जसोल जिला स्तरीय इंस्पायर अवार्ड कार्यशाला आयोजित, युवाओं में वैज्ञानिक सोच की बात कही
Advertisement
trendingNow1/india/rajasthan/rajasthan1314701

जसोल जिला स्तरीय इंस्पायर अवार्ड कार्यशाला आयोजित, युवाओं में वैज्ञानिक सोच की बात कही

बाल प्रतिभाओं में वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देने की राष्ट्रीय इंस्पायर अवार्ड अब बाड़मेर की प्रतिभाओं को रास आने लगा है. यह  अवार्ड भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के योजना का उद्देश्य है जो स्कूली विद्यार्थियों के बीच रचनात्मकता और अभिनव सोच की संस्कृति को बढ़ावा देता है. 

जसोल जिला स्तरीय इंस्पायर अवार्ड कार्यशाला आयोजित, युवाओं में वैज्ञानिक सोच की बात कही

Pachpadra: किसी भी राष्‍ट्र के विकास और मानव जीवन का स्‍तर बेहतर करने के लिए विज्ञान का विकास महत्‍वपूर्ण है. उसी कड़ी में बाल प्रतिभाओं में वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देने की राष्ट्रीय इंस्पायर अवार्ड अब बाड़मेर की प्रतिभाओं को रास आने लगा है. ये बात अन्तर्राष्ट्रीय प्रवक्ता जूना अखाड़ा और दुधेश्वर मठ गाजियाबाद महंत श्री नारायण गिरी जी महाराज ने इंस्पायर अवार्ड मानक योजना के तहत जसोल में आयोजित हुए जिला स्तरीय कार्यक्रम में कही. 

उन्होंने कहा कि मेधावी बालको को आगे लाने से ही राष्ट्र की प्रगति है. जिसको लेकर भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के योजना का उद्देश्य स्कूली विद्यार्थियों के बीच रचनात्मकता और अभिनव सोच की संस्कृति को बढ़ावा देना है. कार्यक्रम में श्री राणी भटियाणी मन्दिर संस्थान अध्यक्ष रावल किशन सिंह जसोल ने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी और बीपीओ क्षेत्र में आकर्षक कैरियर के कारण आज विज्ञान क्षेत्र पर्याप्‍त मात्रा में छात्रों को आकर्षित करने में असमर्थ महसूस कर रहा है. 

आज देश में  मेधावी युवा को विद्यालय के दिनों से विज्ञान के प्रति आकर्षित किया गया.  संस्थान के जरिएउन्हें एक प्लेटफार्म देकर उच्च शिक्षा के पायदान पर पहुंचाने का कार्य कर रहा हैं. 

जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक राजन कुमार शर्मा ने कहा कि राष्टीय इंस्पायर अवार्ड मौलिक विचारों और नव परिवर्तनों के नए आइडिया के लिए आनलाइन आमंत्रित किए गए हैं. उन्होंने कहा कि योजना के तहत बाड़मेर जिला पिछले वर्ष पूरे देश में चौथे स्थान पर रहा है. अब इस वर्ष बाड़मेर को प्रथम स्थान पर लाना है. जिसमे प्रतिभाओं को कुछ करने का मौका मिलता है. जिसमे उसका चयन नवीनताए व्यवहारिकताए सामाजिक उपयोगिताए पर्यावरण की अनुकूलता और वर्तमान तकनीक से बेहतरी के आधार पर होगा. चुने जाने वाले विद्यार्थी को माडल और अन्य वैज्ञानिक आविष्कारों के लिए आर्थिक सहायता दी जाएगी.

 जिला शिक्षा अधिकारी एलिमेंट्री केशरदान रतनू ने कहा कि केंद्र के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय की ओर से शुरू किया गया इंस्‍पायर कार्यक्रम एक अनोखा कार्यक्रम हैए जिसके तहत विज्ञान में बेहतरीन प्रतिभावान छात्रों को आकर्षित करने का प्रयास किया जाता है. इसके साथ ही विज्ञान संबंधी रोजगार चुनने के लिए आवश्‍यक अवसरों के साथ उन्‍हें विज्ञान संबंधी रोजगारपरक शोध कार्यों के लिए वित्‍तीय सहायता भी प्रदान की जाती है. 

उन्होंने कहा कि छठीं से दसवीं तक के स्कूली विद्यार्थियों में सृजनात्मक नवाचारी सोच विकसित करने को लेकर इंस्पायर अवार्ड मानक योजना का संचालन किया जा रहा है जिसमें देश भर से स्कूली विद्यार्थियों के ऐसे श्रेष्ठ एवं मौलिक सृजनात्मक विचारों को संबल प्रदान किया जाता है जो सामाजिक आवश्यकताओं व उपयोगिताओं की कसौटी पर खरे उतरते हैं. जेतमाल सिंह राठोड़ ने बताया की इस दौरान जिले की 21 पंचायत समितियों के मुख्य ब्लाक शिक्षा अधिकारीए ब्लाक इंस्पायर अवार्ड प्रभारी व प्रत्येक ब्लाक के विशेषज्ञ मौजूद रहे.

अपने जिले की खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

अन्य खबरें 

कोटा के निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात, बैराज से बड़े पैमाने पर जल निकासी शुरू, अलर्ट जारी

Trending news