राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट और सारा अब्दुल्ला की प्रेम कहानी का अंत हो गया है सचिन पायलट ने विधानसभा चुनाव के नामांकन में अपने एक हलकनेम में खुद को तलाकशुदा बताया है इसके बाद साफ हो गया है की सर अब्दुल्ला और सचिन पायलट की शादी का अंत हो गया।
सचिन पायलट की प्रेम कहानी आसान नहीं थी लेकिन इसके बावजूद सचिन पायलट ने सारी मुश्किलों से पार पाते हुए न सिर्फ अपने अपनी मोहब्बत को हासिल किया बल्कि शादी भी की.
सचिन-सारा ने 'धर्म की दीवार' को गिराते हुए अपने प्यार को 'मंजिल' तक पहुंचाया था. 7 सितम्बर 1977 को जन्मे सचिन पायलट के पिता राजेश पायलट दिग्गज कांग्रेसी नेता रहे हैं. जबकि सारा पायलट के पिता जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला की बेटी हैं. दोनों लोगों की परिवार सियासत में अपनी मजबूत पकड़ रखता है.
दोनों की पहली मुलाकात लंदन में पढ़ाई के दौरान हुई थी. धीरे धारे दोनों में नजदीकियां बढ़ी और बाद में दोनों एक-दूसरे को डेट करने लगे. तीन साल के इस रिश्ते को वह एक नाम देके शादी के बंधन में बंधना चाहते थे, लेकिन दोनों के परिवार मजहब अलग होने के कारण इस रिश्ते के लिए राजी नहीं था. लेकिन कहते है ना मिया बीवी राजी तो क्या करेगा काजी.
सचिन ने मजहबी दीवार से परे जाते हुए अपने प्यार को मुकम्मल करने के लिए किसी तरह से अपने परिवार को मना लिया था, लेकिन सारा की फैमिली सचिन से शादी करने के लिए राजी नहीं थी. हालांकि बेटी के जिद आगे पिता झुका और बाद में फारूक ने अपनी बेटी के निकाह के लिए सचिन पायलट से हामी भर दी.
दोनों परिवारों को मनाने के बाद 2004 में दोनों शादी के बंधन में बंध गए. सारा के जिंदगी में आते ही सचिन का राजनीतिक करियर चमक उठा और सचिन 2009 में अजमेर से सांसद बने. इन्होंने कम उम्र में सांसद का चुनाव जीता था. 2018 में टोंक विधानसभा सीट से विधायक बनने के बाद राजस्थान के वह पहले कम उम्र के उपमुख्यमंत्री बने।
सारा पायलट ने भी सचिन पायलट के उप मुख्यमंत्री बनते ही उनकी पत्नी सारा पायलट ने भी अपने नाम एक खास रिकॉर्ड किया था . वे देश की एकमात्र ऐसी महिला बन गई थी जिनके दादा एक रियासत में प्रधानमंत्री रहे, पिता और भाई मुख्यमंत्री रहे और पति उप-मुख्यमंत्री रहा. यही नहीं सारा पायलट के ससुर यानी सचिन पायलट के पिता राजेश पायलट भी केन्द्र सरकार में मंत्री रह चुके थे.
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