उज्जैन के महाकाल मंदिर में बुधवार दोपहर को बवाल मचा था. इस मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है. इस मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था.
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राहुल सिंह राठौर/उज्जैन: मध्य प्रदेश के उज्जैन में महाकाल मंदिर में बुधवार दोपहर को बवाल मच गया था. बुधवार सुबह बिगड़ी व्यवस्थाओं को लेकर देर शाम मंदिर समिति प्रशासक गणेश धाकड़ सहित निजी सुरक्षा एजेंसी KSS से जिला कलेक्टर व मन्दिर समिति अध्यक्ष आशीष सिंह ने जवाब मांगा है.
साथ ही जानकारी देते हुए बताया कि घटना फिर से न घटे, उसके लिए व्यवस्थाओं को बिगाड़ने वाले 2 नामजद व कुछ अज्ञात लोगों के विरुद्ध मंदिर समिति की ओर से थाना महाकाल में शिकायत के बाद धारा 353 के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है. मंदिर समिति की एक बैठक कर दोबारा प्रोटोकॉल व्यवस्थायों को लेकर नियम सख्ती के पालन करवाने के निर्देशन दिए जाएंगे जिससे श्रद्धालुओं को कोई परेशानी ना आए.
बिगड़ गई थी मंदिर में व्यवस्थाएं
दरअसल, मंदिर में श्रावण भादो माह में 22 अगस्त तक अत्यधिक श्रद्धालुओं के आगमन के चलते गर्भ गृह में प्रवेश प्रतिबंध के आदेश जारी हुए थे. बावजूद उसके नेता नगरी के लोग आए दिन गर्भ गृह व नंदी हॉल से प्रवेश कर रहे हैं. बुधवार सुबह 10:30 बजे करीब तेजस्वी सूर्या पहुंचे. उन्होंने भी गर्भ गृह में पूजन अभिषेक किया लेकिन इस दौरान कार्यकर्ताओं में नंदी हॉल में घुसने की होड़ मच गई जिन्हें देख आम जन ने आपत्ति उठाई तो धक्का मुक्की होने लगी. कार्यकर्ताओं संग आम जन नंदी हॉल में रोपवे साइड से प्रवेश कर गए जिससे कुछ देर के लिए व्यवस्थाएं बिगड़ गईं. इस दौरान नंदी हॉल में रखे बैरिकेड भी गिर गए और व्यवस्थाएं पूरी तरह विफल होती नजर आईं.
घटना का बना वीडियो
घटना का वीडियो मौके पर मौजूद श्रद्धालुओं ने बनाया और वीडियो वायरल होने के बाद मंदिर समिति ने जनसंपर्क के माध्यम से नंदी हॉल व गर्भ गृह में सीमित संख्या में दर्शन शुरू करने के आदेश जारी कर अपनी विफ़लता को छुपाने की कोशिश की लेकिन तक तक काफी देर हो चुकी थी. अब देर शाम पूरे मामले में मंदिर समिति अध्यक्ष आशीष सिंह ने संज्ञान लिया है और दोबारा इस कृत्य की पुनरावृति ना हो उसके लिए मंदिर समिति की एक बैठक बुलाकर नियम को सख्ती से लागू करवाने की बात कही है और प्रोटोकॉल व्यवस्था को दोबारा से सुव्यवस्थित करने की बात कही है.
व्यवस्था बिगाड़ने वालों के खिलाफ केस दर्ज
मंदिर की व्यवस्थाओं को तार-तार करने वाले दो कार्यकर्ता वीरेंद्र व राघवेंद्र नामक युवकों के विरुद्ध 353 में प्रकरण दर्ज हुआ है व कुछ अज्ञात भी हैं जिन्हें वीडियो फुटेज के आधार पर चिन्हित कर प्रकरण दर्ज किया जाएगा. हालांकि सवाल यह है कि इतनी बड़ी घटना में सिर्फ दो के विरुद्ध ही प्रकरण दर्ज क्योंं, बाकियों के विरुद्ध क्यों नहीं.
जिम्मेदारों ने बात करने से पल्ला झाड़ा
मंदिर प्रशासक व कोई भी जिम्मेदारों ने फोन नहीं उठाया. घटना के बाद जब हमने मंदिर प्रशासक गणेश धाकड़ से व्यवस्थाओं के बारे में जानना चाहा था तो उन्होंने फोन नहीं उठाया था और ना ही कोई जवाब इस संबंध में जारी किया गया था. सिर्फ जनसंपर्क के माध्यम से संदेश मिला कि श्री महाकालेश्वर मंदिर में दर्शनार्थियों की संख्या के अनुरूप सीमित संख्या में श्रद्धालु अब गर्भगृह में प्रवेश के साथ ही नंदी हॉल से दर्शन भी कर सकेंगे. इस बाबत विस्तृत दिशा निर्देश शीघ्र जारी किए जावेंगे.
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