राजस्थान के सियासी सकंट के बाद राहुल गांधी से अशोक गहलोत की मुलाकात, मुख्यमंत्री की बॉडी लैग्वेज से ही खुल जाएगा राज
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राजस्थान के सियासी सकंट के बाद राहुल गांधी से अशोक गहलोत की मुलाकात, मुख्यमंत्री की बॉडी लैग्वेज से ही खुल जाएगा राज

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कांग्रेस आलाकमान के बुलावे पर कर्नाटक पहुंच चुके हैं, उम्मीद है कि आज राहुल गांधी से बातचीत के बाद राजस्थान की धुंधली सियासी तस्वीर साफ हो जाए.

राजस्थान के सियासी सकंट के बाद राहुल गांधी से अशोक गहलोत की मुलाकात, मुख्यमंत्री की बॉडी लैग्वेज से ही खुल जाएगा राज

Rajasthan Politics : कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए जारी घमासान के बीच राजस्थान की सियासी जंग क्या आज खत्म हो जाएगी, क्या आज राहुल गांधी और अशोक गहलोत के बीच बातचीत के बाद राजस्थान में मुख्यमंत्री के पद को लेकर चली आ रही दौड़ खत्म होगी और क्या आज आगामी राजस्थान विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की तरफ से मुख्यमंत्री पद के चेहरे को लेकर कोई संकेत मिल जाएगा, ये वो सारे सवाल हैं जो सियासी गलियारे में सुनाई दे रहे हैं.

फिलहाल कांग्रेस आलाकमान के बुलावे के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कर्नाटक पहुंच चुके हैं. राजस्थान में विधायक दल की बैठक के बहिष्कार के बाद अशोक गहलोत और राहुल गांधी का पहली बार आमना सामना होगा. भारत जोड़ों यात्रा में इससे पहले सीएम अशोक गहलोत 22 सिंतबर को कोच्चि आये थे और राहुल गांधी से कांग्रेस अध्यक्ष पद को संभालने का आग्रह किया था. 

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लेकिन राहुल गांधी ने कहा था कि गांधी परिवार का कोई भी व्यक्ति अध्यक्ष नहीं बनेगा. इसके बाद अशोक गहलोत कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल करने को राजी हो गये थे. लेकिन बाद में राजस्थान में गहलोत गुट के हंगामे के चलते सीएम गहलोत कांग्रेस अध्यक्ष पद का नामांकन भरने से पीछे हट गये और सोनिया गांधी से माफी भी मांगी.

माना जा रहा है कि राहुल गांधी के सामने भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत स्थिति स्पष्ट करेंगे और माफी मांग सकते हैं. इधर गहलोत गुट के शांति धारीवाल, महेश जोशी और धर्मेंद्र राठौड़ पर भी कांग्रेस अध्यक्ष से माफी मांग ली है. अभी तक इन तीनों पर कोई एक्शन नहीं लिया गया है जिसका मतलब है कि शायद माफी मिल भी चुकी है.

इधर 17 अक्टूबर को कांग्रेस अध्यक्ष के लिए वोटिंग है. जिसके चलते भी कोई कड़ी बात होने की उम्मीद कम ही है. राजस्थान में जल्द विधानसभा चुनाव होने हैं ऐसे में  कांग्रेस आलाकमान अभी राजस्थान को लेकर कोई भी ऐसा कदम उठाने से बच सकते हैं, जिससे कांग्रेस को भविष्य में नुकसान हो. 

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