राजस्थान के दौसा में श्री रघुनाथ जी रथ यात्रा निकाली गयी. भगवान रघुनाथ जी को चांदी के रथ पर सवार किया गया. इस दौरान रथ का पुष्प वर्षा कर जगह जगह स्वागत हुआ. अब बसंत पंचमी तक भगवान रघुनाथ जी बारादरी मैदान में ही वन विहार करेंगे.
Trending Photos
Basant Pnachami 2023 : राजस्थान के दौसा में श्री रघुनाथ जी रथ यात्रा निकाली गयी. भगवान रघुनाथ जी को चांदी के रथ पर सवार किया गया. इस दौरान रथ का पुष्प वर्षा कर जगह जगह स्वागत हुआ. आपको बता दें कि नृसिंह मन्दिर से भगवान रघुनाथ जी के साथ भगवान नर्सिंग जी महाराज की डोली रवाना होती है. अब बसंत पंचमी तक भगवान रघुनाथ जी बारादरी मैदान में ही वन विहार करेंगे.
माघ मास की षष्टमी के दिन भगवान रघुनाथ वापस चांदी के रथ में सवार होकर रघुनाथ जी मंदिर में लाए जाएंगे. इसके बाद सप्तमी को भगवान सूर्य को बारादरी मैदान में दिन भर वन विहार के बाद शाम को मंदिर लाया जाएगा और बसंत पंचमी का मेला भरेगा.
भगवान रघुनाथ जी का ये मंदिर 1100 साल पुराना बताया जाता है. बसंत पंचमी पर करीब 300-400 सालों से यहां मेला का आयोजन होता रहा है. इसका पीछे की वजह 1730 ईस्वी में लिखे शिलालेख में मिलती है जिसमें राजा सवाई प्रताप सिंह की तरफ से लिखा गया था कि बसंत पंचमी के मेले में जो भी कोई व्यापारी आएगा उससे कर नहीं लिया जाएगा. ऐसे में माना जाता है कि ये मेला लगभग 400 साल से लगता आ रहा है.
कोरोना काल के लंबे समय के बाद भगवान रघुनाथ जी को वन विहार पर रथ में ले जाने की परंपरा इस साल निभायी गयी. इस बार की रथ यात्रा में ऊंट-घोड़े, दो बैण्ड-बाजे, शाही छतरी, शानदार लाइटिंग शामिल रही.