राजस्थान बजट में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के लिए की गई ये घोषणाएं, पढें पूरा बजट
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राजस्थान बजट में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के लिए की गई ये घोषणाएं, पढें पूरा बजट

Rajasthan Budget  2023: राजस्थान का बजट आज मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पेश किया. इस दौरान स्वास्थ्य सेवाओं को बढ़ाने के लिए उन्होंने कई योजनाओं की घोषणाएं की. प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार के लिए सीएम ने कई ऐलान किए. 

राजस्थान बजट में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के लिए की गई ये घोषणाएं, पढें पूरा बजट

जयपुर: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपना दसवां बजट पेश किया. विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए उन्होंने मुफ्त योजनाओं की झड़ी लगा दी. अशोक गहलोत ने मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में प्रति परिवार बीमा राशि को 10 लाख से बढ़ाकर 25 लाख रुपये प्रतिवर्ष करने का ऐलान किया.इसके साथ ही, वर्तमान में इस लाभ को निःशुल्क प्राप्त करने वाले परिवारों का दायरा बढ़ाते हुए सभी EWS परिवारों को भी चिरंजीवी योजना का लाभ निःशुल्क दिया जाना प्रस्तावित है.

-मुख्यमंत्री निःशुल्क निरोगी राजस्थान योजना के माध्यम से सरकारी चिकित्सा संस्थानों में OPD IPD को पूर्णतः निःशुल्क कर इसी वर्ष 3 करोड़ 50 लाख से अधिक लोगों को लाभ मिला. इस योजना का दायरा और बढ़ाते हुए Referral Transportation सुविधा का विस्तार कर 500 अतिरिक्त 104/108 Ambulances उपलब्ध कराया जाना प्रस्तावित है. 

इसके अलावा निःशुल्क जांच के अंतर्गत 56 जांचें जिले के साथ-साथ ब्लॉक मुख्यालय स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर भी जांच और लैब शुरू की जायेंगी. मुख्यमंत्री चिरंजीवी दुर्घटना बीमा योजना के अंतर्गत दुर्घटना बीमा राशि को 5 लाख से बढ़ाते हुए 10 लाख रुपये किये जाने की घोषणा.

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Post Covid के लिए Centre for Post-Covid Rehabilitation की स्थापना

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने Post Covid complications के रूप में Cardiac Issues, Respiratory Distress, Diabetes, Mental Stress एवं Physical Fatigue आदि का सामना करना पड़ रहा है. राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय (RUHS) के अध्यधीन ''Centre for Post-Covid Rehabilitation'' स्थापित किए जाने की घोषणा भी की. 

इसके साथ ही Post Covid respiratory complications, सिलिकोसिस, सीओपीडी, अस्थमा आदि से सम्बन्धित Advanced Research एवं Treatment की दृष्टि से RUHS, जयपुर में Institute of Respiratory Diseases बनाया जाना प्रस्तावित.

- Post-Covid symptoms में से एक प्रमुख लक्षण मानसिक अवसाद (Mental Stress / Depression) का रहा है. मानसिक तनाव व अवसाद से बचाने तथा इसका सामना करने के लिए जयपुर, जोधपुर एवं कोटा में साइकोलॉजिकल काउंसलिंग सेंटर्स शुरू किये जाने प्रस्तावित है. 

-प्रदेश के युवाओं को शराब ,नशे की लत जैसे व्यसनों से मुक्ति दिलाने की दृष्टि से श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, भरतपुर, धौलपुर, सवाई माधोपुर, करौली, कोटा एवं अजमेर सहित 15 स्थानों पर 20 करोड़ रुपये की लागत से नशामुक्ति केन्द्र खोलना / सुदृढ़ करना प्रस्तावित .

- 3 जिलों-प्रतापगढ़, जालोर एवं राजसमंद में राज्य के खर्चे से मेडिकल कॉलेज खोले जाने की घोषणा. इस पर लगभग एक हजार करोड़ रुपये का व्यय होगा.

- RUHS (Rajasthan University of Health Sciences) के अलावा जोधपुर में Marwar Medical University स्थापित करने की घोषणा

- प्रदेश में जयपुर के सवाई मानसिंह चिकित्सा महाविद्यालय एवं RUHS तथा जोधपुर के मथुरादास माथुर चिकित्सालय (एमडीएम) सहित अन्य मुख्य चिकित्सा महाविद्यालयों/अस्पतालों में Tertiary Care चिकित्सा एवं अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार किया जायेगा.

