काफी ऐतिहासिक है MP का ये किला; आज भी सैलानियों की है पसंद

Abhinaw Tripathi
Dec 26, 2024

MP Tourist Place

मध्य प्रदेश में कई जगह ऐतिहासिक जगहे हैं, जहां पर घूमने फिरने के लिए जाते हैं, ऐसे ही हम बताने जा रहे हैं राहतगढ़ के किले के बारे में जो अपने आप में गौरवशाली इतिहास को समेटे हुए है. आइए जानते हैं.

बुंदेलखंड

बुंदेलखंड अपने ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर के लिए हमेशा से प्रसिद्ध रहा है, यहां पर कई ऐसी इमारते हैं जिसे देखने के लिए लोग काफी ज्यादा आते हैं.

राहतगढ़ का किला

सागर जिले के राहतगढ़ का किला है, जो अपनी भव्यता और समृद्ध इतिहास का साक्षी है. जिला मुख्यालय से करीब 40 किलोमीटर दूर राहतगढ़ तहसील में स्थित है.

11वीं शताब्दी के शिलालेख

यह किला कितना प्राचीन है. इस किले में 11वीं शताब्दी के मौजूद शिलालेखों में भी इस किले का उल्लेख मिलता है, जिससे यह कहा जा सकता है कि, किला 11वीं शताब्दी से भी पुराना है.

गोंड राजाओं के शासन

गोंड राजाओं के शासन का भी यहां उल्लेख मिलता है. जानकारी के मुताबिक 1742 में दीवान बिजल राम ने इस पर कब्जा कर लिया था.

1857 के विद्रोह

कहते हैं कि, सन 1857 के विद्रोह के बाद जब ब्रिटिश अधिकारी सेना लेकर झांसी की ओर बढ़ रहे थे, तब उसका सामना बुंदेलखंड के योद्धाओं से हुआ था.

लंबा चला युद्ध

यहां दो दिन रुक कर सैनिकों को राहतगढ़ की ओर बढ़ा दिया और फिर अंग्रेजों ने रातों-रात इस किले को घेर लिया. कहते हैं कि, युद्ध काफी लंबा चला.

बीना नदी के किनारे

बीना नदी के किनारे पहाड़ी पर बने विशाल और भव्य किले के विषय में यह भी उल्लेख मिलता है कि, महाराजा संग्राम शाह के पहले यहां चंदेल और परमार शासकों ने लंबे समय तक शासन किया.

सुरक्षा की दृष्टि से दरवाजे

राहतगढ़ किले की बनावट सुरक्षा की दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है. किले में दरवाजे सुरक्षा चेकपोस्ट की तरह बनाए गए हैं. किले में प्रवेश करने के लिए कई दरवाजों से होकर गुजरना पड़ता है.

सैलानी

किले की बाहरी दीवारों के साथ सुरक्षा चौकियों के अवशेष भी यहां मौजूद हैं. यहां की पहाड़ी बहुत ऊंची है. जिसे देखने के लिए आज भी काफी ज्यादा सैलानी आते हैं.

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