राजस्थान में नौकरशाहों पर मुखिया सख्त, एक ऐप से होगा अटेंडेंस पर कंट्रोल, इसे सभी विभागों में लागू कर सकते हैं सीएस
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राजस्थान में नौकरशाहों पर मुखिया सख्त, एक ऐप से होगा अटेंडेंस पर कंट्रोल, इसे सभी विभागों में लागू कर सकते हैं सीएस

Rajasthan News: राजस्थान में नई सरकार बनने पर हर जगह नए बदलाव दिख रहे हैं, अब राज्य के मुख्य सचिव सुधांश पंत के निरीक्षण के बाद से सभी विभागों में हलचल तेज हो गई है.एक ऐप काफी चर्चा में है. 

फाइल फोटो.

Rajasthan News: राजस्थान में नौकरशाहों को वक्त पर दफ्तर आने को लेकर मुखिया सख्त हो गए है.जेडीए में मुख्य सचिव सुधांश पंत के निरीक्षण के बाद से सभी विभागों में हलचल तेज हो गई है.अब सीएस एम्प्लाइज को दफ्तर में समय पर बुलाने के लिए बड़ा फैसला ले सकते हैं.आखिरकार नए अटेंडेंस सिस्टम से आम व्यक्ति का क्या फायदा होगा.

एसएसओ-अटेंडेंस मैनेजमेंट सिस्टम लागू हो सकता

अक्सर सरकारी दफ्तरों में सबसे ज्यादा शिकायतें ये रहती है कि आम लोगों का समय पर काम नहीं होता,इसकी सबसे बड़ी वजह ये रहती है कि अधिकारी अपनी सीट पर नहीं होते.लेकिन मुख्य सचिव सुधांश पंत ने नौकरशाहों,अफसरों और कर्मचारियों को समय से दफ्तर बुलाने का फार्मूला ढूंढ लिया है.सामाजिक न्याय अधिकारिता विभाग की तर्ज पर सभी विभागों में एसएसओ-अटेंडेंस मैनेजमेंट सिस्टम लागू हो सकता है.इस एप की सबसे खास बात ये है कि विभाग की वेबसाइट पर आम व्यक्ति देख पाता है कि कौनसा अफसर दफ्तर में है या नहीं.

क्या है एएमएस एप

सामाजिक न्याय विभाग में एएमएस एप यानि अटेंडेंस मैनेजमेंट सिस्टम एप लागू किया गया है,जिसके जरिए डिपार्टमेंट के एप्पलाइज इस एप के जरिए रोजाना अपनी अटेंडेंस लगाते है.खास बात ये है कि एप में अटेंडेंस केवल दफ्तर के परिसर में ही लग पाएगी,यदि एम्प्लॉई दूसरी लोकेशन से अटैडेंस लगाएगा तो उनकी चोरी पकडी जाएगी और लोकेशन ट्रेस होकर रिकॉर्ड में आ जाएगी.विभाग के सीनियर अफसरों को ये पता लग जाता है कि वो एम्प्लॉई ऑफिस में मौजूद ही नहीं है.

आम व्यक्ति को क्या फायदा होगा

यदि ये एप सभी विभागों में लागू होता है तो आम व्यक्ति ऑनलाइन ही देख पाएंगे कि वो अधिकारी या कर्मचारी सीट पर है या नहीं.खासकर डॉक्टर,शिक्षक,इंजीनियर और दूसरे एम्पलाइज के पास आने से पहले आम व्यक्ति लोकेशन देख पाएंगे.कल ही मुख्य सचिव को निरीक्षण के दौरान खामियां मिली थी.जिसके बाद जेडीए सचिव आईएएस नलिनी कठोतिया को अतिरिक्त आयुक्त आनंदी लाल वैष्णव,उपायुक्त प्रवीण कुमार एपीओ किया गया.संभवतया यह पहला मौका होगा जब किसी आईएएस को दफ्तर में नदारद रहने पर एपीओ किया गया.

एंप्लाइज की लोकेशन ट्रेस होती है

एएमएस ऐप बनाते समय जिओ मैपिंग का ध्यान रखा गया है.एसजेई डिपार्टमेंट के डायरेक्ट्रेट,हॉस्टल,स्कूल,कॉलेज सभी दफ्तरों की पहले जिओ मैपिंग की गई.जिसमें ऑफिस की परिधि के 250 मीटर तक ही इस ऐप के जरिए अटेंडेंस की जाती है.इस एप में MARK IN,MARK OUT,OUT OF OFFICE और ON LEAVE का ऑप्शन दिए है.

जानें किसने बनवाया था ये एप्लीकेशन

एम्प्लॉई को अटेंडेंस लगानी है तो मार्क इन,समय पूरा होने के बाद दफ्तर छोड़ने पर MARK OUT. यदि ऑफिस टाइम में दफ्तर के काम से बाहर जाना हो तो OUT OF OFFICE और छुट्टी पर है तो ON LEAVE पर मार्क करते है.ये एप्लीकेशन विभाग के तत्कालीन सचिव समित शर्मा ने डवलप किया था.

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