CG News: छत्तीसगढ़ से आयोध्या का संबंध हुआ गहरा, राम मंदिर के निर्माण में भिलाई का अहम योगदान
Advertisement
trendingNow1/india/madhya-pradesh-chhattisgarh/madhyapradesh2043894

CG News: छत्तीसगढ़ से आयोध्या का संबंध हुआ गहरा, राम मंदिर के निर्माण में भिलाई का अहम योगदान

Bhilai Steel Plant: श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को की जायेगी. श्री राम मंदिर के निर्माण के लिए भगवान राम के ननिहाल छत्तीसगढ़ का भी विशेष योगदान है.

 

CG News: छत्तीसगढ़ से आयोध्या का संबंध हुआ गहरा, राम मंदिर के निर्माण में भिलाई का अहम योगदान

हितेश शर्मा/दुर्ग: भगवान श्री राम चंद्र जी के ननिहाल माने जाने वाले छत्तीसगढ से उनकी नगरी आयोध्या का संबंध राममंदिर प्राण प्रतिष्ठा के चलते और गहरा होता जा रहा है. 22 जनवरी को होने वाली प्राण प्रतिष्ठा के लिए छत्तीसगढ़ से चावल और सब्जियों की खेफ निकलने वाली है, जबकि और बड़े काम में छत्तीसगढ़ की तरफ से योगदान दिया जा रहा है. 

भिलाई से जा रहा इस्पात 
राम मंदिर के निर्माण में वैसे तो लोहे का इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है. लेकिन एशिया का सबसे बड़ा स्टील प्लांट भिलाई स्टील प्लांट जो पूरे देश से इस्पात के लिए जाना जाता है. जिस इस्पात से देश की बड़ी से बड़ी इमारतें बनी हैं, बड़े से बड़े पुल और कई इंफ्रास्ट्रक्चर बने हैं. अब वहीं इस्पात अयोध्या में बन रहे श्री राम मंदिर में अपनी अग्रणी भूमिका निभा रहा है. राम मंदिर के ढांचे के लिए तैयार किए जाने वाले स्ट्रक्चर में भिलाई इस्पात संयंत्र का अहम योगदान है. 

190 टन टीएमटी स्टील भेजा जा चुका है
भगवान श्री राम की माता कौशल्या छत्तीसगढ़ की ही रहने वाली थी. छत्तीसगढ़ अपने भांजे के लिए बनने वाले विशाल मंदिर के लिए हजारों टन लोहा सप्लाई कर चुका है. अब तक अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए 190 टन टीएमटी स्टील भेजा जा चुका है. यह भिलाई के लिए बेहद ही गर्व की बात है कि, अयोध्या में भगवान राम मंदिर के निर्माण के लिए छत्तीसगढ़ की धरती से लोहा वहां भेजा जा रहा है. इस संयंत्र का स्टील अपनी खासियत और क्वालिटी के लिए पूरे विश्व में प्रसिद्ध है.

यह भी पढ़ें: Ayodhya Mein Siya Ram: अयोध्या जाने से पहले जान लीजिए राम मंदिर की खासियत, फिर आप भी कहने लगेंगे जय श्री राम

 

भिलाई स्टील प्लांट के स्टील उत्पादों ने देश के बड़े-बड़े परियोजनाओं को नई शक्ति दी है. बता दें कि रक्षा क्षेत्र, अधोसंरचतना क्षेत्र और रेल परिवहन क्षेत्र में भिलाई स्टील प्लांट के स्टील का उपयोग होता है. भिलाई स्टील प्लांट की स्टील की क्वालिटी को विनिर्माण क्षेत्र में भी प्राथमिकता दी जाती है. अब भिलाई का स्टील राम मंदिर के निर्माण में भी इस्तेमाल हो रहा है. भिलाई स्टील प्लांट के इस्पात उत्पादों ने देश की बड़ी-बड़ी परियोजनाओं को मजबूती दी है. 

मंदिर के लिए विशेष तरह की स्टील का इस्तेमाल 
श्रीराम मंदिर निर्माण की मजबूती के लिए विशेष तरह के स्टील का उपयोग किया जा रहा है जिसके लिए बीएसपी द्वारा अब तक विभिन्न आयामों के 550 डी ग्रेड की लगभग 190 टन टीएमटी बार की सप्लाई की जा चुकी है इस परियोजना के लिए टीएमटी बार का उत्पादन प्लांट के आधुनिक बार एंड रॉड मिल और मर्चेंट मिल दोनों में किया गया है. बार एंड रॉड मिल में उत्पादित 550 डी ग्रेड के 12 मिमी व्यास वाले लगभग 120 टन टीएमटी बार और मर्चेंट मिल में उत्पादित समान ग्रेड वाले 32 मिमी व्यास वाले लगभग 65 टन टीएमटी बार को अयोध्या भेजा गया है इस टीएमटी बार की खासियत यह है कि यह भूकंप रोधी है. 

Trending news