Anantnag Encounter: खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक लश्कर-ए-तैयबा के 4 आतंकी केजी सेक्टर में LoC के पार घुसपैठ के लिए तैयार हैं. पूंछ सेक्टर में घुसपैठ के लिए 5 लश्कर के आतंकियों के एक ग्रुप की जानकारी मिली है. इसके अलावा लश्कर के 3 आतंकी PoK के कोटली में मौजूद होने की जानकारी हासिल हुई है.
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POK Terrorist Launch Pad LoC: जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में पहाड़ों में छुपे आतंकियों के सफाए के लिए सेना लगातार ऑपरेशन चला रही है. वहीं खुफिया एजेंसियों की एक रिपोर्ट से ISI की भारत के खिलाफ बड़ी साजिश का खुलासा हुआ है. खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट के मुताबिक, लाइन ऑफ कंट्रोल से सटे लॉन्चिंग पैड पर भारी संख्या में आतंकी जमा हैं, जो भारतीय सीमा में घुसपैठ करने की कोशिश में हैं. खुफिया एजेंसियों ने POK में छुपे आतंकियों के अलग-अलग ग्रुप की जानकारी जुटाई है, जो घुसपैठ के लिए सही मौके की तलाश में हैं.
घुसपैठ के लिए तैयार आतंकी
खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक लश्कर-ए-तैयबा के 4 आतंकी केजी सेक्टर में LoC के पार घुसपैठ के लिए तैयार हैं. पूंछ सेक्टर में घुसपैठ के लिए 5 लश्कर के आतंकियों के एक ग्रुप की जानकारी मिली है. इसके अलावा लश्कर के 3 आतंकी PoK के कोटली में मौजूद होने की जानकारी हासिल हुई है. लश्कर के तैयबा के 4 पाकिस्तानी आतंकी वो PoK के किरन वाली धोक (Kiran Wali Dhok) में मौजूद हैं.
लश्कर के तैयबा के 3 पाकिस्तानी आतंकी PoK के अन्ना वाली धोक (Anna Wali Dhok) में मौजूद हैं. जम्मू के सुंदरबनी सेक्टर में घुसपैठ के लिए लश्कर के 3 आतंकी PoK के नली (Nali) में मौजूद हैं. जम्मू के सुंदरबनी सेक्टर में घुसपैठ के लिए लश्कर के 3-4 आतंकियों का दूसरा ग्रुप PoK के सब्जी पोस्ट (Sabji Post) इलाके में मौजूद हो सकते हैं. हथियारों के जखीरे को PoK में छिपाकर रखा गया है, जिसे कश्मीर में आतंकियों तक सप्लाई करने की साजिश हो रही है.
ज़ी मीडिया ने पहले भी खुफिया रिपोर्ट के हवाले से ये जानकारी दी थी कि PoK में सक्रिय टेरर कैंपों में से कुछ कैंप को LoC के नजदीक बने लॉन्च पैड की तरफ शिफ्ट किया गया है. टेरर कैंप में आतंकियों की संख्या पिछले कुछ दिनों में बढ़ी है.
पाक सेना के कैंप के पास शिफ्ट हुए टेरर कैंप
खुफिया सूत्रों के मुताबिक, LoC के पास पाकिस्तानी सेना के कैंप के नजदीक कुछ टेरर कैंप को शिफ्ट किए जाने की जानकारी मिली है. पाकिस्तानी सेना के आतंकी कैंपों को शिफ्ट किए जाने के पीछे सबसे बड़ी वजह ये है कि उन्हें भारतीय सेना की कार्रवाई से बचाना है. शिफ्ट हुए टेरर कैंप में कुछ ऐसे कैंप है जो LoC से महज कुछ किलोमीटर की दूरी पर है.
जम्मू-कश्मीर में सक्रिय आतंकियों पर सुरक्षा बलों पर बड़े हमले का ISI दबाव बना रही थी. ISI ने इन आतंकी संगठनों को चेताया था कि अगर वो बड़े हमले करने में कामयाब नहीं होते हैं तो उनको पाकिस्तान से मिलने वाली फंडिंग रोक दी जाएगी. कश्मीर से आर्टिकल 370 हटने के बाद से जम्मू कश्मीर में बड़े आतंकी हमले न हो पाने से आईएसआई परेशान है.
हथियार पहुंचाने की कोशिश जारी
जम्मू-कश्मीर में आतंकी संगठनों को हथियारों की कमी को पूरा करने के लिए भारत-पाकिस्तान सीमा पर लाइन ऑफ कंट्रोल (Line of Control) से जम्मू कश्मीर में एक्टिव आतंकियों तक हथियारों को पहुंचाने की लगातार कोशिश की जा रही है. खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक, जुलाई महीने में भी पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) के एक गांव में रखे गए हथियारों के एक बड़े जखीरे को भारतीय सीमा में भेजे जाने की साजिश रची गई थी.