काशी कॉरिडोर के बाद अब पीएम मोदी उज्जैन के महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग में बने ''महाकाल लोक'' को देश को समर्पित कर किया. पीएम मोदी ने 200 संतों और 60 हजार महाकाल के भक्तों की मौजूदगी में ये शुभ काम किया. पीएम मोदी ने अपना संबोघन हर हर महादेव से शुरू किया.
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PM MODI MAHAKAL LOK: काशी कॉरिडोर के बाद अब पीएम मोदी उज्जैन के महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग में बने ''महाकाल लोक'' को देश को समर्पित कर किया. पीएम मोदी ने 200 संतों और 60 हजार महाकाल के भक्तों की मौजूदगी में ये शुभ काम किया. पीएम मोदी ने अपना संबोघन हर हर महादेव से शुरू किया. उन्होंने कहा कि उज्जैन की यह ऊर्जा, उत्साह, अवंतिका की यह आभा, महाकाल की यह महिमा, यह महात्म्य.. शंकर के सान्निध्य में कुछ साधारण नहीं है. हमारी तपस्या से महाकाल खुश होते हैं. जब उनका आशीर्वाद मिलता है तो काल रेखाएं मिट जाती है. अंत से अनंत की यात्रा आरंभ हो जाती है.
अवन्तिकायां विहितावतारं, मुक्ति प्रदानाय च सज्जनानाम्।
अकालमृत्योः परिरक्षणार्थं, वन्दे महाकाल महासुरेशम्।।
जय महाकाल।। pic.twitter.com/LUoLKfYe1p
— Narendra Modi (@narendramodi) October 11, 2022
महाकाल का बुलावा आया तो चला आया ये बेटा
पीएम ने कहा कि हजारों साल से भारतीय कालगणना के केंद्र बिंदु रहा है. वह भारत की भव्यता के उद्घोष कर रहा है. यहां महाकाल मंदिर में देश-दुनिया से लोग आते हैं. सिंहस्थ में लाखों लोग जुड़ते हैं. पीएम मोदी ने कहा कि पिछले सिंहस्थ में महाकाल का बुलावा आया तो ये बेटा आए बिना कैसे रह सकता है.
उज्जैन की भस्मारती पूरे विश्व में प्रसिद्ध
पीएम मोदी ने कहा कि उज्जैन की ऊर्जा को नष्ट करने के भी प्रयास हुए. हमारे ऋषियों ने भी कहा कि महाकाल शिव की शरण में मृत्यु भी हमारा क्या करेगा. हम फिर उठ खड़े हुए. हमने अमरत्व की विश्वव्यापी घोषणा कर दी. आज फिर आजादी के अमृत काल में अमर अवंतिका भारत के सांस्कृतिक अमरत्व की घोषणा कर रही है. ये पूरा मंदिर प्रांगण शिवपुराण कथाओं के आधार पर तैयार किया गया है. यहां पर महाकाल की महिमा और महत्व के भी दर्शन होंगे. पंचमुखी शिव, डमरू, सर्प, त्रिशुल, चंद्र औऱ सप्तऋषि भी दिखेंगे.
देश के सभी मंदिर बेजोड़ है-
हमारे देश में कोणार्क में सूर्य मंदिर भी है, जहां सूर्य की किरणें सीधे गर्भगृह में प्रवेश करती. तंजावुर में ब्रह्मदेवेश्वर मंदिर, कांचीपुरम का वरदराजा मंदिर, बेलुर का चन्नकेशवा मंदिर, मदुरै का मीनाक्षी मंदिर, तेलंगाना का रामपप्पा मंदिर, श्रीनगर में शंकराचार्य मंदिर बेजोड़ है. हम जब इन्हें देखते है तो सोचने पर मजबूर हो जाते हैं कि उस युग में किस तकनीक से यह मंदिर बने होंगे.
सीएम शिवराज को दी बधाई
पीएम नरेन्द्र मोदी ने कहा मैं सभी देश-दुनिया में महाकाल भक्तों को बधाई देता हूं. विशेष रूप से भाई शिवराज सिंह चौहान और उनकी सरकार का मैं दिल से अभिनंदन करता हूं. जो लगातार इतने समर्पण सेवा में लगे हुए हैं. साथ ही मैं मंदिर ट्रस्ट से जुडे़ सभी लोगों, संतों का आभार प्रकट करता हूं.
पीएम के भाषण की प्रमुख बातें...
- उत्तर से दक्षिण, पूरब से पश्चिम तक जब अपने मंदिरों को देखते हैं तो उनकी विशालता हमें आश्चर्य से भर देता है.
- आजादी के बाद पहली बार चार धाम प्रोजेक्ट के जरिए हम हमारे चारों धाम ऑल वेदर रोड से जुड़ने जा रहा है. आजादी के बाद पहली बार करतारपुर साहिब कॉरिडोर खुला है. आज अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण तेजी से हो रहा है. काशी में विश्वनाथ जी भारत की सांस्कृतिक राजधानी का गौरव बढ़ा रहा है.
- उज्जैन में कालचक्र के 84 कल्पों का प्रतिनिधित्व करते 84 शिवलिंग, 4 महावीर, 6 विनायक, 8 भैरव, 9 ग्रह, 10 विष्णु, 11 रूद्र, 12 आदित्, 24 देवियां और 88 तीर्थ है. इन सब के केंद्र में कालाधिराज श्री महाकाल विराजमान हैं.
-उज्जैन ने हजारों साल भारत की समृद्धि, ज्ञान और गरिमा का और सभ्यता और साहित्य का नेतृत्व किया.
- उज्जैन वह नगर है जो हमारी सात पुरियों में से एक गिना जाता है. यह वह नगर है जहां श्रीकृष्ण ने आकर शिक्षा प्राप्त की थी. उज्जैन ने विक्रमादित्य का प्रताप भी देखा है, जिसने भारत के नए स्वर्णकाल की शुरुआत की थी.
- उज्जैन महाकाल लोक की भव्यता सीमा से परे आने वाली कई पीढ़ियों को आलौकिक दिव्यता के दर्शन कराएगी.