'त्याग और तपस्या के बाद आए हैं राम, विवाद नहीं समाधान हैं', PM मोदी के स्पीच की बड़ी बातें
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'त्याग और तपस्या के बाद आए हैं राम, विवाद नहीं समाधान हैं', PM मोदी के स्पीच की बड़ी बातें

Ram Mandir Pran Pratistha: अयोध्या में श्रीराम मंदिर की भव्य प्राण प्रतिष्ठा संपन्न हो गई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बतौर मुख्य यजमान प्राण प्रतिष्ठा विधि को संपन्न कराया. इस दौरान उन्होंने कई बड़ी बातें कही. 

पीएम मोदी के स्पीच की बड़ी बातें

PM Modi Speech Ayodhya: अयोध्या में बने भव्य राम मंदिर में भगवान श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम पूरा हो गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या पहुंचकर बतौर मुख्य यजमान प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन विधि विधान के साथ पूरा करवाया. करीब एक घंटे तक चली पूजा के बाद पीएम मोदी ने 11 दिन बाद अपना व्रत तोड़ा श्रीरामलला की परिक्रमा कर भगवान को साष्टांग प्रणाम किया. इस दौरान उन्होंने मंदिर आयोजन में शामिल होने आए अतिथियों और लोगों को संबोधित किया. पीएम मोदी ने 'राम-राम' के साथ अपने भाषण की शुरुआत की और कई बड़ी बातें कही. 

त्याग और तपस्या के बाद आए हैं राम 

पीएम मोदी ने कहा 'भगवान राम त्याग और तपस्या के बाद आए हैं, मैं पावन अयोध्यापुरी और सरयू को भी प्रणाम करता हूं और प्रभु राम से क्षमा याचना भी करता हूं. अगर हमारे त्याग और तपस्या में किसी तरह की कोई कमी रह गई होगी कि इस काम के लिए इतने साल लग गए. लेकिन आज ये कमी पूरी हो गई है, मुझे पूरा विश्वास है कि प्रभु श्रीराम हमें क्षमा जरूर करेंगे. क्योंकि भारत के संविधान की पहली प्रति में भगवान राम विराजमान हैं, दशकों तक  प्रभु श्रीराम के अस्तित्व पर कानूनी लड़ाई चली है, इसलिए मैं न्यायपालिका का शुक्रगुजार हूं कि उसने लाज रख ली.'

राममंदिर भारत के दिग्दर्शन का मंदिर है

पीएम ने कहा 'राममंदिर भारत की दृष्टि का, भारत के दर्शन का, भारत के दिग्दर्शन का मंदिर है. आज अयोध्या में, केवल श्रीराम के विग्रह रूप की प्राण प्रतिष्ठा नहीं हुई है. ये श्रीराम के रूप में साक्षात् भारतीय संस्कृति के प्रति अटूट विश्वास की भी प्राण प्रतिष्ठा है. ये साक्षात् मानवीय मूल्यों और सर्वोच्च आदर्शों की भी प्राण प्रतिष्ठा है. राम तो सबके हैं, राम वर्तमान ही नहीं, राम अनंतकाल हैं. प्रभु राम तो भारत की आत्मा के कण-कण से जुड़े हुए हैं, क्योंकि राम भारतवासियों के अंतरमन में विराजे हैं.'

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सदियों की धरोहर मिली है

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में कहा ' अब हमारे रामलला टेंट में नहीं बल्कि भव्य मंदिर और दिव्य मंदिर में रहेंगे. राम मंदिर के निर्माण के साथ ही देशवासियों में नया उत्साह पैदा हुआ है, क्योंकि हमें सदियों की धरोहर अब मिल गई है, इसलिए गुलामी की मानसिकता को तोड़कर उठ खड़ा होता राष्ट्र ऐसे ही नवइतिहास का सृजन करता है. आज से हजारों साल बाद भी लोग राम मंदिर के इस पल और तारीख को याद करके चर्चा करेंगे. आइए, हम संकल्प लें कि राष्ट्र निर्माण के लिए हम अपने जीवन का पल-पल लगा देंगे, क्योंकि ये भारत के विकास का अमृतकाल है'

राम विवाद नहीं समाधान हैं

पीएम मोदी ने कहा 'ये भव्य राम मंदिर साक्षी बनेगा- भारत के उत्कर्ष का, भारत के उदय का. ये भव्य राम मंदिर साक्षी बनेगा- भव्य भारत के अभ्युदय का, विकसित भारत का. क्योंकि राम विवाद नहीं बल्कि समाधान है. क्योंकि जब इतिहास की गांठें सुलझाने का प्रयास होता है तो मुश्किल परिस्थितियां बन गई थी. लेकिन हमने जिस गाठ को समझदारी से खोला है वह सुंदर भविष्य को बताने जा रहा है. क्योंकि कुछ लोग कहते थे कि राम मंदिर बना तो आग लग जाएगी, राम मंदिर किसी आग को नहीं, ऊर्जा को जन्म दे रहा है. क्योंकि राम सिर्फ हमारे नहीं, सबके हैं, राम वर्तमान नहीं, अनंत काल हैं. ये मंदिर महज देव मंदिर नहीं, भारत की दृष्टि-दर्शन का मंदिर है। राम भारत का विचार-विधान है.'

पीएम ने कारसेवकों को भी किया याद 

इस दौरान पीएम मोदी ने कारसेवकों को भी याद किया. उन्होंने कहा 'हम उन अनगिनत कारसेवकों, संत-महात्माओं के ऋणी हैं, लेकिन आज उत्सव का क्षण तो है ही, साथ ही ये क्षण भारतीय समाज की परिपक्वता का भी है, ये क्षण विजय ही नहीं, विनय का भी है. कई राष्ट्र अपने ही इतिहास में उलझ जाते हैं. लेकिन राम का सपना साकार हो गया है. ये राम रस निरंतर बहता रहता है, आज के इस ऐतिहासिक समय में देश उन व्यक्तित्वों को भी याद कर रहा है, जिनकी वजह से शुभ दिन देख रहे हैं.'

भारत को वैभवशाली बनाएंगे 

पीएम मोदी ने कहा 'राम मंदिर बन गया है, लेकिन अब हमें आगे बढ़ना होगा, हमें नित्य पराक्रम, पुरुषार्थ का प्रसाद प्रभु राम को चढ़ाना होगा, तभी भारत को हम वैभवशाली बना पाएंगे. आज भारत युवाशक्ति की ऊर्जा से भरा है, इसलिए अब हमें अब झुकना नहीं है, बैठना नहीं है. मैं युवाओं से कहूंगा कि आपके सामने हजारों सालों की प्रेरणा है.'

पीएम मोदी ने 11 दिन तक व्रत रखा 

बता दें कि पीएम मोदी ने बतौर मुख्य यजमान राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम पूरा करवाया. इस दौरान उन्होंने आयोजन में शामिल होने के लिए 11 दिन तक व्रत रखा था. वह 12 जनवरी से ही उपवास पर चल रहे थे. ऐसे में जब मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन पूरा हो गया तब श्रीराम मंदिर तीर्थ क्षेत्र के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंददेव ने भगवान राम का चरणामृत पिलाकर पीएम मोदी का व्रत खुलवाया. 

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