मध्य प्रदेश के ग्वालियर में हिंदू महासभा और पुलिस के झड़प का मामला सामने आया है. हिंदू महासभा के कार्यकर्ता महात्मा गांधी की हत्या करने वाले नाथूराम गोडसे का जन्मदिन मना रहे थे. पुलिस कार्यकर्ताओं को रोकने पहुंची थी.
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प्रियांशु यादव/Gwalior News: मध्यप्रदेश के ग्वालियर में महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे की जयंती मनाने को लेकर पुलिस और हिंदू महासभा के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प का मामला सामने आया है. शुक्रवार को गोडसे के जन्मदिन के मौके पर अखिल भारतीय हिंदू महासभा के कार्यकर्ता एक आयोजन कर रहे थे. यह कार्यक्रम शहर के जलाल खां की गोठ इलाके में रखा गया था. इस दौरान कार्यकर्ता गोडसे की तस्वीर की पूजा करके फल बांट रहे थे.
पुलिस को जब इस घटना के बारे में पता चला तो भारी संख्या में बल मौके पर पहुंच गया. यहां पुलिस ने पहले तो कार्यकर्ताओं को गोडसे का जन्मदिन मनाने से रोका, लेकिन जब कार्यकर्ता नहीं माने तो पुलिस ने बल पूर्वक कार्यकर्ताओं को रोकने की कोशिश की. इसके बाद हिंदू महासभा के कार्यकर्ताओं और पुलिस में झड़प हो गई. धक्का-मुक्की भी हुई. पुलिस ने गोडसे से की मूर्ति को कागज से ढक दिया. इससे गुस्साए कार्यकर्ताओं ने भाजपा सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी.
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कांग्रेस ने की प्रतिबंध लगाने की मांग
हिंदू महासभा की इस हरकत की कांग्रेस ने कड़ी आलोचना की और हिंदू महासभा पर प्रतिबंध लगाने की मांग की गई. इधर, पुलिस की कार्रवाई से नाराज अखिल भारतीय हिंदू महासभा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक लिखकर देशभर में नाथूराम गोडसे की मूर्तियां लगाने की मांग की है. हिंदू महासभा के अध्यक्ष जयवीर भारद्वाज ने कार्यकर्ताओं को रोकने पर इसे लोकतंत्र की हत्या बताया.
पुलिस ने नसीहत
भारद्वाज ने कहा कि वे हर साल 19 मई को नाथूराम गोडसे का जन्मदिन मनाते हैं. वे नाथूराम गोडसे में विश्वास रखते हैं और पुलिस के पास उन्हें रोकने का कोई अधिकार नहीं है. दूसरी तरफ पुलिस का कहना है कि सार्वजनिक तौर हिंदू महासभा नाथूराम गोडसे की पूजा नहीं कर सकती है. अगर नाथूराम गोडसे को लेकर कोई कार्यक्रम किया जाएगा तो पुलिस कार्रवाई करेगी.