डेढ़ करोड़ का दाल घोटाला: आंगनबाड़ी केंद्रों पर 9 महीने से नहीं हुई सप्लाई, कार्यकर्ताओं ने की शिकायत
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डेढ़ करोड़ का दाल घोटाला: आंगनबाड़ी केंद्रों पर 9 महीने से नहीं हुई सप्लाई, कार्यकर्ताओं ने की शिकायत

निंबाहेड़ा क्षेत्र की 179 आंगनबाड़ी केंद्रों में  राशन में गड़बड़ी करने का मामला सामने आया है.  क्षेत्र के आंगनबाड़ी केंद्रों में अक्टूबर महीने से दाल नहीं  मिली है. जिसपर आंगनबाड़ी अधिकारी और सुपरवाइजर ने दबाव बनाकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से सप्लाई नहीं हुई दाल का स्टॉक में दर्शाने के लिए कहते हैं. 

डेढ़ करोड़ का दाल घोटाला: आंगनबाड़ी केंद्रों पर 9 महीने से नहीं हुई सप्लाई, कार्यकर्ताओं ने की शिकायत

Nimbahera: निंबाहेड़ा क्षेत्र की 179 आंगनबाड़ी केंद्रों में  राशन में गड़बड़ी करने का मामला सामने आया है.  क्षेत्र के आंगनबाड़ी केंद्रों में अक्टूबर महीने से दाल नहीं  मिली है. जिसपर आंगनबाड़ी अधिकारी और सुपरवाइजर ने दबाव बनाकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से सप्लाई नहीं हुई दाल का स्टॉक में दर्शाने के लिए कहते हैं. इससे परेशान होकर कार्यकर्ताओं ने जिला स्तर के अधिकारियों से भी इसकी शिकायत की.  फिर भी इस घोटाले पर कार्रवाई नहीं  गई.

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बता दें कि, वर्तमान में निम्बाहेड़ा क्षेत्र की आंगनवाड़ी केन्द्रों पर टेंडरदाता एजेन्सी सीकर जिले के दातारामगढ़ की फर्म धनेश कुमार चंदेलिया के जरिए दाल की  सप्लाई की जा रही है. लेकिन टेंडरदाता ने अक्टूबर 2021 से 9 महीने की दाल अब तक सप्लाई नहीं दी गई, जबकि चावल की सप्लाई मार्च 2022 तक दी गई है.

 कार्यकर्ताओं ने यह भी बताया कि जिला स्तर के कार्यालय पर टेंडरदाता ने सभी पंचायत का पूरा पोषाहार देने का ब्यौरा पेश कर फर्जी भुगतान दिखाया है. जिसमें सभी आंगनवाड़ी केन्द्रों पर इस वर्ष का पोषाहार पूर्ण रूप से बांट कर दिखाया गया है. इस कारण आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं पर स्टॉक में एंट्री कर हस्ताक्षर करने का दबाव बनाया जा रहा है.

निंबाहेड़ा क्षेत्र की 179 आंगनबाड़ी केंद्रों में अक्टूबर महीने से दाल नहीं मिलने का मामला सामने आया है। आंगनबाड़ी अधिकारी व सुपरवाइज़र दबाव बनाकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से सप्लाई नहीं हुई दाल को स्टॉक में दर्शाने के लिए कहते हैं। इससे परेशान आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने जिला स्तर के अधिकारियों से भी इसकी शिकायत की। फिर भी इस घोटाले पर कार्रवाई नहीं की जा रही है.

गर्भवती महिलाओं और  बच्चों के लिए थी दाल
सरकार के जरिए  राज्य में आंगनबाड़ियों के माध्यम से केन्द्रों पर पंजीकृत गर्भवती महिलाओं को तीन किलो और तीन से छह वर्ष के बच्चों के लिए दो किलो चना दाल और चावल वितरित किए जाते  है.  वर्तमान में निंबाहेड़ा उपखंड में 179 आंगनवाड़ी केन्द्र संचालित है. जिनमें से 88 आंगनबाड़ी केन्द्रों पर एक सुपरवाईजर और बाकी में 91 आंगनबाड़ी केन्द्रों पर दूसरा सुपरवाईजर है.

88 आंगनबाड़ी केन्द्रों में अरनोदा के 36 केन्द्र हैं, जिसमें 462 गर्भवती महिलाएं, 3 से 6 वर्ष तक के 2003 बच्चे हैं. बिनोता के 15 केन्द्रों पर 235 महिलाएं व 908 बच्चे हैं. केली के 25 केन्द्रों पर 261 महिलाएं व 1530 बच्चे हैं. कनेरा के 25 केन्द्रों पर 355 महिलाएं व 1276 बच्चे पंजीकृत है.

इस प्रकार 179 केन्द्रों में से 88 केन्द्रों की एक महीने की 13 हजार 873 किलो चना दाल 9 महीने से बाकी है. जिसकी कीमत 60 रुपए प्रति किलो के हिसाब से 74 लाख 91 हजार 420 रूपए होती है. इतना ही बाकी 91 आंगनबाड़ी केन्द्रों की दाल का मूल्य बनता है, जो डेढ़ करोड़ से अधिक होता है.

इस मामले को लेकर कुशलेश्वर सिंह सीडीपीओ एवं बीडीओ, पंचायत समिति, निंबाहेड़ा से संपर्क करने पर उन्होंने मामला संज्ञान में होने तथा छुट्टी पर होने की बात कही. इस मामले को लेकर आंगनवाड़ी सुपरवाइजर व प्रशासनिक कार्य देख रही मधु जैन ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की ओर से लगाए आरोपों पर से पल्ला झाड़ लिया है.
Reporter: Deepak vyas

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