जयपुर से सागवाड़ा पहुंचा जांच दल, पंचायत समिति के बंद कमरों में घंटो चली खोज-बीन
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जयपुर से सागवाड़ा पहुंचा जांच दल, पंचायत समिति के बंद कमरों में घंटो चली खोज-बीन

डूंगरपुर जिले की सागवाड़ा पंचायत समिति के उप प्रधान की शिकायत के बाद  ग्रामीण विकास और पंचायतीराज विभाग के आदेश पर चार सदस्यीय जांच दल सागवाड़ा पहुंच गया है. 

पंचायत समिति के बंद कमरे में चल रही जांच.

सागवाड़ाः मामले के अनुसार कुछ दिन पूर्व सागवाड़ा पंचायत समिति के उप प्रधान नरेश पाटीदार ने मनरेगा योजना में सामग्री मद के निविदा में तय दर से अधिक दर पर सामग्री खरीदने के आरोप के साथ सड़कों और चेकडैम के घटिया निर्माण को लेकर भी अब पंचायत समिति के अधिकारियों पर आरोप लगाए थे. वहीं, इस पूरे मामले को लेकर उप प्रधान ने जयपुर में पंचायतीराज  मंत्री रमेश मीणा से शिकायत की थी. इधर शिकायत के बाद विभाग के आदेश पर चार सदस्यीय जांच दल डूंगरपुर की सागवाड़ा पंचायत समिति में आया हुआ है, 

जांच टीम ने  जिन-जिन पंचायत की शिकायत हुई है, वहां से पंचायतों का रिकॉर्ड सागवाड़ा पंचायत समिति में मंगवाया है. पंचायत समिति में एकाउंटेंट अशोक जैन के चेंबर में जांच दल सदस्य रिकॉर्ड की जांच कर रहे हैं. हालाकि जांच टीम मीडिया से दूरी बनाए हुए हैं, जांच के संबंध में कोई भी जानकारी देने से टीम मना कर रही है.

मैटेरियल सप्लाई का भुगतान अटका
पंचायतीराज विभाग सागवाडा में भ्रष्टाचार को लेकर उप प्रधान ने मोर्चा खोल रखा है. इसी के चलते सागवाड़ा पंचायत समिति की पंचायतों में नरेगा में मैटेरियल सप्लाई का भुगतान अटका हुआ है. मटेरियल सप्लाई  के अटके  भुगतान  को लेकर सरपंच सहित कई जनप्रतिनिधि पंचायत राज मंत्री तक  भुगतान की मांग कर  चुके हैं, लेकिन उपप्रधान की शिकायत के बाद हो रही जांच के परिणाम आने के बाद ही भुगतान होने की संभावना जताई जा रही है.

Reporter- Akhilesh Sharma

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