MP Assembly Budget Session: मध्यप्रदेश विधानसभा में भारी हंगामा, 13 मार्च तक सदन की कार्यवाही स्थगित
Advertisement

MP Assembly Budget Session: मध्यप्रदेश विधानसभा में भारी हंगामा, 13 मार्च तक सदन की कार्यवाही स्थगित

MP Assembly Budget Session 2023: मध्य प्रदेश विधानसभा में बजट सत्र के पांचवे दिन कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी पर कार्रवाई को लेकर भारी हंगाम हो गया. जिसके चलते सदन की कार्रवाई 13 मार्च तक स्थगित कर दी गई है. 

MP Assembly Budget Session: मध्यप्रदेश विधानसभा में भारी हंगामा, 13 मार्च तक सदन की कार्यवाही स्थगित

MP Assembly Budget Session 2023: मध्यप्रदेश विधानसभा में बजट सत्र (Assembly Budget Session) का आज पांचवा दिन है. बीते दिन कांग्रेस (congress) पार्टी के विधायक जीतू पटवारी के विवादित भाषण को लेकर एकतरफा कार्रवाई करते हुए निलंबन किया गया. जिसको लेकर कांग्रेस पार्टी जमकर विरोध कर रही है. इसी क्रम में आज मध्य प्रदेश विधानसभा में भाजपा(bjp-congress) कांग्रेस में विरोध के चलते भारी हंगामा हो गया और सदन की कार्यवाही 13 मार्च के लिए स्थगित कर दिया गया है. 

हंगामे के लिए भाजपा जिम्मेदार
गौरतलब है कि विपक्ष के सीनियर विधायक बाला बच्चन ने कहा बीजेपी तानाशाही पर उतारू है. कांग्रेस पार्टी के विधायक जीतू पटवारी पर एकतरफा कार्रवाई करते हुए निलंबन किया गया. हम अविश्वास प्रस्ताव लेकर आए. बीजेपी भागती रही, चर्चा से भागी है. सदन में हंगामे के लिए बीजेपी जिम्मेदार है.

भाजपा ने लगाया कांग्रेस पर आरोप
पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया ने कहा कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने सदन की मर्यादा को तार-तार किया है विधानसभा के संविधान की किताब फाड़ी है. कांग्रेस पार्टी के विधायकों के हंगामे के चलते जनता के मुद्दों पर चर्चा नहीं हो पाई है. बीजेपी के सीनियर विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया ने कहा कांग्रेस पार्टी सिर्फ और सिर्फ हंगामा करने के लिए सदन आती है, जो स्टूडेंट सदन की कार्रवाई सीखने और जानने के लिए पहुंचे थे. उन्हें क्या हम हंगामा सीखा रहे हैं. यह समझना होगा कांग्रेस पार्टी के नेताओं की भाषा निम्न स्तर पर आ गई है. जनता के मुद्दे नहीं उठ पाए.

जनता के मुद्दों पर नहीं हो पा रहा चर्चा
वहीं विधानसभा की कार्रावही स्थगित होने को लेकर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सीताशरण शर्मा ने कहा संसदीय परंपराओं का निर्माण होना चाहिए. भाषा का स्तर सदन के भीतर अच्छा होना चाहिए. पर भाषा स्तर विधायकों का नीचे आ गया है. 230 में से महज कुछ ही विधायक ऐसे हैं, जो विधानसभा के समय की कद्र करते हैं. जनता के मुद्दों पर चर्चा नहीं हो पा रही है. कल जो जीतू पटवारी का भाषण और लिखित और आसंदी को जवाब देना अंतर था. उन्हें अपनी मर्यादा में रहना चाहिए विधानसभा में सिर्फ और सिर्फ हंगामा हो रहा है.

ये भी पढ़ेंः शिवराज कैबिनेट की बैठक में कई अहम फैसले, सिवनी, चंदेरी में सिंचाई परियोजना समेत इन प्रस्तावों पर लगी मुहर

Trending news