Barmer News: बाड़मेर के संत निरंकारी मिशन (Sant Nirankari Mission) की सामाजिक शाखा संत निरंकारी चेरिटेबल फाउंडेशन ने सोमवार को मानव एकता दिवस मनाया. इस दौरान जिला मुख्यालय पर विशाल रक्तदान शिविर (Blood Donation Camp) का आयोजन किया गया.
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Barmer: बाड़मेर जिला मुख्यालय पर संत निरंकारी मिशन (Sant Nirankari Mission) की सामाजिक शाखा संत निरंकारी चेरिटेबल फाउंडेशन द्वारा मानवता के मसीहा बाबा गुरुबचन सिंह की पावन स्मृति में सोमवार को मानव एकता दिवस पर विशाल रक्तदान शिविर (Blood Donation Camp) का आयोजन शहर के शिव नगर में स्थित संत निरंकारी सत्संग भवन में किया गया. संत निरंकारी मण्डल बाड़मेर के मीडिया प्रभारी हितेश तंवर ने बताया कि, रक्तदान शिविर (Blood Donation Camp) के साथ विशाल निरंकारी संत समागम का भी आयोजन किया गया. रक्तदान शिविर (Blood Donation Camp) का शुभारंभ मेवाराम जैन विधायक बाड़मेर, दीपक माली सभापति नगर परिषद बाड़मेर, संत शांतिलाल संत निरंकारी मण्डल बाड़मेर के जॉनल प्रभारी ने फीता काटकर किया. शुभारंभ के दौरान के सभी अतिथियों का माला एवं साफा पहनाकर स्वागत एवं बहुमान किया गया.
इस दौरान सभी अतिथियों एवं संत निरंकारी मिशन (Sant Nirankari Mission) राजस्थान के प्रभारी राकेश मुटरेजा ने शिवर का निरीक्षण कर रक्तदाताओं का हौसला बढ़ाया और निरंकारी मिशन की सराहना की. साथ ही अतिथियों ने मानव एकता दिवस पर आयोजित राजस्थान के प्रभारी राकेश मुटरेजा के सानिध्य में चल रहे विशाल निरंकारी संत समागम में भाग लिया. समागम में मुख्य अतिथि विधायक मेवाराम जैन ने कहा कि, बाड़मेर जिले में मैंने आज दिन तक ऐसा मिशन नहीं देखा जो हर वक्त हर समय मानवता की सेवा के लिए तैयार रहता है इस मिशन ने कोरोना में भी जरूरमंद लोगों के सहयोग के साथ अन्य सेवा कार्य किए. मिशन की इस नई भूमि के लिए भी मैं खुश हूं ताकि यहां बड़ा विशाल निरंकारी भवन बनेगा.
रक्तदान शिविर (Blood Donation Camp) में कई लोगों ने नाम लिखवाये है लेकिन निरंकारी बाबा हरदेवसिंह (Baba Hardev Singh) महाराज के "रक्त नालियों में नहीं मानव की नाड़ियों में बहे" के संदेश को अपनाते हुए आप रक्तदान कर रहे हैं, ये भी बहुत सराहनीय कार्य है. निरंकारी मिशन के किसी भी कार्य हेतु मैं हमेशा तत्पर रहूंगा. समागम के दौरान कई सन्तों ने भजन, विचार, एवं कविताएं प्रस्तुत की एवं कवि दरबार का भी आयोजन किया. कई सेवादलो ने लघु नाटक के माध्यम से मानवता की सेवा, वृक्षारोपण, रक्तदान एवं स्वच्छ जल स्वच्छ मन के बारे में संदेश दिया. साथ ही इस समागम के दौरान भक्तिमय माहौल बना रहा.\
समागम के दौरान संत निरंकारी मिशन (Sant Nirankari Mission) राजस्थान के प्रभारी राकेश मुटरेजा ने विचारों में कहा कि, सबसे बड़ा कोई धर्म या कार्य है तो वो सिर्फ मानवता है. इस संसार में अगर शांति रह सकती है तो मानवता और इंसानियत से ही रह सकती है. संसार में सच बोलना आसान नहीं सच बोलने से दुश्मनी हो जाती है लेकिन ये संत निरंकारी मिशन (Sant Nirankari Mission) एक सच्चा मिशन है. संसार में लोग झूठ और अज्ञानता की ओर जा रहे हैं. मनुष्य अपने सुख और दुःख को सांसारिक कार्यो के साथ जोड़ रहा है. बाबा बूटासिंह महाराज ने भी सचाई का साथ देते हुए इस मिशन की शुरुआत की और लोगों ने विरोध किया और बाबा अवतार सिंह का भी साथ मिल और इस मिशन को सींचा. जिस किसी ने मिशन को समझा तो वो प्यार का गुण गाने लगा ओर झूम उठा. सतगुरु की पहचान भी वही होती है जो परम सत्य तत्व, परमात्मा के साथ जोड़े.
