किरोड़ी के धरने पर भड़के गहलोत, भाजपा के सभी विधायकों के सामने सुनाई खरी-खरी
Advertisement

किरोड़ी के धरने पर भड़के गहलोत, भाजपा के सभी विधायकों के सामने सुनाई खरी-खरी

Ashok Gehlot - Kirodi Meena : मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सदन में ही किरोड़ी के धरने पर खरी खरी सुनाई और कहा कि राज्यसभा के सांसद लोगों को लेकर धरने पर बैठे हैं. क्या तुक है.  

किरोड़ी के धरने पर भड़के गहलोत, भाजपा के सभी विधायकों के सामने सुनाई खरी-खरी

Ashok Gehlot - Kirodi Meena : राजस्थान में पेपर लीक का मुद्दा अब विधानसभा में भी गूंज रहा है. जहां एक ओर पिछले कई दिनों से राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा सड़कों पर संघर्ष कर रहे हैं, तो वहीं अब इसकी गूंज सदन में भी सुनाई दे रही है. इसपर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सदन में ही किरोड़ी के धरने पर खरी खरी सुनाई और कहा कि राज्यसभा के सांसद लोगों को लेकर धरने पर बैठे हैं. क्या तुक है.  पेपर लीक राष्ट्र व्यापी समस्या है. कैसे हल करें. हमें जो सुझाव देंगे. हम मानेंगे. 

दरअसल विधानसभा में राज्यापल के अभिभाषण पर चर्चा का जवाब देते हुए सीएम गहलोत ने कहा कि पेपर लीक मामले की सीबीआई क्या कर लेगी जांच करके. सीबीआई ने कोई जांच पहले भी की है क्या. कितने राज्यों में सीबीआई जांच दी गई है. यूपी के अंदर तो एजेंसियों ने मना कर दिया कि हम तो पेपर के हाथ नहीं लगाएंगे. ऐसी स्थित में हम चल रह है. हम चाहेंगे कि इस पर पक्ष-विपक्ष मिलकर तय करें कि भविष्य में पेपर लीक न हो.

 किरोड़ी मीणा का बिना नाम लिए सीएम गहलोत ने कहा कि राज्यसभा के सांसद लोगों को लेकर धरने पर बैठे हैं. क्या तुक है. सरकार ने कोई कमी रखी है क्या. सीएम ने कहा कि राज्यसभा के लोग धरने पर बैठे हैं. यह मुद्दा है. जिसमें पक्ष-विपक्ष की बात नहीं होती है. यह मुद्दा ऐसा है. पेपर लीक राष्ट्र व्यापी समस्या है. कैसे हल करें. हमें जो सुझाव देंगे. हम मानेंगे. अभ्यर्थी का भविष्य है, कोचिंग करता है. पढ़ता है. पैसा खर्च होता है. व्यर्थ नहीं जाना चाहिए. सरकार की तरफ से  और एसओजी की तरफ से कोई कमी रही हो तो हमें बताईये. हम दूर करेंगे. हमारे कुछ साथी तो बेरोजगारों को लेकर ही आंदोलन शुरू करने लग जाते हैं. बेरोजगारों को भड़काते हैं. कब पढ़ाई करेंगे. सड़कों पर आएंगे वो लोग तो पढ़ाई कब करेंगे. बच्चे कब पढ़ाई करेंगे. बच्चों को तो कोई नेता मिलना चाहिए. शुरू हो जाते हैं. यही स्थिति राजस्थान में बनी हुई है.

साथ ही मुख्यमंत्री गहलोत ने अपनी सरकार के कामकाज का बखान करते हुए प्रदेश में बेरोजगारों को दी गई नियुक्तियों का ब्यौरा भी पढ़ा और कहा कि हमारी सरकार ने एक लाख 47 हजार नौकरियां दे दी. 1 लाख 25 हजार नौकरियों की प्रक्रिया चल रही है. एक लाख की हमने घोषणा कर रखी है. सीएम गहलोत ने कहा कि पद हमेशा खाली रहते हैं. भरने की एक प्रक्रिया होती है. 26 लाख अभ्यर्थियों के लिए जनता के सहयोग से हमने रहने एवं खाने की व्यवस्था की. कलेक्टरों को हिदायत दी गई. आप लोगों ने भी सहयोग किया होगा.

उन्होंने कहा कि पेपर लीक हो गया. पेपर लीक तो हर राज्यों में हो रहे हैं. वो अलग बात है, आप कहेंगे कि वहां हो रहे हैं तो यहां होना जरूरी है क्या. मैं मानता हूं इस बात को. पेपर लीक हो रहे हैं. गुजराता में, बिहार में, आंध्रप्रदेश में, हिमाचल प्रदेश में उत्तराखंड में और पश्चिम बंगाल में. बीजेपी के राज में 13 बार पेपर लीक हुए. पहला राज्य राजस्थान है जिसने पेपर लीक करने वालों को जेल में बंद किया है. हमने उनकी बिल्डिंग को ध्वस्त किया है. इसी विधानसभा में कानून पास किया है. हमने नौकरियों से बर्खास्त किया. बता दीजिए किस राज्य ने किया. बीजेपी के राज में सब इंस्पेक्टर में पेपर आउट हो गया. 80 लोग नौकरी में चले गए.

ये भी पढ़ें..

देश के आम बजट से राजस्थान के अन्नदाताओं को उम्मीदें, स्टार्टअप, सब्सिडी में दी जाए छूट

आम बजट 2023 में सौगातों की झड़ी, किसानों को मिलेगा कर्ज, PM आवास का दायरा 66% बढ़ा, यहां पढ़िए बजट की हर अपडेट

Trending news