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नई दिल्ली: आज कल मोबाइल फोन हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन गया है. हम कहीं भी जाए मोबाइल साथ में हमेशा लेकर जाते हैं. अगर ऐसा है तो इस आदत को आज ही बदल लीजिए. क्योंकि आपकी ये बुरी आदत आपको बीमार भी कर सकती है. इतना ही नहीं, आपको गंभार समस्याओं से भी गुजरना पड़ सकता है.
गौरतलब है कि पुराने लोग समय बचाने के लिए बाथरूम में अखबार या मैग्जीन लेकर जाते थे. लेकिन अब इसकी जगह मोबाइल फोन ने ले ली है. जिसका इस्तेमाल हम घंटों करते हैं. सारे सोशल साइट्स का इस्तेमाल करना और बाथरूम में बैठकर ही दुनियाभर की खबरों को देखते है. लेकिन आप ऐसा करके बीमारियों को अपने पास बुला रहे हैं. इस स्टोरी में हम आपको बताएंगे कि शौचालय में मोबाइल फोन ले जाना कैसे आपको संक्रमित कर सकता है.
सबसे ज्यादा कीटाणु बाथरूम में
इस बात में कोई हैरानी नहीं होनी चाहिए कि सबसे ज्यादा कीटाणु हमारी बाथरूम में ही होते हैं. पानी का नल, दरवाजों की कुंडी पर सबसे ज्यादा कीटाणु होते हैं, जो आपको कभी नजर नहीं आते. जब आप फ्रेश होने के वक्त मोबाइल ले जाते है तो आपको फोन मल बैक्टीरिया के संपर्क में आ जाता है. ऐसा ज्यादातर तब होता है जब आप फ्लश का इस्तेमाल करते है.
स्मार्टफोन में 10 गुना ज्यादा वायरस
वहीं बाथरूम में फोन ले जाना कितना खतरनाक साबित हो सकता है इसके बारे में पहले जान लीजिए. दरअसल एरिजोना की एक यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता के अध्ययन में सामने आया है कि स्मार्टफोन में टॉयलट सीट से 10 गुना ज्यादा बैक्टीरिया पनपते है. जब मल त्याग के बाद हाथ धोते हैं तो स्मार्टफोन को साफ करना भूल जाते हैं, नतीजतन यह संक्रमण का कारण बनते है.
तनाव पैदा होने का कारण
टेक्नोलॉजी ने हमारे जीवन को कितना ही आसान क्यों न बना दिया हो लेकिन हर वक्त इसका उपयोग आपको तनाव देता है. बाथरूम में अगर आप फोन का इस्तेमाल करते रहेंगे तो आपको अवसाद होना स्वाभाविक है. फोन को बाथरूम में ले जाकर आप अपने दिमाग और स्वास्थ्य दोनों के साथ खिलवाड़ कर रहे है.
बवासीर का बन सकता है कारण
बाथरूम में मोबाइल का उपयोग करने का एक और हेल्थ रिस्क है बवासीर, जो लोग बाथरूम में अपने फोन का इस्तेमाल करते है जाहिर बात है वह ज्यादा समय बाथरूम में बिताते है. लंबे समय तक शौच में बैठे रहने से रक्तस्त्राव की समस्या हो सकती है. जो बवासीर का प्रमुख कारण है. विशेषज्ञों के अनुसार, किसी को मल त्याग के दौरान 10 मिनट से ज्यादा नहीं बैठना चाहिए.