Bari: नवरात्रि महोत्सव में मेला अध्यक्ष बनाये जाने को लेकर नहीं बनी सहमति, जानिए ऐसे में अब किससे हाथ में कमान
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Bari: नवरात्रि महोत्सव में मेला अध्यक्ष बनाये जाने को लेकर नहीं बनी सहमति, जानिए ऐसे में अब किससे हाथ में कमान

Bari: नवरात्रि महोत्सव में मेला अध्यक्ष बनाये जाने को लेकर सहमति नहीं बनी. नगर पालिका प्रशासन ने निर्णय लिया कि इस बार चैत्रीय नवरात्र महोत्सव का आयोजन नगर पालिका प्रशासन द्वारा किया जाएगा.

Bari: नवरात्रि महोत्सव में मेला अध्यक्ष बनाये जाने को लेकर नहीं बनी सहमति, जानिए ऐसे में अब किससे हाथ में कमान

Bari: बाड़ी शहर में चैत्रीय नवरात्रि महोत्सव को लेकर नगर पालिका बोर्ड के सदस्यों की एक अहम बैठक का आयोजन पंचायत समिति सभागार में किया गया. बैठक के दौरान 2 प्रत्याशी मेला अध्यक्ष पद के लिए सामने आए लेकिन उनके बीच किसी भी प्रकार की सहमति नहीं बन सकी. यहां तक कि काफी हंगामें के बीच जब मतदान की प्रक्रिया पर विचार हुआ तो उस पर भी सहमति नहीं बनी. ऐसे में काफी विचार-विमर्श के बाद नगर पालिका प्रशासन ने निर्णय लिया कि इस बार चैत्रीय नवरात्र महोत्सव का आयोजन नगर पालिका प्रशासन द्वारा किया जाएगा.

पार्षद और प्रतिनिधियों के बीच हर बिंदु पर विचार लेकिन नहीं बन सका अध्यक्ष 

बोर्ड की बैठक में चेयरमैन कमलेश देवी,अधिशासी अधिकारी रामजीत सिंह और पालिका उपाध्यक्ष अहमद जमा खां ने जब बैठक की शुरुआत की तो सभी पार्षदों से मेला अध्यक्ष बनने के लिए नाम रखने का प्रस्ताव रखा. जिसमें वार्ड 9 से योगेश मंगल और वार्ड 29 से संगीत शर्मा के नाम सामने आए. दोनों प्रत्याशियों के बीच जब एक प्रत्याशी के बैठने को लेकर सहमति नहीं बनी तो गोटी डालकर अध्यक्ष बनाने की बात सामने आई.

जिस पर भी पार्षदों ने एतराज जताया. इस पर पालिका प्रशासन ने अंत में मतदान कराने की बात कही. जिस पर कई पार्षदों और खुद प्रत्याशियों ने एतराज जताया. जिसके बाद नगर पालिका प्रशासन ने निर्णय लिया की मेले का आयोजन हर्षोल्लास सामाजिक समरसता और भाईचारे के माहौल में हो और बोर्ड के पार्षदों के बीच मनमुटाव पैदा नहीं हो उसको लेकर इस बार मेला पालिका प्रशासन द्वारा लगाया जाएगा.

चैत्रीय नवरात्र में लगाया जाता है नौ दिवसीय मेला,होते हैं कई आयोजन

चैत्र नवरात्र में शहर के राज राजेश्वरी माता मंदिर के पास महाराणा प्रताप खेल मैदान में नगर पालिका द्वारा मेला लगाया जाता है. जिसमें नवरात्रि की दूज को खेल मैदान पर मेले के ध्वज की स्थापना होती है और पंचमी से लेकर दशमी तक मेला मंच पर विविध आयोजन कराये जाते  हैं. जिसमें कवि सम्मेलन,कव्वाली,नौटंकी,देवी जागरण सहित सांस्कृतिक कार्यक्रम कराए जाते हैं. जिसके लिए मेला अध्यक्ष का चुनाव होता है जिसकी देखरेख में मेले का आयोजन होता है.

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