सवाई मानसिंह चिकित्सा महाविद्यालय, जयपुर में आधुनिक

चिकित्सा सुविधाओं के विस्तार के लिए कई घोषणाएं:-

(a) Cardio Thoracic Vascular Surgery (CTVS) विभाग,
रोबोटिक कैथ लैब, OCT एवं ऑपरेशन थियेटर आदि की होगी स्थापना
(b) निर्माणाधीन IPD Tower एवं Institute of Cardiology में आधारभूत सुविधायें विकसित की जायेंगी.
(c) Institute of Respiratory Diseases का विकास 50 करोड़ रुपये की लागत से किया जायेगा.
(d) गणगौरी अस्पताल, जयपुर के नवीन भवन में आधारभूत सुविधाओं हेतु 58 करोड़ रुपये का व्यय किया जायेगा.
(e) Rehabilitation and Research Centre और गायनी ओंकोलॉजी विभाग में सुविधाओं के विकास और विकास के लिए 27 करोड़ रुपये व्यय किये जायेंगे
Poison Detection and Drug Level Lab स्थापित की जायेगी.

Centre of Excellence for Advance Care in the Field of Hormone and Metabolic Disorder की स्थापना के साथ-साथ Institute of Dermatology, जयपुर को Centre ऑफ एक्सीलेंस के रूप में विकसित किया जाएगा.

- मथुरादास माथुर चिकित्सालय (एमडीएम), जोधपुर में चिकित्सा सुविधा विस्तार के लिए

(a) 100 बैड के कॉटेज वार्ड ब्लॉक व ओटी ब्लॉक का 100 करोड़ रुपये की लागत से.
(b) रोबोटिक सर्जरी यूनिट का 50 करोड़ रुपये की लागत से और
(c) Ophthalmic Centre of Excellence का 50 करोड़ रुपये की लागत से निर्माण किया जायेगा.

- सरदार पटेल चिकित्सा महाविद्यालय, बीकानेर में अलग से इमरजेन्सी मेडिसिन विभाग की स्थापना, ईएनटी विभाग का सुदृढीकरण तथा ''हल्दीराम के सहयोग से 15 करोड़ रुपये की लागत से ECMO मशीन लगायी जायेगी.

-महात्मा गांधी चिकित्सालय, जोधपुर में Transfusion Medicine विभाग, मातृ एवं शिशु रोग केन्द्र तथा आधुनिक बर्न यूनिट स्थापित की जायेंगी.

-आरएनटी मेडिकल कॉलेज, उदयपुर में Centre of Excellence for Sickle Cell Disease एवं मातृ विज्ञान संस्थान की होगी स्थापना.

-मेडिकल कॉलेज, अजमेर में Terminal Diseases से सम्बन्धित पेलिएटिव मेडिसिन विभाग की स्थापना एवं सुदृढ़ीकरण हेतु 52 करोड़ रुपये व्यय किये जायेंगे. साथ ही, दुर्घटनाग्रस्त मरीजों की जांच के लिए 3.0 टेस्ला MRI मशीन स्थापित की जायेगी.

- सुपर स्पेशियलिटी चिकित्सालय, कोटा में Neuro Science Centre की स्थापना की जायेगी साथ ही, बाईपास सर्जरी की सुविधा उपलब्ध कराने हेतु कार्डियो थौरेसिक सर्जरी मशीन स्थापित की जायेगी. इन पर 64 करोड़ रुपये की लागत आयेगी.

- मेडिकल कॉलेज अलवर, बांसवाडा, श्रीगंगानगर, अजमेर, उदयपुर, दौसा व जिला चिकित्सालय, मण्डोर जोधपुर और RUHS मेडिकल कॉलेज, जयपुर में 206 करोड़ रुपये की लागत से Critical Care Blocks स्थापित किये जाने की घोषणा.

-मेडिकल कॉलेज-कोटा एवं अजमेर में कैंसर रोगियों के लिए 55 करोड़ रुपये की लागत से Linear Accelerator Machines स्थापित की जायेगी.

RUHS, जयपुर में ये सुविधाएं होंगी विकसित
(a) जनरल मेडिसिन, जनरल सर्जरी, स्त्री एवं प्रसूति रोग व बालरोग में तीन-तीन यूनिट तथा ईएनटी, नेत्ररोग एवं अस्थि रोग विभागों में दो-दो यूनिट की स्थापना की जायेगी. साथ ही, Diagnostic सुविधा सुदृढ़ करने हेतु PPP Mode पर State of Art Radiology and Pathology Labs स्थापित की जायेंगी.
(b) सुपर स्पेशियलिटी विभागों कार्डियोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, न्यूरोलॉजी एवं यूरोलॉजी की एक-एक यूनिट की स्थापना की जायेगी.
(c) Centre of Collaborative Research and Academic Excellence cum Convention Hall का निर्माण
 

शुद्ध के लिए युद्ध अभियान
1 राज्य स्तर पर Food Safety तथा Drug Control कार्यालयों का एकीकरण कर स्थापित Commissionerate of Food Safety and Drug Control की तर्ज पर जिला स्तर पर भी Food Safety and Drug Control Offices की स्थापना करना प्रस्तावित है.

