Maharashtra Chunav के बीच शरद पवार की पार्टी में क्यों छिड़ा कोहराम? मुस्लिम वोट की चिंता सता रही होगी
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Maharashtra Chunav के बीच शरद पवार की पार्टी में क्यों छिड़ा कोहराम? मुस्लिम वोट की चिंता सता रही होगी

Maharashtra Chunav 2024: महाराष्ट्र में जारी विधानसभा चुनाव के बीच रविवार को शरद पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के दो नेता आपस में भिड़ गए और हाथापाई करने लगे. अब दोनों की भिड़ंत का वीडियो सामने आया है और पता चला है कि दोनों घोषणापत्र को लेकर हाथापाई कर रहे थे.

Maharashtra Chunav के बीच शरद पवार की पार्टी में क्यों छिड़ा कोहराम? मुस्लिम वोट की चिंता सता रही होगी

Jitendra Awhad and Yunus Shaikh Scuffle: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियां पूरा जोर लगा रही हैं और अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए अलग-अलग वोट बैंक साधने में लगी हैं. इस बीच शरद पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) में कोहराम मच गया है और रविवार को पार्टी के दो नेता आपस में भिड़ गए, जिसका वीडियो अब सामने आया है. एनसीपी-एससीपी नेता जितेंद्र आव्हाड (Jitendra Awhad) और पार्टी के राज्य अल्पसंख्यक उपाध्यक्ष यूनुस शेख (Yunus Shaikh) के बीच हाथापाई तक होने लगी.

क्यों हाथापाई करने लगे शरद पवार के 2 नेता?

बताया जा रहा है कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के शरद पवार गुट के नेता नेता जितेंद्र आव्हाड (Jitendra Awhad) और पार्टी के राज्य अल्पसंख्यक उपाध्यक्ष यूनुस शेख (Yunus Shaikh) के बीच पार्टी के चुनावी घोषणापत्र को लेकर हाथापाई हुई. इस पर यूनुस शेख ने कहा, 'मेरी निराशा शरद पवार से नहीं, बल्कि पार्टी के अल्पसंख्यक अध्यक्ष शमीम खान से थी और आगे भी रहेगी. चुनाव के कारण हम शांत हैं और लोगों के लिए काम करेंगे, लेकिन शमीम खान के साथ मेरा विवाद अभी शुरू हुआ है. जितेंद्र आह्वाड ने आश्वासन दिया है कि एक नई किताब जारी की जाएगी. जितेंद्र आह्वाड के साथ मेरी अब तक करीब चार बार झड़प हो चुकी है, लेकिन मैं हमेशा अपने समुदाय और मुंब्रा के विकास के लिए उनके अच्छे काम के बारे में सोचकर पीछे हट जाता हूं.'

...तो क्या मुस्लिम वोट की चिंता सता रही?

मुंब्रा-कलवा विधानसभा सीट एक मुस्लिम बहुल सीट है और पिछले 2 चुनावों में इस सीट पर एनसीपी का कब्जा रहा है. 2014 और 2019 के विधानसभा चुनाव में एनसीपी (शरद पवार) के जितेंद्र आव्हाड (Jitendra Awhad) ने जीत दर्ज की है. इस बार  पार्टी के अल्पसंख्यक उपाध्यक्ष यूनुस शेख ने उनका समर्थन किया है और पार्टी के अल्पसंख्यक अध्यक्ष शमीम खान के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. जितेंद्र आव्हाड से भिड़ंत के बाद उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान 'आव्हाड तुझसे बैर नहीं, शमीम तेरी खैर नहीं' का नारा दिया.

जितेंद्र आव्हाड-यूनुस शेख के बीच विवाद की वजह

दरअसल, एनसीपी (शरद पवार गुट) के अल्पसंख्यक अध्यक्ष शमीम खान और उपाध्यक्ष शमीम खान के बीच विवाद चल रहा है और पार्टी को इस बात का डर सताने लगा है कि इसका नुकसान पार्टी को चुनाव में हो सकता है. इस वजह से उन्हें बीच मैदान में उतरना पड़ा, जिसके बाद यूनुस शेख से झड़प हो गई. यूनुस शेख ने दावा किया कि उनकी पहले भी जितेंद्र आव्हाड के साथ झड़प हो चुकी है और वो अपने समुदाय के अलावा मुंब्रा क्षेत्र के विकास के लिए हमेशा काम करते रहेंगे.

20 नवंबर को मतदान, 23 को काउंटिंग

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव आयोग ने तारीखों की घोषणा कर दी है और सभी 288 सीटों पर एक ही चरण में 20 नवंबर को वोट डाले जाएंगे और 23 अक्टूबर वोटों की गिनती होगी. बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर को खत्म हो रहा है और सरकार बनाने के लिए कम से कम 145 सीट हासिल करनी होगी. इस बार के चुनाव में महायुति और महाविकास अघाड़ी (MVA) के बीच सीधी टक्कर है. सत्तारूढ़ महायुति में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के अलावा एनसीपी और शिवसेना (शिंदे गुट) शामिल हैं, जबकि महाविकास अघाड़ी में कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) और एनसीपी (शरद चंद्र पवार) शामिल हैं.

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