डूंगरपुर जिले को दोवडा थाना पुलिस के पास कोई जादू की छड़ी है. दोवडा थाना पुलिस ने भाजपा के पूर्व अध्यक्ष वेलजी पाटीदार सहित 42 लाखो से करीब 60 लाख की ठगी के मामले में प्रकरण दर्ज होने के महज 24 घंटो बाद ही एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया
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Dunagrpur news: डूंगरपुर जिले की पुलिस आजकल अपनी कार्यशैली को लेकर चर्चाओं में है. विभिन्न वारदातों के पीड़ित थानों में रिपोर्ट दे देते है लेकिन पुलिस उन रिपोर्ट पर तुरंत मामला दर्ज नहीं कर रही बल्कि आरोपियों के पकडे जाने के बाद मामले दर्ज किये जा रहे है. ऐसा ही आज कुछ किया है दोवडा थाना पुलिस ने. दरअसल भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष वेलजी पाटीदार की ओर उनके सहित 42 लोगो के साथ करीब 60 लाख की ठगी की रिपोर्ट दोवडा थाना पुलिस को दी गई थी. जिस पर दोवडा थाना पुलिस ने कल मामला दर्ज किया था.
रिपोर्ट में वेलजी पाटीदार ने बताया की राजेश उर्फ राजकुमार कुमावत निवासी सिंघाना जिला झुंझनू, इला बेन सुनील भाई पटेल निवासी शगुन सोसायटी हिम्मतनगर गुजरात समेत 3 से 4 लोग फरवरी महीने में उनके गांव आए थे । उन लोगो ग्लोबल बिजनेस ग्रुप नाम से कारोबार चलाने की बात कही थी. इसमें रुपए इन्वेस्ट करने में बड़ा फायदा मिलने का लालच दिखाया था. उन्होंने बताया था की ये रकम फोरेक्स इन्वेस्टमेंट में जमा की जाएगी। जिसमे डॉलर में कारोबार होता है और ब्याज भी ज्यादा मिलता है. उनकी ओर से जो राशि इन्वेस्ट की जाएगी वह 6 महीने में दुगुनी हो जायेगी ऐसा विश्वास दिलाया.
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वेलजी पाटीदार ने बताया की वह उनके लालच में आ गया। जिस पर उसने खुद, पत्नी हीर और बेटे नवीन के नाम 2-2 लाख रुपए का इन्वेस्टमेंट किया। उन पर विश्वास होने पर उसने अपने रिश्तेदार और पड़ोसियों को भी इसमें इन्वेस्ट करवाया। इस तरह 42 लोगो की ओर से 59 लाख 94 हजार रुपए का इन्वेस्ट किया गया। काफी समय होने पर उन्होंने रकम विड्रो करने के लिए कहा। लेकिन आरोपियों ने उनकी इन्वेस्ट की गई रकम नहीं दी थी. इधर पीड़ित की रिपोर्ट पर पुलिस ने कल ही मामला दर्ज किया था. वही मामले में पुलिस ने मामला दर्ज होने के दूसरे ही दिन एक आरोपी राजेश को गिरफ्तार भी कर लिया है.
24 घंटे में दोवडा पुलिस ने कैसे किया संभव
दोवडा थाना पुलिस की ओर से जारी प्रेस नोट में बताया गया कि मामला दर्ज करने के बाद पुलिस ने सम्बंधित बैंक रिकॉर्ड प्राप्त किया गया वही इसके साथ ही रजिस्ट्रार ऑफ़ कम्पनी भारत सरकार से सम्बंधित कम्पनी का रिकॉर्ड भी पुलिस ने जुटा लिया. वही उसके बाद आरोपी राजेश को गिरफ्तार किया. जबकि सबसे बड़ा सवाल आखिर पुलिस ने 24 घंटे में इतनी जानकारी कैसे जुटाई और फिर आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया. ये सब तो जादू की छड़ी से ही संभव है.