बगरू में 450 साल पुराने लखी मेले का आगाज, भगवान विष्णु के त्रेता युग के अवतार होते हैं दर्शन
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बगरू में 450 साल पुराने लखी मेले का आगाज, भगवान विष्णु के त्रेता युग के अवतार होते हैं दर्शन

Jaipur News : बगरू में जुगल महाराज के तीन दिवसीय प्राचीन मेले का हुआ आगाज, शाही लवाजमे के साथ निकले नगर भ्रमण को, तीन दिवस तक करेंगे वन विहार, जनप्रतिनिधियों सहित लाखों श्रद्धालु लगाएंगे दरबार में हजारी, नगर पालिका प्रशासन ने संभाली व्यवस्थाओं को कमान, धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी होगा आयोजन, पुलिस प्रशासन ने किए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम.

बगरू में 450 साल पुराने लखी मेले का आगाज, भगवान विष्णु के त्रेता युग के अवतार होते हैं दर्शन

Jaipur News : राजधानी जयपुर के बगरू कस्बे में आज से जुगल महाराज के तीन दिवसीय लख्खी मेले का आगाज हुआ है, सुबह जुगल महाराज पालकी में सवार होकर शाही लवाजमे और गाजे बाजे के साथ नगर भ्रमण को निकले, कस्बे के प्रमुख बाजारों से होते हुए शोभायात्रा निकाली गई, शोभायात्रा में सजे धजे ऊंट, घोड़े ओर बग्गी आकर्षण का केंद्र बने, बग्गी पर भगवान सीता राम और राधा कृष्ण की सजीव झांकी सजाई गई, मार्ग में मोरी दरवाजा और रघुनाथ बाजार में विश्राम हुआ जहां बधाई गान के दौरान कस्बे ख्यातनामा भजन गायकों ने मनोहारी भजनों की प्रस्तुतियां दी, मार्ग में जगह जगह ग्रामीणों, व्यापारियों, सामाजिक संस्थानों, जनप्रतिनिधियों ने अपने आराध्य की आरती उतारी, देशी घी से निर्मित जलेबी का भोग लगा, पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया, शोभायात्रा में शामिल श्रद्धालुओं के लिए जगह जगह जलपान व अल्पाहार को व्यवस्था की गई, दोपहर करीब 12 बजे सवारी मेला प्रांगण में पंहुची, जहां पर युगल स्वरूप की भोग आरती की गई, इसके साथ विधिवत तीन दिवसीय प्राचीन मेले का शुभारंभ हुआ, देर रात तक दर्शनार्थियों का दरबार में तांता लगा रहा, इस मेले का आयोजन नगर पालिका एवं श्री जगुल दरबार मेला समिति के संयुक्त तत्वावधान में किया जाता है.

जुगल महाराज के रूप कौन है मंदिर में विराजमान

कस्बे में किले की प्राचीर के बीच बने करीब 450 साल पुराने इस मंदिर में भगवान विष्णु के त्रेता युग के अवतार भगवान राम माता सीता और द्वापर युग के अवतार भगवान कृष्ण उनकी प्रियशी राधा के साथ विराजमान है माना जाता है कि राजस्थान में यह एकमात्र प्राचीन मंदिर है जहां सीताराम और राधाकृष्ण एक साथ विराजित है.

क्या है मेले का इतिहास

कस्बे बुजुर्गों के अनुसार रियासत काल के दौरान बगरू ठाकुर की ओर से युगल स्वरूप को कस्बे के बाहर स्थित बाग (वन) में तीन दिन तक वन विहार के लिए लगा जाता था, ओर यही पर सेवा पूजा की जाती थी, बदलते वक्त के साथ इसी परंपरा में कालांतर में मेला का स्वरूप ले लिया और विगत करीब 450 साल से यह परंपरा चली आ रही है, रामनवमी के बाद चैत्र मास की पूर्णिमा से षष्ठी उत्सव के रूप में इस मेले का आयोजन किया जाता रहा है, इतिहास में सिर्फ दो ही बार ऐसा हुआ है जब इस मेले का आयोजन नही किया गया, बताया जाता है कि कई वर्षो पूर्व एक बार किसी कारणवश मेले का आयोजन नही किया गया था तब बगरू के निवासियों को प्राकृतिक आपदा का प्रकोप झेलना पड़ा था, वही दुसरी बार कोरोना काल के दौरान दो वर्ष तक इस मेले का आयोजन नही किया जा सका.

धार्मिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का होगा आयोजन

मेला समिति के संयोजक अजय चौहन्ने बताया कि तीन दिवसीय मेले के दौरान वृंदावन धाम मथुरा से आए राम श्याम लीला मंडल के कलाकारों की ओर से पहले दिन रात को रासलीला का आयोजन किया जाएगा, वही दुसरे दिन दोपहर में रासलीला और भजन कीर्तन के कार्यक्रम होगा, शाम को 7 बजे से 9 बजे तक कवि सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा इसके बाद सम्पूर्ण रात्रि विभिन्न धार्मिक नाटकों का मंचन किया जायेगा, तीसरे और अंतिम दिन दोपहर से भजन कीर्तन और रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा मेलें में सहयोग करने वाले व्यक्तियों, सामाजिक कार्यकर्ता, संस्थाओं को सम्मानित किया जाएगा.

सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

सहायक पुलिस आयुक्त बगरू अनिल शर्मा के निर्देशन ने थानाधिकारी बगरू राधारमण गुप्ता के नेतृत्व में मेलार्थियों की सुरक्षा और सुविधा के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए है, नगर पालिका के सहयोग से पूरे मेला मैदान में करीब 2 दर्जन स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए है, साथ ड्रोन कैमरे से भी जेबकतरों, हुड़दंगियों और असामाजिक तत्वों पर कड़ी नजर रखी जायेगी, कानून एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए बगरू सहित, भांकरोटा, सेज और बिंदायका थानों के थानाधिकारी, 8 सब इंस्पेक्टर सहित करीब 200 महिला पुरुष जवान तैनात किए गए है वही कस्बे में नियमित रूप से पुलिस के मददगार 50 पुलिस मित्र भी मेले के दौरान अपनी सेवाएं देंगे.

यहां रहेगा यातायात बंद

कस्बे के एक किलोमीटर लंबे लिंक रोड वैसे तो भारी वाहनों का प्रवेश पूरी तरह बंद किया गया है लेकिन मेले में आने वाले लोगों को किसान मार्केट से पार्किंग स्थल की ओर डायवर्ट किया जायेगा, वही झाग स्टैंड की ओर से भी भारी वाहनों का प्रवेश बंद रहेगा, पॉवर हाउस रोड पर यातायात सुचारू हारेगा, मेला परिसर की ओर आने वाले सभी 8 मार्गों पर बेरिकेड्स लगाए गए हैं ताकि भीड़ में दुपहिया वाहन प्रवेश नहीं कर सके.

शोभायात्रा के सेवादारों का हुआ सम्मान

जुगल दरबार की शोभायात्रा के दौरान सेवा देने वाले बैंड मास्टर, ऊंट - घोड़ी और बग्गी के मालिकों सहित अन्य सेवादारों का मेला समिति की ओर से माल्यार्पण कर एवं साफा बंधवाकर सम्मान किया गया.

Reporter- Amit Yadav

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