Chambal Region: मध्य प्रदेश का चंबल इलाका अपनी कई खासियतों के लिए जाना जाता है, जिसके चलते यह जगह बेहद प्रसिद्ध मानी जाती है.
चंबल नदी की वजह से इस इलाके नाम चंबल पड़ा है. चंबल मध्य प्रदेश की प्रमुख नदी मानी जाती है, जो देश की स्वच्छ नदियों में से एक है, इसके पानी का इस्तेमाल सिंचाई के लिए सबसे ज्यादा किया जाता है.
चंबल के बीहड़ सबसे ज्यादा डकैतों के लिए प्रसिद्ध रहे हैं, 80 से 90 के दशक में यह इलाका डकैतों के गढ़ के रूप में प्रसिद्ध माना जाता है. देश के कई बड़े डकैत इसी इलाके में पाए जाते थे.
राष्ट्रीय चंबल अभयारण्य देशभर में प्रसिद्ध हैं, क्योंकि यह अभ्यारण प्रवासी पक्षियों की दुर्लभ प्रजातियों का घर माना जाता है, जबकि यहां घड़ियाल भी पाए जाते हैं, इसे वन्यजीव संरक्षण के लिए एक महत्वपूर्ण क्षेत्र माना जाता है.
चंबल अंचल का मुख्यालय मुरैना शहर को माना जाता है, जो एक प्राचीन शहर रहा है. चंबल क्षेत्र प्राचीन धरोहरों से समृद्ध है, जैसे ककनमठ मंदिर और बटेश्वर मंदिर समूह. ये स्थापत्य कला के अद्भुत उदाहरण हैं.
पहले फेमस एथलीट और फिर बाद में डकैत बने पान सिंह तोमर चंबल क्षेत्र से ही आते थे, जिन पर फिल्म भी बन चुकी है. उनकी वजह से भी यह इलाका चर्चा में रहा है.
चंबल अपनी मिठास के लिए भी फेमस रहा है, इस पूरे इलाके में खास गजक बनती है, जिसे मुरैना की गजक या चंबल की गजक भी कहा जाता है, यह चंबल नदी के पानी की वजह से स्वाद में खास होती है.
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