तिजारा का तुलसी विवाह बना चर्चा का केंद्र, मां तुलसी चांदनी चौक का लहंगा पहन हुई विदा
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तिजारा का तुलसी विवाह बना चर्चा का केंद्र, मां तुलसी चांदनी चौक का लहंगा पहन हुई विदा

अलवर के तिजारा में तुलसी विवाह चर्चा का केंद्र रहा जहां मां तुलसी के लिए चांदनी चौक से लहंगा लाया गया था, वही शालिग्राम जी को वृंदावन की शेरवानी पहनाई गई.

तिजारा का तुलसी विवाह बना चर्चा का केंद्र, मां तुलसी चांदनी चौक का लहंगा पहन हुई विदा

Tijara News, Alwar : राजस्थान के अलवर के तिजारा में मां तुलसी और शालिग्राम का विवाह पूरे धूमधाम से यूआईटी सेक्टर 8 के बटेश्वर मंदिर  हुआ जहां महाराज शालिग्राम की बारात पहुंची और रात 12:00 बजे मां तुलसी को दुल्हन के रूप में विदा किया गया. बारात और शादी समारोह में करीब 10000 से ज्यादा लोगों ने शिरकत की और विशाल भंडारे में प्रसाद भी ग्रहण किया. भगवान शालिग्राम की बारात में 108 वाहनों के साथ पांच डीजे की धुन पर महिला और पुरुष नाचते गाते हुए आए.

देवउठनी एकादशी पर भिवाड़ी के सेक्टर 4 में स्थित बटकेश्वर महादेव मंदिर के प्रांगण में तुलसी -शालिग्राम का विवाह बड़ी ही धूमधाम से संपन्न हुआ ,इसमें करीब 10 से 15 हजार लोगों ने भाग लिया और सभी के लिए भोजन व्यवस्था भी की गई.

समारोह के दौरान सेक्टर चार के रहने वाले ग्यारसी राम गुप्ता ने वधू पक्ष की भूमिका निभाते हुए तुलसी माता का कन्यादान किया तो वही वर पक्ष शालिग्राम की ओर से तुलसीराम शर्मा के द्वारा वर पक्ष की भूमिका निभाई गई. शनिवार देर रात शालिग्राम की बारात चली जो भिवाड़ी के मुख्य रास्तों से होते हुए बड़ी संख्या में 108 साधनों व पांच डीजे की धुन पर नाचते गाते बारातियों के साथ देर रात सेक्टर चार स्थित बटकेश्वर महादेव मंदिर के प्रांगण में पहुंची, यहां पर सनातन धर्म के रीति-रिवाजों के हिसाब से तुलसी माता व शालीग्राम के विवाह की सारी रस्मो रिवाज संपन्न कराई गई.

इस दौरान इस शुभ घड़ी के हजारों लोग साक्षी बने, महिलाओं के द्वारा मंगल गीत गाए गए तो वही बाराती लगातार बज रहे पांच डीजे की धुन पर थिरकते हुए नजर आए. विवाह समारोह के आयोजन में महिलाओं की ओर से सेक्टर 4 पार्क में मेहंदी व संगीत की रस्म भी आयोजित की गई.

भिवाड़ी के श्री बांके बिहारी समिति की तरफ से ये पांचवा आयोजन किया गया था , इसमें लोगों को आमंत्रित करने के लिए 4000 कार्ड शहर में बांटे गए हैं. विवाह की रस्में संपन्न कर देर रात 12 बजे वधु के रूप में तुलसी माता को वर पक्ष के साथ विदा किया गया.

दिल्ली के चांदनी चौक से खरीदा लहंगा वृंदावन से आई शेरवानी
तुलसी माता और शालिग्राम के लिए श्रृंगार और  साजो सामान की पूरी व्यवस्था की गई थी, इसमें तुलसी मैया के लिए दिल्ली के चांदनी चौक से लहंगा खरीदा गया, तो वही शालिग्राम के लिए वृंदावन से 27500 रुपए की शेरवानी व मुकुट लाए गए यही नहीं शालिग्राम का श्रृंगार करने के लिए वृंदावन से एक्सपर्ट पार्लर को भी बुलाया गया था व तुलसी मैया का भिवाड़ी के ब्यूटी पार्लर द्वारा श्रृंगार किया गया । देर रात तक भिवाड़ी में तुलसी माता व शालीग्राम के विवाह की चर्चा लोगों के बीच बनी रही. सभी लोगों ने विवाह में शामिल होकर आनंद लिया.

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