अलवर: शारीरिक शिक्षक संघ की CM गहलोत से मांग, अशैक्षणिक संवर्ग में हो तबादला, मानी जाए हमारी ये मांगें
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अलवर: शारीरिक शिक्षक संघ की CM गहलोत से मांग, अशैक्षणिक संवर्ग में हो तबादला, मानी जाए हमारी ये मांगें

अलवर के खैरथल में शारीरिक शिक्षक संघ ने मुख्यमंत्री से शारीरिक शिक्षकों के अशैक्षणिक संवर्ग में तबादले के साथ शैक्षिक संवर्ग के समान स्वास्थ्य एवं शारीरिक शिक्षा के सशक्तिकरण की मांग रखी.

 

अलवर: शारीरिक शिक्षक संघ की CM गहलोत से मांग, अशैक्षणिक संवर्ग में हो तबादला, मानी जाए हमारी ये मांगें

Alwar: राजस्थान शारीरिक शिक्षा शिक्षक संघ की अलवर जिला शाखा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खैरथल अलवर आगमन पर ज्ञापन सौंपकर अशैक्षणिक संवर्ग में शारीरिक शिक्षकों के तबादला आदेश जारी करवाने की मांग रखी.

उल्लेखनीय है कि राजस्थान सरकार के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कल किशनगढ़ विधानसभा क्षेत्र के विकास कार्यों का शिलान्यास-लोकार्पण करने के लिए खैरथल आये थे. 

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इस अवसर पर राजस्थान शारीरिक शिक्षा शिक्षक संघ के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुजीत नेहरा और भगवान सैनी पूर्व जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में हैलीपेड पर मुख्यमंत्री जी को सूत माला वह गांधी टोपी पहना कर स्वागत किया गया और शारीरिक शिक्षकों की लंबे समय से रुकी हुई पदोन्नतियों और व्याख्याता शारीरिक शिक्षक पदों पर भर्ती नहीं होने को इस सरकार द्वारा गंभीरता से लेकर सेवा नियमों में संशोधन करवा कर रुकी हुई पदोन्नतियां तथा व्याख्याता शारीरिक शिक्षा की सीधी भर्ती शुरू करवाने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया गया.

पुरानी पेंशन योजना को बहाल करने की मांग
मुख्यमंत्री द्वारा एनपीएस के स्थान पर पुरानी पेंशन योजना को बहाल कर राज्य के लगभग आठ लाख कर्मचारियों को एक समानता देकर उनके परिवारों का भविष्य सुनिश्चित करने तथा आरजीएचएस के माध्यम से सम्मानजनक आदर्श स्वास्थ्य सुविधाएं देकर उनके परिवार जनों का कल्याण करने के लिए विभिन्न संवर्ग के कर्मचारी संगठनों के संयुक्त प्रतिनिधिमंडल के साथ मंच पर शारीरिक शिक्षक संघ द्वारा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का सामूहिक रूप से स्वागत भी किया गया.

इसके बाद शारीरिक शिक्षक संघ के अलवर जिला अध्यक्ष मक्खन सिंह गुर्जर ने मंच पर मुख्यमंत्री को इस कार्यकाल में तीन बार शारीरिक शिक्षकों की भर्तियां जारी करने के लिए धन्यवाद ज्ञापित करते हुए शैक्षिक संवर्ग के समान स्वास्थ्य एवं शारीरिक शिक्षा को सशक्त बनाने के लिए चार सूत्री मांग पत्र का ज्ञापन सौंपा. साथ ही मांग की कि स्वास्थ्य एवं शारीरिक शिक्षा को कक्षा 1 से 10 तक अनिवार्य विषय एवं कक्षा 11-12 में ऐच्छिक विषय के रूप में प्रारंभ करवाते हुए उसके प्राप्तांकों को मुख्य परिणाम में जोड़ा जाए तथा प्रत्येक विद्यालय में संवर्गवार व्याख्याता शारीरिक शिक्षा, वरिष्ठ शारीरिक शिक्षक एवं शारीरिक शिक्षा अध्यापक लेवल 2 व लेवल-1 स्तर के चार पद सृजित करवाए जाएं और प्रत्येक ब्लॉक व मुख्यालय कार्यालय में उप जिला शिक्षा अधिकारी शारीरिक शिक्षा व सीडीईओ में वरिष्ठ उप जिला शिक्षा अधिकारी शारीरिक शिक्षा का पद सृजित करवाया जाए.

और क्या बोले जिला अध्यक्ष मक्खन सिंह गुर्जर 
जिला अध्यक्ष मक्खन सिंह गुर्जर ने मुख्यमंत्री को जोर देकर कहा कि पूर्ववर्ती राज्य सरकार द्वारा स्टाफिंग पैटर्न पॉलिसी 2015 में शारीरिक शिक्षक पद को अशैक्षणिक संवर्ग में पुस्तकालय अध्यक्ष, प्रयोगशाला सहायक, मंत्रालय कर्मचारी के साथ रखते हुए शैक्षिक संवर्ग से विभाजित कर दिया गया और वर्तमान में हो रहे तबादलों में शारीरिक शिक्षकों को तृतीय श्रेणी अध्यापकों के साथ शैक्षिक संवर्ग में मानकर स्थानांतरण से वंचित रखा जा रहा है, जबकि अशैक्षणिक संवर्ग के सभी पदों पर स्थानांतरण किए जा रहे हैं, अतः शारीरिक शिक्षकों के भी अशैक्षणिक संवर्ग की भांति स्थानांतरण आदेश जारी किए जाने की मांग रखी.

ये लोग रहे मौजूद
इस अवसर पर हरवीर सिंह, श्याम लाल यादव राजेश चौधरी, शंभू सिंह, दारा सिंह, गजेंद्र सिंह, वीरेंद्र खेरिया, गोपी राम, राजेंद्र कुमार, मिश्रीलाल सैनी, संजय कुमार इत्यादि शारीरिक शिक्षक साथ में रहे.

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