2 इसके साथ ही, Food Safety Officers के 100 नये पद भी सृजित

3 प्रत्येक जिले को Mobile Testing Lab उपलब्ध

4. राशन की दुकानों पर Digital Weigh Bridges उपलब्ध कराकर उन्हें Point of Sale (PoS) मशीनों से जोड़ा जायेगा.

5. उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा के साथ-साथ जनसामान्य में जागरूकता लाने के लिए मैं जयपुर में राज्यस्तरीय Facilitation and Mediation Centre की स्थापना साथ ही, द्वितीय चरण में संभाग स्तर पर इन Centres की स्थापना ''Hub and Spoke Model'' पर की जायेगी.

- आयुर्वेद, योग व नेचुरोपैथी एकीकृत महाविद्यालय, चाकसू - जयपुर में Centre of Excellence in Panchkarma खोला जायेगा .
-वर्तमान में 124 आयुर्वेदिक चिकित्सालयों में से 52 चिकित्सालयों में ही पंचकर्म की सुविधा उपलब्ध करवायी जा रही है. इस सुविधा की व्यापक पहुँच हेतु शेष 72 आयुर्वेद चिकित्सालयों में चरणबद्ध रूप से पंचकर्म केन्द्रों की स्थापना की जायेगी.

होम्योपैथिक, आयुर्वेदिक महाविद्यालय खोलने का भी ऐलान

-भरतपुर में होम्योपैथिक महाविद्यालय व बालोतरा बाड़मेर में. होम्योपैथिक चिकित्सालय, तथा अरडावता (चिड़ावा) झुंझुनूं में आयुर्वेदिक औषधालय व श्रीमहावीरजी ( हिण्डौन ) - करौली में आयुष चिकित्सालय खोले जायेंगे
-लवाण दौसा एवं नदबई- भरतपुर के राजकीय आयुर्वेद औषधालय को ''अ'' श्रेणी औषधालय में क्रमोन्नत किया जायेगा . समस्त ब्लॉकों पर होम्योपैथिक चिकित्सा की सुविधा उपलब्ध करवायी जायेगी.
जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय, अजमेर एवं के एन चेस्ट चिकित्सालय, जोधपुर में Silicosis Wing की स्थापना 15-15 करोड़ रुपये की लागत से की जायेगी.
- मेडिकल कॉलेजों से सम्बद्ध चिकित्सालयों एवं छात्रावासों के नवीनीकरण, मरम्मत आदि के लिए 150 करोड़ रुपये व्यय किये जायेंगे.

- जिला अस्पताल, उप जिला अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं रामगंज - जयपुर की शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र (UPHC) सहित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों के भवनों के निर्माण हेतु 150 करोड़ रुपये का व्यय प्रस्तावित .
- निम्बाहेड़ा-चित्तौड़गढ़ में नर्सिंग कॉलेज खोला जायेगा, डीडवाना नागौर में जनाना हॉस्पिटल विंग की स्थापना की जायेगी.

- महुवा दौसा, भिवाड़ी अलवर तथा लक्ष्मणगढ़-सीकर के उप जिला अस्पतालों को जिला अस्पतालों में क्रमोन्नत किया जायेगा. पहाड़ी (कामां) - भरतपुर में ब्लॉक मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी का कार्यालय खोला जायेगा.

-उप जिला अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, उप स्वास्थ्य केन्द्र व सेटेलाइट अस्पताल खोले व क्रमोन्नत किये जायेंगे ..

-सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों से उप जिला अस्पतालों में क्रमोन्नत किया जायेगा, ये हैं-बिजयनगर - अजमेर, वर-भरतपुर, राजगढ़ (सादुलपुर) तारानगर- चूरू, मण्डावरी (लालसोट)- दौसा, भादरा-

हनुमानगढ़, सांचौर- जालोर, खेतड़ी मलसीसर (मंडावा) झुंझुनूं ओसियां- जोधपुर, नेछवा (लक्ष्मणगढ़)- सीकर, बागीदौरा बांसवाड़ा एवं भीम - राजसमंद.

- करबला (हवामहल ) - जयपुर एवं चित्तौड़गढ़ में सेटेलाइट चिकित्सालय खोले जायेंगे.

- प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों से सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों (CHC) में क्रमोन्नत किया जायेगा, ये प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र हैं- उमरैण, गवालदा (तिजारा)- अलवर, सल्लोपाट ( बागीदौरा ) बांसवाड़ा करवा थाना (शाहबाद), मोतीपुर (छबड़ा) कुजेड-बारां. लीलसर (चोहटन) बार बांसी (नैनवां) – बूंदी, चंदेरिया - चित्तौड़गढ़, हुडला (महुवा) - दौसा, मण्डावरी (फागी), रोजदा (जालसू) राजावास (शाहपुरा )

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