अलवर में घर के बाड़े में बंधी गायों को ले गए गोतस्कर, बछड़ों को इस तरह पालने को मजबूर पशुपालक
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अलवर में घर के बाड़े में बंधी गायों को ले गए गोतस्कर, बछड़ों को इस तरह पालने को मजबूर पशुपालक

Alwar news: अलवर में गोतस्करी (Gotaskari) की घटनाएं बढ़ती ही जा रही हैं. अब गोतस्कर गोपालकों के घर मे बंधी गायों को भी उठा कर ले जा रहे हैं. हाल में एक ताजा घटनाक्रम ऐसा भी सामने आया, जिसमे घर के बाड़े में बंधी 6 गायों को तस्कर पिकअप गाड़ी में भरकर ले गए.

 

अलवर में घर के बाड़े में बंधी गायों को ले गए गोतस्कर, बछड़ों को इस तरह पालने को मजबूर पशुपालक

Alwar : अलवर में गोतस्करी की घटनाएं रुकने का नाम नही ले रही , आये दिन गोतस्कर वारदातों को अंजाम दे रहे , इतना ही नही अब गोतस्कर गोपालकों के घर मे बंधी गायों को भी उठा कर ले जा रहे है , अभी एक ताजा घटनाक्रम ऐसा भी सामने आया जिसमे घर के बाड़े में बंधी 6 गायों को तस्कर पिकअप गाड़ी में भरकर ले गए. इसमे तीन गाय ऐसी थी जो हाल ही में ब्याही थी अब उनके बछड़े अपनी मां के दूध से वंचित हो गए है अब उन्हें पशुपालक परिवार निप्पल वाली बोतल से दूध पिलाकर उन्हें मां का प्यार देने की कोशिश में जुटा है .

अलवर शहर में लगातार गोतस्करी की घटनाएं सामने आ रही है इस मामले में भले ही पुलिस प्रशासन इन पर लगाम लगाने के लिए प्रयास करता हो लेकिन गोतस्करों के हौंसले बढ़ते जा रहे है , हाल ही में 14 अप्रैल की रात अलवर शहर में गोपाल टॉकीज के सामने गली से एक पशुपालक के घर के बाड़े में में बंधी छह दुधारू गायों को गौ तस्करों द्वारा पिकअप में भरकर ले जाने का मामला सामने आया , इसका सीसीटीवी भी सामने आया , इन छह गायो में तीन गाय ऐसी बताई गई जो हाल ही में ब्याही थी उनके छोटे-छोटे नवजात 3 बछड़े है जो अपनी मां के बिना उदास हैं.

ना तो वह दूध पी रहे हैं ,ना ही वह खुश नजर आ रहे हैं , अपनी मां के साथ उछल कूद करने वाले तीनों बच्चे अब निप्पल से या दूसरी गाय का दूध पी रहे हैं , लेकिन मां का दूध मां का होता है ऐसे में गो पालक इन बछड़ों को निप्पल से दूध पिला कर उनका पेट भरने का प्रयास कर रहे हैं साथ ही उन्हें मां का प्यार देने की कोशिश में लगे है , वही पशुपालक रेशम देवी ने बताया हमे बछड़ों का दर्द देखा नही जाता ,हम प्रयास कर रहे है इन्हें मां के दूध का आभास हो इसलिए इन्हें निप्पल बोतल से दूध पिला रहे है .

पशुपालक मोहन सिंह ने बताया छः गायों में इन तीन ब्याही गायों के अलावा दो गाय गर्भवती थी और एक गाय साधारण थी. ऐसे में जो बछड़े बिन मां के हैं उनके सामने परेशानी का कारण बन गया है. हालत यह है कि पूरा परिवार इस वक्त उदास नजर आता है और प्रशासन को कोस रहा है कि आखिर ऐसा कैसा प्रशासन है कि अलवर शहर में पुलिस नियंत्रण कक्ष के समीप ही सिविल लाइन में गौ तस्कर आते हैं और घरों के आगे बंधी गायों को भरकर ले जाते हैं.

गोतस्करों के हौसले इतने बुलंद हो चुके है कि गोरक्षकों व पुलिस की नाकेबंदी में फायरिंग करने से भी नही चूकते , हाल ही दो पूर्व दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस वे पर भी स्थानीय गोरक्षकों ने एक स्कॉर्पियो गाड़ी में गायों को भरकर ले जा रहे गोतस्करों को पकड़ा था जिसमे गोतस्कर फायरिंग करते हुए भाग निकले थे , पुलिस ने गाड़ी में बरामद गोवंशों को ज़ब्त कर गौशाला भिजवाया था . इस मामले को लेकर आक्रोशित हिंदूवादी संगठन भी एसपी से मिले और गोतस्करी रोकने की मांग की .

इस पूरे मामले में एसपी आनन्द शर्मा कहते है गोतस्करी के मामले को लेकर कहना पुलिस के सभी अधिकारियों को अलर्ट कर दिया गया , चौकियों पर मुस्तेदी , नाकाबंदी व गश्त पर विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए गए है उम्मीद है जल्द ही इन गोतस्करों को भी चिन्हित कर गिरफ्तार किया जाएगा .

गोतस्करी अलवर जिले के लिए एक नासूर बन चुकी है इसके लिए पुलिस प्रशासन को सख्त कदम उठाने की आवयश्कता नजर आती है , जिले में गोतस्करी रोकने के लिए बनाई गई चौकियों को भी संसाधनों से मजबूत करने की आवयश्कता नजर आती है .

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