Shunting Accident Barauni Junction Bihar: बिहार के बेगूसराय स्थित बरौनी जंक्शन पर शनिवार को एक दर्दनाक हादसे में रेलवे पोर्टर अमर कुमार राव की मौत हो गई. घटना तब हुई जब अमर कुमार प्लेटफॉर्म नंबर 5 पर अपनी ड्यूटी कर रहे थे.
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Shunting Accident Barauni Junction Bihar: बिहार के बेगूसराय स्थित बरौनी जंक्शन पर शनिवार को एक दर्दनाक हादसे में रेलवे पोर्टर अमर कुमार राव की मौत हो गई. घटना तब हुई जब अमर कुमार प्लेटफॉर्म नंबर 5 पर अपनी ड्यूटी कर रहे थे. इस समय लखनऊ-बेगूसराय एक्सप्रेस (ट्रेन संख्या: 15204) लखनऊ जंक्शन से बरौनी जंक्शन पहुंची थी. शंटिंग के दौरान अमर कुमार ट्रेन के कोचों को जोड़ने के प्रयास में थे कि तभी अचानक ट्रेन उल्टी दिशा में चलने लगी, जिससे वह दो कोचों के बीच बुरी तरह फंस गए.
ट्रेन के कपलिंग को खोलने की कोशिश में था पोर्टर
रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, अमर कुमार ट्रेन के कपलिंग को खोलने की कोशिश कर रहे थे. इसी दौरान ट्रेन ने दिशा बदल दी और यह दुर्घटना घटी. इस हादसे को देख वहां मौजूद लोग सन्न रह गए. प्रत्यक्षदर्शियों ने तुरंत चिल्लाकर ड्राइवर को रोकने की कोशिश की, लेकिन तब तक अमर कुमार कोचों के बीच बुरी तरह दब चुके थे और उनकी मौके पर ही मौत हो गई. घटना के बाद ट्रेन के ड्राइवर ने तुरंत इंजन से उतर कर भागने का प्रयास किया, जिससे लोगों का गुस्सा और बढ़ गया.
हादसे के दौरान लोग बना रहे थे वीडियो
घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने बताया कि हादसे के दौरान कई लोग अपने मोबाइल से फोटो और वीडियो बनाने में व्यस्त थे, लेकिन किसी ने भी समय रहते मदद की कोशिश नहीं की. इस अमानवीयता को लेकर भी लोगों में आक्रोश देखा गया. अमर कुमार की मौत से उनके सहकर्मियों और परिवार में गहरा शोक है.
बेहद जोखिम भरा काम
रेलवे के अनुसार, शंटिंग एक तकनीकी प्रक्रिया है जिसमें ट्रेन के कोचों को जोड़ने या अलग करने का काम होता है. यह काम बेहद जोखिम भरा होता है क्योंकि इसमें ट्रेन के इंजनों और कोचों को सही दिशा में ले जाना होता है. जरा सी चूक गंभीर हादसे का कारण बन सकती है. इस प्रक्रिया में रेलकर्मियों को बेहद सतर्कता बरतनी होती है, क्योंकि ट्रेन के हल्के से भी हिलने से जान का खतरा होता है.
रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल
रेलवे में शंटिंग का काम एक चुनौतीपूर्ण कार्य माना जाता है, जिसमें प्रशिक्षित और अनुभवी कर्मियों की जरूरत होती है. हर छोटे कदम में ध्यान देना आवश्यक होता है क्योंकि ट्रेन के भारी-भरकम कोचों के बीच फंसने से बचाव का समय भी नहीं मिलता. यही वजह है कि इस कार्य में सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए जाते हैं. फिर भी, इस हादसे ने रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.
मामले की जांच शुरू
घटना के बाद रेलवे प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है. अधिकारियों का कहना है कि हादसे के सही कारणों का पता लगाया जाएगा और लापरवाही बरतने वाले कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.