा कि गरीबों के प्रति मदद की सोच रखने वाले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत . संवेदनशील है मुख्यमंत्री अशोक गहलोत. सीएम चाहते हैं कि शहर कोई भी मजदूर बेरोजगार नजर नहीं आएगा, क्योंकि सरकार की इच्छा हर मजदूर को काम मिले.
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