राजस्थान के इस आदिवासी इलाके में मुस्लिम समाज के युवकों को बॉलर प्रवीण कुमार ने दिए 'टिप्स'
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राजस्थान के इस आदिवासी इलाके में मुस्लिम समाज के युवकों को बॉलर प्रवीण कुमार ने दिए 'टिप्स'

Dungarpur News : भारतीय क्रिकेट टीम के सदस्य रहे बॉलर प्रवीण कुमार आज डूंगरपुर जिले के एक दिवसीय दौरे पर पहुंचे. प्रवीण कुमार ने खिलाड़ियो को क्रिकेट की बारीकियों के बारे में बताते हुए आवश्यक टिप्स भी दिए.

राजस्थान के इस आदिवासी इलाके में मुस्लिम समाज के युवकों को बॉलर प्रवीण कुमार ने दिए 'टिप्स'

Dungarpur News : भारतीय क्रिकेट टीम के सदस्य रहे बॉलर प्रवीण कुमार आज डूंगरपुर जिले के एक दिवसीय दौरे पर रहे. अपने दौरे के दौरान क्रिकेटर प्रवीण कुमार ने डूंगरपुर लक्ष्मण मैदान में युवा क्रिकेट खिलाडियों को क्रिकेट की बारिकिया बताई तो वहीं सागवाडा में मुस्लिम समाज की क्रिकेट प्रतियोगिता का उद्घाटन किया. इस मौके पर उन्होंने खिलाडियों को घोड़े की तरह कठिन परिश्रम करते हुए अपना लक्ष्य हासिल करने की सीख भी दी.

भारतीय क्रिकेट टीम के सदस्य रहे बॉलर प्रवीण कुमार आज डूंगरपुर जिले के एक दिवसीय दौरे पर पहुंचे. डूंगरपुर पहुँचने पर डूंगरपुर क्रिकेट संघ के सचिव सुशील जैन, मीडिया प्रभारी विजय कलाल सहित डीसीए की कार्यकारिणी ने क्रिकेटर प्रवीण कुमार का स्वागत किया. इधर अपने दौरे के दौरान क्रिकेटर प्रवीण कुमार ने डूंगरपुर शहर के लक्ष्मण मैदान में डीसीए की ओर से आयोजित क्रिकेट केम्प में युवा क्रिकेट खिलाड़ियो को क्रिकेट की बारीकियों के बारे में बताते हुए आवश्यक टिप्स भी दिए.

सागवाडा में मुस्लिम क्रिकेट प्रतियोगिता का किया उदघाटन  
इधर भारतीय क्रिकेट टीम के सदस्य रहे बॉलर प्रवीण कुमार ने सागवाडा शहर में मुस्लिम समाज की क्रिकेट प्रतियोगिता का भी उदघाटन किया. इस मौके पर बांसवाडा-डूंगरपुर संसद कनकमल कटारा, नगरपालिका के अध्यक्ष नरेंद्र खोडनिया  भी मौजूद रहे. इधर इस मौके पर क्रिकेटर प्रवीण कुमार ने उदघाटन समारोह को भी संबोधित किया. अपने संबोधन में प्रवीण कुमार ने कहा कि पूरा दिन ग्राउंड में दौड़ते रहने से कामयाबी नहीं मिलती बल्कि घोड़े की तरह लक्ष्य को तय कर कठिन परिश्रम से सफलता मिलेगी.   उन्होंने युवाओं को संदेश देते हुए कहा कि खेलो के साथ साथ पढ़ाई भी बहुत जरूरी है ताकि वह रोजगार पाकर लाइफ को सिक्योर कर सके. उन्होंने अपने पिता को अपना आदर्श बताया. वहीं उन्होंने भारतीय टीम के लिए चयन को सबसे खुशी का दिन व 2011 में वर्ल्ड कप से एक माह पूर्व एल्बो में चोट के कारण वर्ल्ड कप नहीं खेल पाना सबसे ज्यादा निराशाजनक बताया. उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलना सबसे ज्यादा पसंददीदा बताया.

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