Bhilwara: Police Custody में युवक की मौत, परिजनों और ग्रामीणों ने हॉस्पिटल में किया हंगामा
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Bhilwara: Police Custody में युवक की मौत, परिजनों और ग्रामीणों ने हॉस्पिटल में किया हंगामा

Bhilwara News : राजस्थान के भीलवाड़ा जिले की मांडल थाना पुलिस की कस्टडी में पूछताछ के लिए लाए एक युवक की संदिग्ध मौत के बाद माहोल गर्मा गया.  ग्रामीणों ने पुलिसकर्मियों पर शराब के नशे में धूत होकर युवक की पिटाई करने का आरोप लगाते हुए हॉस्पिटल बाहर जमकर हंगामा खड़ा कर दिया.

Bhilwara: Police Custody में युवक की मौत, परिजनों और ग्रामीणों ने हॉस्पिटल में किया हंगामा

Bhilwara News : जिले की मांडल थाना पुलिस की कस्टडी में पूछताछ के लिए लाए एक युवक की संदिग्ध मौत के बाद माहोल गर्मा गया.  ग्रामीणों ने पुलिसकर्मियों पर शराब के नशे में धूत होकर युवक की पिटाई करने का आरोप लगाते हुए हॉस्पिटल बाहर जमकर हंगामा खड़ा कर दिया.

थाना क्षेत्र में 2 दिन पूर्व हुए नारायण गुर्जर हत्याकांड के मामले में पुलिस नारायण को टक्कर मारने वाली कार के मालिक सिरडियास निवासी मुकेश कुमावत को बीती रात पूछताछ के लिए थाने लेकर आई थी इस दौरान पुलिस कस्टडी में मुकेश की मौत हो गई. आज सुबह जब लोगों को इसकी जानकारी मिली तो बड़ी संख्या में लोग हॉस्पिटल पहुंच गये. यहां इन्होंने पुलिस मुकेश को बेवजह गिरफ्तार करने और शराब के नशे में उसके साथ मारपीट कर हत्या करने के आरोप लगाए और हंगामा मचा दिया.

युवक के परिजन का कहना है कि मुकेश कार किराए पर चलाता है, गाड़ी किराए पर गई थी. इससे 1500 रुपये किराये देने की बात कहकर साथ ले गये थे. वो किराए के हिसाब से उनके साथ गया था.  वहां उनके बीच लड़ाई झगड़े से मुकेश का कोई लेना देना नहीं. उसे घर आने के बाद बाद पता चला कि पुलिस उसे ढूंढ रही है और शंका के आधार पर पूछताछ करेगी.

मुकेश राजी खुशी और एक दम स्वस्थ था, रात को खाना खाकर घर के पास बाड़े में सो रहा था. पुलिस वाले आये ओर उसे अपने साथ ले गये और बेरहमी से पिटाई की जिससे उसकी मौत हो गई . पुलिस ने मौत की बात घरवालों से छुपाई. डेथ होने के बाद भी परिजनों से छुपाया गया.

पुलिस वाले नशे में थे इनको खुद को नहीं पता कि इसकी डेथ कितने बजे हुई और इसे कितनी बजे हॉस्पिटल लेकर गये. ग्रामीणों ने पूरा थाना सस्पेंड करने मेडिकल टीम से पोस्टमार्टम करवाने और पीड़ित परिवार को मुआवजा दिलवाने की मांग की है. ग्रामीणों में पुलिसकर्मियों का भी मेडिकल करवाने की मांग की ताकि पुलिसकर्मी नशे में थे या नहीं थे इसका भी पता लग सके.

मृतक के परिजनों ने बताया कि रात को 10:30 बजे पुलिस वाले ने घर पर आकर आवाज दी. बाहर आया तो पुलिस वाले खड़े थे. उन्होंने मुकेश के लिए पूछा. मुकेश घर के पास बाड़े में सो रहा था, पुलिस वालों के साथ हम गए. वहां मुकेश सोया हुआ था उसको उठाया उसका हाथ पकड़ा और उसे साथ में बिठाकर ले गए. जब उनसे पूछा कि हुआ क्या लेकिन बताया नहीं और उसे गाड़ी में बैठा लिया.

मैंने पूछा की बात तो बताओ लेकिन हमे कुछ नहीं बताया. बोला कल सुबह थाने में आ जाना और वहां से गाड़ी में बैठ कर चले गये. मुकेश बिल्कुल स्वस्थ था, खाना खाकर सोया था और कंप्लीट था. आज सुबह पुलिस वालों ने बताया कि तुम्हारा बच्चा बीमार हो गया है और उसे हॉस्पिटल में भर्ती कराया. हम हॉस्पिटल पहुंचे तो बाहर दूसरे लोगों में होने बताया कि तुम्हारा बच्चा नहीं है, उसकी डेथ हो चुकी है. परिजन दोषी पुलिसकर्मी पर कार्यवाही की मांग कर रहे है.

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