चूरू के सरदारशहर में सैन जयंती पर लगा पोस्टर उतारने पर बवाल, पालिका अध्यक्ष और पार्षद आमने-सामने
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चूरू के सरदारशहर में सैन जयंती पर लगा पोस्टर उतारने पर बवाल, पालिका अध्यक्ष और पार्षद आमने-सामने

Churu News : सैन जयंती पर पार्षद नरेंद्र नाई द्वारा नगरपालिका पर लगाया गया होल्डिंग उतारने पर उपजा विवाद, मामले की जांच करवाने की मांग को लेकर सेन समाज ने नगरपलिका अध्यक्ष राजकरण चौधरी को सौंपा ज्ञापन.

चूरू के सरदारशहर में सैन जयंती पर लगा पोस्टर उतारने पर बवाल, पालिका अध्यक्ष और पार्षद आमने-सामने

Churu News : इन दिनों नगर पालिका अध्यक्ष राजकरण चौधरी के तारे गर्दिश में चल रहे हैं, आए दिन किसी न किसी विवाद में नगर पालिका अध्यक्ष राजकरण चौधरी का नाम सामने आ ही जाता है, ताजा मामला सेन जयंती के अवसर पर नगरपालिका के ऊपर पार्षद नरेंद्र नाई उर्फ़ पिंटू नाई के द्वारा लगाए गए होल्डिंग को हटाने को लेकर विवाद हो गया है. मंगलवार को पार्षद नरेंद्र उर्फ पिंटू नाई के नेतृत्व में सेन समाज के लोगों ने पालिका अध्यक्ष को ज्ञापन सौंपकर मामले की जांच कराने की मांग की है.

पार्षद पिंटू नाई का आरोप है कि नगर पालिका अध्यक्ष राजकरण चौधरी के ईशारे पर उनके होल्डिंग को हटवा दिया गया, जबकि नगर पालिका अध्यक्ष राजकरण चौधरी ने सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि मैंने किसी का भी होल्डिंग नहीं हटवाया है. पिछले 3 दिनों से नगरपालिका की छुट्टी थी और मैं सोमवार को सुजानगढ़ गया हुआ था मुझे किसी होल्डिंग के लगने और उतरने की कोई जानकारी नहीं है. यह मेरे खिलाफ साजिश के तहत सब हो रहा है.

अब समझिए आखिर क्या है पूरा मामला

मंगलवार सुबह सेन समाज के लोगों के साथ पार्षद पिंटू नाई पालिका पहुंचे और नगर पालिका अध्यक्ष राजकरण चौधरी को ज्ञापन दिया. आक्रोशित पिंटू नाई ने पालिका अध्यक्ष पर कई गंभीर आरोप लगाए . इस दौरान पिंटू नाई ने बताया कि फोन के जरिए अधिशासी अधिकारी से होल्डिंग लगाने की परमिशन ली थी, जिसके बाद मैंने नगरपालिका के ऊपर होल्डिंग लगा दिया था. सेन समाज के अजय भाटी ने कहा कि होल्डिंग को नगर पालिका अध्यक्ष चौधरी ने हटवा दिया.

इस दौरान पार्षद पिंटू नाई ने बताया कि हमने सेन समाज की 723 वी जयंती पर नगरपालीका पर होल्डिंग लगाया था. मैंने खुद इओ साहब को फोन करके बात की और इओ साब से मैने कहा हमारी सेन जयंती है आप बोलो तो हम हमारे आराध्य देव सेनजी महाराज की फोटो लगा देते हैं. इओ साब बोले सारे जब लगाते हैं तो आप भी लगाओ और उनके कहने से मैंने अपना बैनर लगा दिया, जब मैं रविवार रात को 12:30 बजे जागरण से जा रहा था तो होल्डिंग लगा हुआ था, ओर सोमवार सुबह किसी ने मेरा होल्डिंग फाड़ कर फेंक दिया. इससे सेन समाज में रोष है हमारे आराध्य देव सेन जी महाराज और नारायणी माता की फोटो फाड़ी गयी है. वहीं इस पूरे मामले में नगरपालिका अध्यक्ष राजकरण चौधरी ने कहा कि हमारे पार्षद पिंटू नाई ने एक ज्ञापन दया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि एक होल्डिंग लगा था जिसे उतार दिया गया, इससे पहले जब सोशल मीडिया के जरिए में यह मामला मेरे ध्यान में आया तो मैने नगर पालिका अधिशासी अधिकारी से वार्ता की .

इओ साब ने बताया कि होल्डिंग की कोई स्वीकृति और परमिशन नहीं ली गई . क्योंकि नगरपालिका 3 दिन से बंद थी ऑफिस की छुट्टी थी. कब यह होल्डिंग लगा कब उतरा मुझे इस मामले की जानकारी नहीं है. सोमवार सुबह मैं खुद सुजानगढ़ गया हुआ था. अब जो ज्ञापन प्राप्त हुआ है इस आधार पर मामले की जांच करवाई जाएगी. राजकरण चौधरी ने आगे कहा कि मैं स्वयं सेन समाज का मित्र हूं, सबसे पहले सेन समाज की पोस्ट भी मेने ही लगाई थी, मेरे लिए सेन समाज का बहाना करके पार्षद महोदय ने यह जो आरोप लगाए हैं, इससे मैं सिरे से नकारता हूं. जबकि संपत्ति विरूपण अधिनियम 2006 कहता है बिना परमिशन आप बैनर, होल्डिंग नहीं लगा सकते हैं. नगरपालिका की ओर से होल्डिंग लगाने की कोई परमिशन जारी नहीं हुई है.

आगे नगर पालिका अध्यक्ष राजकरण चौधरी ने कहा कि पूरे शहर की जनता मेरे द्वारा किए गए कामों को देख रही है और काम जब करते हैं तो आपस मे थोड़ी बहुत नाराजगी होती है. इसलिए 3 महीनों से जो माहौल चल रहा है मीडिया को सारा पता है. अधिशासी अधिकारी और हमारे पार्षदों के बीच जो चल रहा असंतोष है उसी का शायद यह प्रायोजित और नियोजित कार्यक्रम था, छुट्टी के दिन अधिशासी अधिकारी महोदय ने कैसे परमिशन जारी कर दी और अधिशासी अधिकारी महोदय ने कैसे होल्डिंग को किस प्रकार उतार दिया. इस मामले में नगर पालिका अध्यक्ष का नाम लेना एकदम गलत है मैं इसे सिरे से नकारते हूं. फिर भी मैंने इस ज्ञापन पर संज्ञान लिया है और यदि नगरपालिका की ओर से किसी को कोई ठेस पहुंची है तो मैं व्यक्तिगत रूप से माफी मांगता हूं और भविष्य में इसकी पुनरावृत्ति नहीं होने देंगे.

इसे सामाजिक मुद्दा ना बनाएं. वही इस पूरे प्रकरण में कई सारे सवाल भी उठ रहे है. क्या सच में इओ ने फोन पर होर्डिंग लगाने की परमिशन दी थी, आखिर कैसे फोन पर इओ होल्डिंग लगाने की परमिशन दे दी. इसके अलावा क्या सच मे बैनर फटा है. होल्डिंग को हटाने का आरोप किस आधार पर पार्षद नगर पालिका अध्यक्ष पर लगा रहे हैं. क्या सच में नगर पालिका अध्यक्ष को बदनाम करने की साजिश चल रही है. यह कई सारे सवाल हैं जिनका जबाब जांच के बाद ही मिल सकता है.

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