MP Seat Analysis: सिंगरौली में AAP और कांग्रेस से BJP की दोहरी जंग! क्या बचा पाएगी 2018 की साख? जानें चितरंगी-देवसर के आंकड़े
Advertisement

MP Seat Analysis: सिंगरौली में AAP और कांग्रेस से BJP की दोहरी जंग! क्या बचा पाएगी 2018 की साख? जानें चितरंगी-देवसर के आंकड़े

MP election 2023: सिंगरौली (Singrauli) में निकाय चुनाव के बाद आंकड़े बदल गए हैं. इससे पहले यहां बीजेपी ने कांग्रेस का सूपड़ा साफ कर दिया था. लेकिन, नगर निगम में AAP की रानी अग्रवाल के एंट्री मारने भाजपा की परेशानी बढ़ती नजर आ रही है. जानिए चितरंगी (Chitrangi) और देवसर (Devsar) में क्या हालात (Vidhan Sabha Chunav Report) बन सकते हैं.

MP Seat Analysis: सिंगरौली में AAP और कांग्रेस से BJP की दोहरी जंग! क्या बचा पाएगी 2018 की साख? जानें चितरंगी-देवसर के आंकड़े

MP Assembly Election 2023: मध्य प्रदेश की ऊर्जांचल कही जानी वाली सिंगरौली सीट के आंकड़े निकाल चुनाव के बाद बदल गए हैं. यहां दूर-दूर तक नजर न आने वाली AAP ने अपना मेयर बैठकर बीजेपी और कांग्रेस दोनों को टेंशन में डाल दिया है. अगर बात जिले की करें तो 2018 में यहां भाजपा ने कांग्रेस का सूपड़ा साफ कर दिया था. जिले की सिंगरौली समेत चितरंगी (Chitrangi) और देवसर (Devsar) में बीजेपी के प्रत्याशी जीते थे. अब देखना होगा की 2013 विधानसभा चुनाव में क्या हालात (Vidhan Sabha Chunav Report) बनते हैं.

वर्तमान स्थिति (2018)
अभी की बात करें तो यहां की तीनों सीटों पर भाजपा का कब्जा है. ST के लिए रिजर्व चितरंगी से सरस्वती सिंह के खिलाफ अमर सिंह, अनरिजर्व सिंगरौली से रेणु शाह के खिलाफ रामलल्लू वैश्य और SC के लिए रिजर्व देवसर से बंशमणि प्रसाद वर्मा के खिलाफ सुभाष राम चरित्र ने जीत हासिल की थी.

fallback

वोटों के आंकड़े
सिंगरौली की चितरंगी विधानसभा क्षेत्र में कुल 235333 वोटर हैं. वहीं जिला मुख्यालय और हाईप्रोफाइल सीट बन चुकी सिंगरौली में 220667 हैं. जबकि देवसर में 219423 मतदाता है.

fallback

2018 में वोट शेयर
विधानसभा चुनाव 2018 में बीजेपी ने तीनों सीटों पर कांग्रेस से बड़ी लीड ली थी. लेकिन, अन्य के खाते में भी लगभग भाजपा के बाराबर ही वोट पड़े थे. ऐसे में दोनों पार्टियों के लिए इन वोटों को हासिल करना बड़ा टास्क है. वहीं आप की एंट्री से टास्क और भी गंभीर हो जाता है.

fallback

विधानसभा चुनाव 2018 के नतीजे
- चितरंगी से भाजपा के अमर सिंह ने कांग्रेस की सरस्वती सिंह को 59248 वोटों के अंतर से हराया था
- सिंगरौली से भाजपा के रामलल्लू वैश्य ने कांग्रेस की रेणु शाह को 3726 वोटों के अंतर से हराया था   
- देवसर से भाजपा के सुभाष राम चरित्र ने कांग्रेस के बंशमणि प्रसाद वर्मा को 10678 मतों के अंतर से हराया था

fallback

2013 के आंकड़े
विधानसभा चुनाव में बीजेपी केवल 2 सीटें बचा पाई थी. चितरंगी कांग्रेस की सरस्वती सिंह ने जगन्नाथ सिंह को सिंगरौली से बीजेपी रामलल्लू वैश्य ने कांग्रेस के भुवनेश्वर प्रसाद सिंह और देवसर से बीजपी राजेंद्र मेश्राम ने बंशमणि प्रसाद वर्मा को हराया था.

fallback

2008 के आंकड़े
चितरंगी- बीजेपी के जगन्नाथ सिंह कांग्रेस की बसंती से जीते 
सिंगरौली- बीजेपी रामलल्लू वैश्य ने कांग्रेस के राम अशोक शर्मा से जीत हासिल की
देवसर- भाजपा के सुभाष राम चरित्र ने कांग्रेसी बंशमणि प्रसाद वर्मा जीत हासिल की

fallback

2003 के आंकड़े
सिंगरौली- समाजवादी पार्टी से बंशमणि प्रसाद वर्मा ने बीजेपी के राम चरित्र को बड़े ही छोटे अंतर से हराया था.
देवसर- बीजेपी जगन्नाथ सिंह ने 13 फीसदी के लीड लेते हुए कांग्रेस के माणिक सिंह को हरा दिया था.

fallback

बता दें विधानसभा चुनाव में 2003 के चुनाव में चितरंगी सीट अस्तित्व में नहीं आई थी. इसका गठन 2008 में 2002 के परिसीमन आयोग के आधार पर हुआ था. इसके बाद 2028 में  जिले का भी गठन हुआ था.

इस साल प्रदेश में सिंगरौली हॉट सीटों में से एक होने वाली है. क्यों की देश में उभर रही अरविंद केजरीवाल की पार्टी AAP ने यहां एंट्री मार दी है. निकाय चुनाव में रानी अग्रवाल जीत हासिल की थी. अब पार्टी की कोशिश होगी की 2023 में कम से कम इस विधानसभा क्षेत्र से एक विधायक तो भोपाल भेजा ही जाए. अब देखना होगा की बीजेपी कांग्रेस और आप से इस दोहरी लड़ाई में कैसे जीत पाती है.

King Cobra: बच्ची के स्कूल बैग से निकला किंग कोबरा, फिर बच्चों ने किया कुछ ऐसा

Trending news