MP News: देश की राजधानी दिल्ली में किसान आंदोलन करने के लिए इकट्ठे हो रहे हैं. इसे देखते हुए मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश बॅार्डर पर वाहनों की सर्चिंग और मॉनिटरिंग की जा रही है.
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प्रदीप शर्मा/ भिंड: देश की राजधानी दिल्ली में एक बार फिर किसान आंदोलन (Kisan Andolan) करने के लिए जुट रहे हैं. हालांकि पुलिस प्रशासन की बदौलत उन्हें दिल्ली के बॅार्डर पर रोक दिया गया है. आंदोलन के लिए देश के कई राज्यों से किसान दिल्ली पहुंच रहे हैं. इसे देखते हुए मध्य प्रदेश और यूपी के बॅार्डर पर भिंड प्रशासन (Bhind Police ) पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है और यहां से गुजरने वाले वाहनों की सर्चिंग और मॉनिटरिंग की जा रही है.
अलर्ट पर प्रशासन
देश की राजधानी दिल्ली में आंदोलन करने के लिए जगह- जगह से किसान पहुंच रहे हैं. इसे देखते हुए मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश को जोड़ने वाले भिंड-इटावा नेशनल हाईवे 719 पर फूप थाना इलाके के बरही टोल प्लाजा पर सड़क पर बैरिकेड लगाकर आने जाने वाले वाहनों की सख्ती से तलाशी ली जा रही है. इसके तहत प्रशासन इस चीज की निगरानी कर रहा है कहीं निजी वाहनों के जरिए किसान दिल्ली तो नहीं कूच कर रहे हैं. बॅार्डर से गुजरने वाले सभी वाहनों के ड्राइवरों के मोबाइल नंबर सहित आने - जाने का रिकॅार्ड रखा जा रहा है.
किसान आंदोलन
तीन साल बाद एक बार फिर किसानों ने 13 फरवरी को "दिल्ली चलो"का नारा देकर आंदोलन की राह पकड़ ली है, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश और अन्य राज्यों से किसानों के दिल्ली पहुंचने की उम्मीद है, किसान ने अपनी ट्रैक्टर ट्रालियों में छ:-छ: महीने का राशन लेकर दिल्ली की ओर कूच कर दिया है.
इस आंदोलन को देश के 200 गैर राजनीतिक किसान संगठनों का समर्थन प्राप्त है, किसानों ने न्यूनतम मूल्य समर्थन एमएसपी सहित अपनी विभिन्न मांगों को लेकर दिल्ली के जंतर मंतर पर धरना देने का ऐलान किया है, किसानों के ऐलान के बाद से लगातार सरकार सामंजस्य बैठाने में जुटी हुई है. साथ ही साथ उन्हें रोकने के लिए दिल्ली के हर बॅार्डर पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है. अब देखने वाली बात होगी कि आखिर किसानों और सरकार के बीच क्या सामंजस्य बैठता है.