Dausa news: शिक्षकों की कमी को लेकर ग्रामीणों व छात्रों में आक्रोश, विद्यालय में मात्र 6 शिक्षक कार्यरत
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Dausa news: शिक्षकों की कमी को लेकर ग्रामीणों व छात्रों में आक्रोश, विद्यालय में मात्र 6 शिक्षक कार्यरत

Dausa news today: दौसा जिले के सरकारी विद्यालयों में शिक्षकों की कमी को लेकर आए दिन स्कूलों में तालाबंदी की जा रही है, ग्रामीण और छात्र पढ़ाई बाधित होने से आक्रोशित होकर स्कूलों में अध्यापक लगाने की मांग कर रहे हैं. 

Dausa news: शिक्षकों की कमी को लेकर ग्रामीणों व छात्रों में आक्रोश, विद्यालय में मात्र 6 शिक्षक कार्यरत

Dausa news: राजस्थान में दौसा जिले के सरकारी विद्यालयों में शिक्षकों की कमी को लेकर आए दिन स्कूलों में तालाबंदी की जा रही है, ग्रामीण और छात्र पढ़ाई बाधित होने से आक्रोशित होकर स्कूलों में अध्यापक लगाने की मांग कर रहे हैं. आज भी दौसा जिले के सिकराय विधानसभा क्षेत्र के राजवास गांव में स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में अध्यापकों की कमी के चलते ग्रामीणों और छात्रों ने स्कूल के गेट को ताला जड़ नारेबाजी शुरू कर दी. 

ग्रामीणों का आरोप है स्कूल में 11100 छात्र-छात्राओं का नामांकन है और महज 6 अध्यापकों के भरोसे ही स्कूल संचालित है ऐसे में स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है और उनका भविष्य अंधकार में है बताया जा रहा है स्कूल के प्रधानाचार्य सहित अंग्रेजी गणित विज्ञान जैसे विषयों के अध्यापकों के पद खाली हैं. स्कूल में तालाबंदी की सूचना पर पुलिस और शिक्षा विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं. 

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ग्रामीणों से समझाइश करने में लगे हुए हैं लेकिन ग्रामीणों का कहना है पहले स्कूल में अध्यापक लगाया जाएं ताकि उनके बच्चों की पढ़ाई सुचारू हो सके. दौसा जिले के सरकारी स्कूलों में तालाबंदी का यह कोई पहला मामला नहीं है, जबसे शिक्षण सत्र शुरू हुआ है तब से अब तक जिले के कई स्कूलों में अध्यापकों की कमी को लेकर तालाबंदी हो चुकी है. ताला बंद की सूचना पर शिक्षा विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंच रहे हैं और ग्रामीणों को भरोसा देते हैं कि जल्द ही उनकी स्कूलों में अध्यापक लगाए जाएंगे.

इस भरोसे के साथ ही ग्रामीण शांत हो जाते हैं, लेकिन सच यह है कि जिले में करीब साढे तीन हजार शिक्षकों के पद रिक्त हैं ऐसे में जिन विद्यालयों में अध्यापकों की कमी है उनकी पूर्ति कैसे हो हालांकि शिक्षा अधिकारी इधर-उधर से दूसरी स्कूलों से कुछ दिन के लिए अध्यापकों को डेपुटेशन पर लगा रहे हैं ताकि ग्रामीण शांत रहें लेकिन स्थाई समाधान जब ही हो सकता है जब जिले में रिक्त पड़े अध्यापकों के पद भरे जाए.

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