Dungarpur: डूंगरपुर मेडिकल कॉलेज के एमबीबीएस स्टूडेंट्स ने एनएम सी की ओर से प्रस्तावित नेक्स्ट एग्जाम के विरोध में आज कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया. वहीं, मेडिकल स्टूडेंट्स ने जिला कलेक्टर को नेशनल मेडिकल कमीशन के सचिव के नाम ज्ञापन सौंपा है.
Trending Photos
Dungarpur: डूंगरपुर मेडिकल कॉलेज के स्टूडेंट्स आज कलेक्ट्रेट पर एकत्रित हुए. इस दौरान मेडिकल स्टूडेंट्स ने एनएमसी की और से प्रस्तावित नेक्स्ट एग्जाम का विरोध जताते हुए प्रदर्शन किया. इस मौके पर मेडिकल स्टूडेंट्स ने कहा की नेक्स्ट एग्जाम भाग 1 बहुत अधिक कठिन परीक्षा है.स्टूडेंट्स ने कहा की पहले छात्रों को पीजी में प्रवेश लेने के लिए नीट पीजी की परीक्षा देनी होती थी. इसके लिए यूनिवर्सिटी का एग्जाम देना होता था.
लेकिन 2024 से पीजी में प्रवेश व अंतिम वर्ष पास करने के लिए नेक्स्ट एग्जाम भाग एक देना होगा.उन्होंने बताया की पहले नीट पीजी में प्रवेश के लिए 50 फीसदी परसेंटाइल होना जरूरी होता था. वहीं, अब नेक्स्ट एग्जाम द्वारा पचास फीसदी टैग से अधिक अंक लाना जरूरी होगा.स्टूडेंट्स ने कहा की नेक्स्ट भाग एक में 6 परीक्षा देनी होगी. वहीं, नेगेटिव मार्किंग है.स्टूडेंट्स ने कहा की जब हमारा एडमिशन हुआ था तब ऐसी कोई शर्त नहीं थी.
केवल नीट क्वालिफाई जरूरी था. वहीं, 2019 और 2020 में प्रवेश पाने वाले एमबीबीएस के स्टूडेंट्स ने कहा कि कोरोनाकाल में पहले ही उनके सामने पढ़ाई में काफी चुनौती थीं,लेकिन अब ये नेक्स्ट और उनपर थोपा जा रहा है.स्टूडेंट्स अपना डर भी जाहिर करते हैं कि अगर इस नेस्ट के टेस्ट में असफल हुए तो ऐसे स्टूडेंट्स को अतिरिक्त समय भी अपनी मेडिकल की पढ़ाई में देना होगा.
कहा कि कॉन्सेप्ट तक भी क्लियर नहीं है कि इसका टेस्ट कब होगा. इस मौके पर मेडिकल स्टूडेंट्स ने कलेक्टर को नेशनल मेडिकल कमीशन के सचिव के नाम ज्ञापन सौंपा है, स्टूडेंट्स ने एक स्वर में एनएमसी के इस कदम का विरोध जताते हुए नेक्स्ट एग्जाम पर रोक लगाने की मांग की है.
ये भी पढ़ें- पुलिस कॉन्सटेबल के पदों पर भर्ती, 10 जुलाई आवेदन की लास्ट डेट