भरतपुर के मेडीकल कॉलेज में फाइनल ईयर के स्टूडेंट ने तनाव की वजह से की खुदकुशी
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भरतपुर के मेडीकल कॉलेज में फाइनल ईयर के स्टूडेंट ने तनाव की वजह से की खुदकुशी

Bharatpur News: भरतपुर के श्री जगन्नाथ पहाड़िया मेडीकल कॉलेज में आज फाइनल ईयर के रेजिडेंट स्टूडेंट ने कॉलेज परिसर में बने बॉयज हॉस्टल के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. छात्र काफी समय से डिप्रेशन में था. 

भरतपुर के मेडीकल कॉलेज में फाइनल ईयर के स्टूडेंट ने तनाव की वजह से की खुदकुशी

Bharatpur: भरतपुर के श्री जगन्नाथ पहाड़िया मेडीकल कॉलेज में आज फाइनल ईयर के रेजिडेंट स्टूडेंट ने कॉलेज परिसर में बने बॉयज हॉस्टल के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. छात्र काफी समय से डिप्रेशन में था. साथी मेडीकल रेजिडेंट को जब उसके फंदा लगाने का पता चला, तो वह उसे लेकर जिला आरबीएम अस्पताल पहुंचे. जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. मृतक रेजीडेंट स्टूडेंट अलवर की बानसूर तहसील के रामपुर गांव का रहने वाला सुरेंद्र रावत था. जिसने इस मेडीकल कॉलेज में वर्ष 2018 बैच में एडमिशन लिया था. सोमवार को उसका पीडयाट्रिक्स का प्रैक्टिकल था. वह दोपहर को जब प्रैक्टिकल देकर अपने रूम में पहुंचा तो उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.

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मेडीकल कॉलेज के बॉयज हॉस्टल के वार्डन डॉक्टर पीयूष गोस्वामी ने बताया कि वह प्रेक्टिकल देकर रुम में पहुंचा था. साथी स्टूडेंट को उसके सुसाइड करने का पता चला तो उसे लेकर जिला अस्पताल भिजवाया. जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. वार्डन ने बताया कि वह काफी समय से डिप्रेशन में था. दो दिन पहले ही उसके पिता उससे मिलकर अलवर गए थे. घटना के बाद अस्पताल में रेजीडेंट स्टूडेंट की भीड़ जमा हो गई. साथी स्टूडेंट की इस तरह मौत से हर कोई स्तब्ध था और हर आंख नम थी साथी स्टूडेंट अपनी आंखों से आंसू रोक नही पा रहे थे. घटना के बाद मृतक के परिजनों को सूचना दे दी गई है.

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वहीं, आरबीएम जिला अस्पताल के सीनियर डॉक्टर और फिजीशियन मुकेश गुप्ता ने बताया है कि मेडिकल रेजीडेंट को ब्रॉड डेड की स्थिति में अस्पताल लाया गया था. हमने उसे बचाने के प्रयास किया, लेकिन नहीं बचाया जा सका. इसको लेकर मेडीकल कॉलेज प्रशासन को जानकारी दे दी गई है.

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वहीं मृतक के शव को अब जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया गया है. मृतक के परिजनों के आने के बाद ही उसका पोस्टमार्टम हो सकेगा.
इधर, इस मामले में भरतपुर मेडीकल कॉलेज की सुपरिडेंट डॉ जिज्ञासा साहनी का कहना है कि सुरेंद्र रावत नाम का वर्ष 2018 का स्टूडेंट जो कि इस समय फाइनल ईयर में था. उसने फांसी लगाकर सुसाइड कर ली. 

यह बहुत दुखद विषय है, स्टूडेंट का बाई पोलर डिजीज का इलाज चल रहा था. ऐसा पता लगा है कि, यह बच्चा एंटी साइकोटिक्स पर था. आज के घटनाक्रम को देखते हुए लगता है कि बाइपोलर डिजीज में मैनिक और डिप्रेशन दो उतार चढ़ाव रहते हैं. मूड सुविंग होते हैं. आज शायद स्टूडेंट को कहीं न कहीं डिप्रेशन रहा है. उसके चलते इसने ऐसा भयावह कदम उठा लिया. आज से स्टूडेंट का PUC भी शुरू हो गया था. सोमवार को इनका पीडियाटिक्स का प्री यूनिवर्सिटी था. इसके साथ वाले बच्चों ने बताया कि वह प्रैक्टिकल देना गया था, लेकिन वह एक्जाम में अपीयर नहीं हुआ था. आकर वह बिना पेपर दिए हुए वापस चला गया. जाने के बाद उसने फांसी लगा ली.

Reporter- Devendra Singh

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