परमात्मा एक है, अखण्ड है इसे कभी दो किया नहीं जा सकता. जिसे पानी भिगो नहीं सकता, अग्नि जला नहीं सकती, तलवार काट नही सकती, वायु सूखा नहीं सकती है परमात्मा ये स्वयम्भू, अनश्वर, अनादि, अकार है. हमें सब में परमात्मा का अंश देखना होगा. जिस प्रकार बाबा गुरबचन सिंह महाराज हमारे यहां नहीं है लेकिन हम उनको आज भी याद कर रहे हैं और ऐसे कई संत महात्माओं ने सच के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी. बाबा हरदेवसिंह (Baba Hardev Singh) महाराज के एक संदेश ने आज संसार को बदल दिया है और 38 वर्षों में लगभग 13 लाख यूनिट से अधिक रक्तदान निरंकारी मिशन ने किया है.
संत हमेशा सबके भले की कामना करते हैं. हमे प्यार सीखने के अलावा प्यार बनना होगा . अलग अलग मनुष्य ऐसे हैं जिस प्रकार बर्तन अलग और बर्तन में पानी एक है. हमें अगर किसी का भला करना है तो वो हमें अपने घर एवं मन से शुरू करना होगा और हम अपने परिवार के बारे में सब का भला मांगे ओर भला करे तब धीरे-धीरे ये शहर और पूरा संसार शांति एवं प्यार रूपी जीवन जी पाएगा. आज सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज भी यही चाह रहे हैं कि हम प्रेम, शांति, एकत्व, सहनशीलता, इंसानियत और रूहानियत के साथ जीवन जियें.
महिलाओं में रक्तदान को लेकर दिखा उत्साह
मानव एकता दिवस के दौरान आयोजित रक्तदान शिविर (Blood Donation Camp) में निरंकारी अनुयायियों द्वारा 204 यूनिट रक्तदान किया गया. रक्तदान को लेकर महिलाओं में काफी उत्साह नजर आया एवं महिलाओं ने बढ़चढ़कर रक्तदान किया. साथ ही अनेक निरंकारी अनुयायियों ने रक्तदान के लिए नाम दर्ज करवाए . सतगुरु बाबा हरदेव महाराज के संदेश "रक्त नालियों में नहीं मानव की नाड़ियो में बहना चाहिए" को अपनाते हुए सभी ने रक्तदान किया.
अतिथि रहे उपस्थित
मेवाराम जैन विधायक बाड़मेर, दीपक माली सभापति नगर परिषद, माली समाज अध्यक्ष दमाराम माली, गोविंद भील पार्षद, करनाराम मारुड़ी ठेकेदार, छगन पार्षद, रुस्तम पार्षद सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे.
मानवता की सेवा का लिया प्रण
विशाल निरंकारी संत समागम के दौरान जोधपुर कवास, भीलों का पार, बायतु, रामसर, बालोतरा, उतरलाई, धोरीमन्ना, गुड़ामालानी सहित बाड़मेर के हजारों निरंकारी अनुयायियों ने रक्तदान एवं अन्य सेवा कार्य के लिए मानवता की सेवा का प्रण लिया.
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