Alwar news: सरिस्का सदर रेंजर जितेंद्र सिंह चौधरी ने बताया कि 7 जून को मुखबिर की सूचना मिलने के बाद, रात्रि गश्त के दौरान उदय नाथ क्षेत्र में भोपाला निवासी गिर्राज मीणा और नेमीचंद मीणा दूजा का जंगल जो सरिस्का में है. वहां रात्रि को शिकार करने गए हैं. हमारी टीम ने उस जगह की नाकेबंदी की. जहा संभावित जगह निकलने की थी.
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Alwar: सरिस्का सदर रेंजर जितेंद्र सिंह चौधरी ने बताया कि 7 जून को मुखबिर की सूचना मिलने के बाद, रात्रि गश्त के दौरान उदय नाथ क्षेत्र में भोपाला निवासी गिर्राज मीणा और नेमीचंद मीणा दूजा का जंगल जो सरिस्का में है. वहां रात्रि को शिकार करने गए हैं.हमारी टीम ने उस जगह की नाकेबंदी की. जहा संभावित जगह निकलने की थी.
बदमाशों से ये हुआ बरामद
नाकेबंदी के दौरान आधे पोने घंटे बाद यह शिकारी जंगल से निकल कर आ रहे थे. जिसमें इनकी घेराबंदी की तो शिकारी गिर्राज मीणा ने स्टाफ के साथी कान सिंह पर बंदूक तान दी और भागने की कोशिश की. जिसमें स्टाफ ने जान की बाजी लगाकर इनको धर दबोचा. इनके पास से मोटरसाइकिल ,एक लोडेड बंदूक, बंदूक के छर्रे बारूद और टॉर्च बरामद की है. जिन्हें न्यायालय में 3 दिन की रिमांड पर ले कर आज पेश कर रहे हैं. जिसमें ये खाने के लिए खरगोश का शिकार कर रहे थे.
सरिस्का के सदर रेंजर जितेंद्र सिंह ने बताया की स्टाफ के 4 साथी कान सिंह दारा सिंह और राजेंद्र और एक होमगार्ड के जवान को जिन्होंने अपनी बहादुर दिलेरी से शिकारियों को पकड़ा है .उन्हें सरकार सम्मानित करें. गैलंट्री प्रमोशन दे . पुलिस की तरह इनको उच्च स्तरीय सम्मान देकर प्रोत्साहित करें. जिससे कि और लोग इनका कार्य को देखकर प्रोत्साहित हो. जिससे वन्यजीव व जंगल की सुरक्षा करें. सुरक्षा की दृष्टि से वनकर्मचारी के पास केवल लाठी-डंडों के भरोसे ही शिकारियों से जंगल की सुरक्षा करते हैं .
गोली से कर्मचारी हो गए थे घायल
सरिस्का बाघ परियोजना में शिकारियों की घटना होने के चलते पहले भी वन कर्मचारी अकबरपुर रेंज के रोटकला चौकी पर शिकारियों की बंदूक से गोली लगने पर कर्मचारी घायल हो गए थे. लेकिन अब इस घटना में सूझबूझ के कारण सिकारियो को पकड़ा गया. जिसमें लाठी-डंडों के भरोसे ही वन्यजीवों वा जंगल की वन कर्मचारी शिकारियों से सुरक्षा करते हैं.
वन कर्मचारी कान सिंह ने बताया कि पहले इन शिकारियों ने बंदूक चलाई. हम जैसे ही इनके पास पहुंचे तो बाइक चलाते हुए उसको पकड़ लिया और दूसरा थोड़ा सा आगे एक गड्ढे के समीप छुपा हुआ था. जहां मे पहुंचा तो मेरे बंदूक लगा दी और वह भागने की कोशिश में थे तो हमने घेराबंदी कर उन्हें पकड़ लिया. हमारे पास सुरक्षा की दृष्टि से लाठी और टोर्च थी.
Reporter- Kamlesh Joshi
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