Alwar: क्रिसमस से पूर्व संध्या पर होगी चर्च में विशेष प्रार्थना,रात 11.30 बजे होगा प्रभु यशु का जन्मदिन
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Alwar: क्रिसमस से पूर्व संध्या पर होगी चर्च में विशेष प्रार्थना,रात 11.30 बजे होगा प्रभु यशु का जन्मदिन

Alwar news: क्रिसमस की पूर्व संध्या पर अलवर शहर के चर्च रोड पर आज रविवार को विशेष सज्जा की गई है. वही रात को प्रभु यशु के जन्मदिन पर विशेज प्राथना होगी.और रात को ही संता क्लोज बच्चो को उपहार देंगे.

विशेष प्रार्थना

Alwar news: क्रिसमस की पूर्व संध्या पर अलवर शहर के चर्च रोड पर आज रविवार को विशेष सज्जा की गई है. वही रात को प्रभु यशु के जन्मदिन पर विशेज प्राथना होगी.और रात को ही संता क्लोज बच्चो को उपहार देंगे.

वही सोमवार सुबह प्रभु यीशु के जन्मदिन पर क्रिसमस का त्यौहार बड़े धूमधाम से मनाया जाएगा. जहां चर्च सज धज कर तैयार हो चुके हैं. वही रंगीन रोशनी से चर्च के चारों ओर चहल-पहल नजर आ रही है. क्रिसमस के दिन 24 और 25 दिसंबर को विशेष प्रार्थना की जाएगी.

अलवर में ईसाई समुदाय के दो चर्चे हैं 
ईसाई समुदाय की ओर से सारी तैयारियां पूरी कर ली गई है. अलवर में ईसाई समुदाय के दो चर्चे हैं जो की 1886 से पहले बने हुए हैं. अलवर शहर में रोड का नाम ही चर्च रोड रख दिया गया. यहां स्थित सेंट एंड्रयूज चर्च के रेवह्रेंट राजेश मेकवान ने बताया कि क्रिसमस के उपलक्ष में आज चर्च को सजाया गया है. लाइटिंग की गई है. वही क्रिसमस ट्री भी जगमग हो रहे हैं.

 आज की रात बच्चों को संता क्लोज द्वारा उपहार वितरित किए जाएंगे. चर्च में आने वाले लोग मोमबत्ती जलाकर प्रार्थना करेंगे. प्रभु यीशु के जन्मदिन पर बेल बजाई जाएगी.

11:30 बजे विशेष प्रार्थना सभा होगी
दूसरे बड़े चर्च केंडलगंज स्तिथ रेनिश जोसफ ने बताया आज चर्च को विशेष लाइटिंग से सजाया गया है. रात 11:30 बजे विशेष प्रार्थना सभा होगी.गीत गाए जाएंगे और प्रवचन होंगे. वही रात को प्रभु यीशु के जन्म के समय घंटी बजाई जाएगी. सोमवार सुबह 9 बजे प्रार्थना सभा का आयोजन होगा. लोगों द्वारा चर्च में मोमबत्ती जलाई जाएगी.

क्रिसमस के बारे में 
क्रिसमस 25 दिसंबर को मनाया जाता है और यह एक पवित्र धार्मिक अवकाश और विश्वव्यापी सांस्कृतिक और व्यावसायिक घटना दोनों है. दो सहस्राब्दियों से, दुनिया भर के लोग इसे उन परंपराओं और प्रथाओं के साथ मना रहे हैं जो धार्मिक और धर्मनिरपेक्ष दोनों हैं. ईसाई क्रिसमस दिवस को नाज़रेथ के यीशु के जन्म की सालगिरह के रूप में मनाते हैं, एक आध्यात्मिक नेता जिनकी शिक्षाएं उनके धर्म का आधार हैं.

 लोकप्रिय रीति-रिवाजों में उपहारों का आदान-प्रदान करना, क्रिसमस पेड़ों को सजाना, चर्च में जाना, परिवार और दोस्तों के साथ भोजन साझा करना और निश्चित रूप से, सांता क्लॉज़ के आने की प्रतीक्षा करना शामिल है. 25 दिसंबर—क्रिसमस दिवस—1870 से संयुक्त राज्य अमेरिका में एक संघीय अवकाश रहा है.

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