Rajasthan Crime: पुलिस को लगातार 'मुंह चिढ़ाते' हुए असामाजिक तत्व कृत्य करते जा रहे हैं और लग रहा है मानो पुलिस मुंह पर चुप्पी साधे बैठी हो. अब नवग्रह शनि देव मंदिर में आधा दर्जन मूर्तियां तोड़ने का मामला सामने आया है.
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Rajasthan Crime: शाहपुरा के कोटड़ी कस्बे में जहाजपुर रोड पर स्थित नवग्रह शनि देव मंदिर में स्थापित करीब आधा दर्जन मूर्तियों को अज्ञात बदमाशों ने तोड़कर बाहर फेंक दिया. जिसकी सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर जमा हो गए.
घटना के सामने आने के बाद लोगों में भारी आक्रोश है. सूचना पर कोटड़ी थाना पुलिस मौके पर पहुंची. जहाजपुर रोड स्थित कृषि मंडी के पास नवग्रह शनिदेव मंदिर में हनुमान जी सहित कई देवी देवताओं की मूर्तियां स्थापित की गई थी. जिसको बीती रात अज्ञात बदमाशों के द्वारा जड़ से उखाड़ कर बाहर फेंक दिया गया.
वही मंदिर में मात्र एक शनिदेव की मूर्ति को छोड़ दिया गया. इसके अलावा सभी मूर्तियों को तोड़कर बाहर फेंक दिया गया. इसकी सूचना आज सुबह ग्रामीणों को लगी तो ग्रामीण मौके पर पहुंचे. ग्रामीणों में भारी आक्रोश है, सूचना पर एडिशन एसपी चंचल मिश्रा, कोटड़ी पुलिस उपाधीक्षक तथा थाना प्रभारी मौके पर पहुंचे.
पुलिस ग्रामीणों से समझाइश कर रही है. साथ ही आसपास के CCTV फुटेज खंगाल रही हैं. ग्रामीण बदमाशों कि गिरफ्तारी के साथ ही कठोर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
ग्रामीण कोटड़ी थाना प्रभारी सहित पूरे जाब्ते को हटाने की मांग कर रहे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि जब तक इनको नहीं हटाया जायेगा तब तक धरना प्रदर्शन जारी रहेगा. वही काछोला थाना, बनेड़ा थाना, पडेर थाना, अन्य थानों सहित जिला मुख्यालय से अतिरिक्त जाब्ता मौके पर तैनात है.
बता दें कि भीलवाड़ा से ही बीती रात खबर सामने आई थी जिसमें भीलवाड़ा के जहाजपुर दर्जियों के मोहल्ले में जगत शरण मंदिर के पास शिव चबूतरे पर मांस का लोथड़ा मिलने के बाद मोहल्ले वासियों ने जहाजपुर थाना पुलिस को सूचना दी. सूचना पर जहाजपुर थाना अधिकारी मय जाब्ते मौके पर पहुंचे और शिव चबूतरे पर पड़े मांस के लोथड़े को कब्जे में लेकर मामले की जांच में जुट गए.
वहीं पुलिस इस मामले को गम्भीरता से लेते हुए बाजार में लगे जगह-जगह दुकानों पर CCTV कैमरे खंगाल रही है लेकिन अभी तक कोई सुराग नहीं लगा है. मामले को लेकर नगर में शांति का माहौल बना हुआ है. जगह-जगह पुलिस जाब्ता तैनात है. सवाल उठ रहे हैं कि आखिर पुलिस कब इन असामाजिक तत्वों पर रोक लगा पाएगी. मामले को लेकर किसी भी पुलिस अधिकारी ने बयान देने से मना कर दिया है.