शुक्रवार को राजस्थान विधानसभा के इतिहास में एक ऐसा वाक्या घटित हुआ जिसे देखकर सीएम गहलोत सकपका गए.
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Rajasthan Budget 2023: शुक्रवार को राजस्थान विधानसभा के इतिहास में एक ऐसा वाक्या घटित हुआ जिसे देखकर सीएम गहलोत सकपका गए. सीएम गहलोत सरकार का आखिरी बजट पेश करने के लिए विधानसभा में अपना भाषण शुरू किया कि कुछ देर बाद उनके कान में एक अधिकारी ने बजट के लिए कुछ कहा जिसे सुनकर सीएम थोड़े ठीठके फिर मामले का भान करते हुए रूके. सीएम ने राजस्थान बजट 2023-24 पेश करने के दौरान भारी चूक हो गई.
सीएम गहलोत ने बजट भाषण पढ़ते वक्त पुराने बजट के कुछ पन्नों को पढ़ दिया जो पिछले साल के थे. यह वाक्या तब हुआ जब सीएम सीएम मनरेगा को लेकर प्रदेश के लिए घोषणाएं करने की शुरूआत की थी. उसी समय उन्हें पता चला कि जो प्रतियां उनके हाथ में वह पिछले बजट की हैं.
कैसे पता चली चूक
सीएम अपने आखिरी बजट भाषण में कह रहे थे कि उन्होंने 125 दिन का काम 100 दिनों में पूरा किया गया है. यह घोषणा सीएम ने 2022 के बजट में की थी. इस लाइन का जिक्र सुनते ही तत्काल वित्त सचिव अखिल अरोड़ा ने मुख्य सचेतक महेश जोशी को अपने पास बुलाया और उनको सीएम से हुई भारी चूक के बारे बताया. जिसके बाद महेश जोशी सीएम की सीट पर गए और उन्हें बजट पढ़ने के दौरना उनसे हुई गलती का अहसास कराया. जिससे सीएम सकपका गए.
सीएम से हुई इस चूक के बाद राजस्थान विधानसभा में बजट बनाने वालों की कार्यप्रणाली पर कई सवाल के उठ रहे हैं कि आखिर इतनी गोपनीयता से बनने वाला बाले बजट में इतनी बड़ी गलती कैसे हुई. जिसके बाद उस अफसर के बारे में लोग जानने के बैचेन हैं जिनकी निगरानी में पूरा बजट तैयार किया गया है.
गौरतलब है कि भरे सदन में सीएम की इस चूक से पूरे आला महकमें में हड़बड़ी मच गई थी. क्योंकि राजस्थान बजट 2023 को बनाने के लिए 4 IAS अफसर और एक RASअफसर की 105 दिनों के लगातार 12 घंटों की मेहनत लगी हुई थी तो महज 6 से 5 मीनट की गलती से सारी मेहतनत मिट्टी में मिल गई.
इन अफसरों ने किया तैयार बजट
नरेश कुमार ठकराल, वित्त (व्यय) सचिव
इनका काम था कि किस योजना पर कितना खर्च आएगा.किस विभाग के लिए कितने बजट की आवश्यकता होगी.इस सबका प्लान तैयार किया।
अखिल अरोड़ा, वित्त विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव
यह वित्त बजट की मॉनिटरिंग करते हुए उसे सीएम के दिशानिर्देशों के अनुसार दिशा देने का काम करते है.
रोहित गुप्ता, वित्त (बजट) सचिव
यह वित्त विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अरोड़ा के मार्गदर्शन में बजट भाषण को तैयार करने की जिम्मेदारी का वाहन करते है.
कृष्ण कांत पाठक, वित्त (राजस्व) सचिव
यह राजस्व की किस तरह व्यवस्था होगी, उसका प्लान तैयार कर बजट में पेश करते है.
ब्रजेश शर्मा, निदेशक (बजट)
यह बजट के लिए आंकड़े जुटाने का काम करते है.
कौन है अखिल अरोड़ा
बजट तैयार करने के मामले में अखिल अरोड़ा बेहद नामचीन नाम हैं.उनकी निगरानी में तैयार बजट में इस तरह की गलती होना बेहद शर्मनाक माना जा रहा है.विपक्षी दल आरोप लगा रहे हैं कि गहलोत सरकार में अफसर बेलगाम हैं, इसी का परिणाम यह घटना है.हालांकि इस मामले में किस अफसर पर क्या कार्रवाई होगी यह जांच रिपोर्ट आने के बाद ही क्लियर हो पाएगा।
बता दें कि राजस्थान का बजट तैयार करने के लिए एक ही साल में दो बार प्रदेश का बजट तैयार करने में वित्त विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अखिल अरोड़ा सहित आईएएस अफसर केके पाठक, नरेश कुमार ठकराल और रोहित गुप्ता ने इस दौरान 100 से ज्यादा मीटिंग्स की हैं.निदेशक (बजट) ब्रज किशोर शर्मा और विभागीय अधिकारियों की टीम ने एक लाख सुझावों के चयन को अंतिम रूप देने का बेहद मुश्किल काम तय समय पर निपटा लिया।