Rashtriya Balika Diwas 2023: हर साल देश में 24 जनवरी को समाज में लड़कियों की स्थिति को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय बालिका दिवस (National Girl Child Day 2023) मनाया जाता है. आज हम आपको मध्य प्रदेश की कुछ ऐसी बेटियों के बारे में बताएंगे जो अपने शानदार प्रदर्शन से प्रदेश का मान बढ़ा रही हैं.
नर्मदांचल की बेटी और सॉफ्ट टेनिस खिलाड़ी आध्या तिवारी ने भी अपने खेल से प्रदेश में नाम कमाया है. पिछले साल आध्या तिवारी को विक्रम अवॉर्ड 2021 के लिए चुना गया है.
अगर आप मध्य प्रदेश से हैं तो आपने कही न कही मेघा परमार (Megha Parmar) नाम तो सुना ही होगा. बता दें सीहोर जिले की मेघा परमार माउंट एवरेस्ट फतह करने वाली मध्य प्रदेश की पहली महिला हैं. यह उपलब्धि उन्हें 2019 में हालिल की थी. उन्होंने इसके अलावा भी कीर्तिमान स्थापित किए हैं.बता दें कि मेघा परमार मध्य प्रदेश में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान की ब्रांड एंबेसडर भी हैं.
भिंड की रहने वाली पूजा ओझा देश की टॉप पैरा कैनोइंग प्लेयर हैं.पूजा ओझा (Pooja Ojha) ने वीएल1 महिला 200 मीटर दौड़ में 1:34:18 के समय के साथ रजत पदक जीता था. साथ ही उन्होंने कनाडा में वर्ल्ड पैरा कैनो चैंपियनशिप में देश के लिए रजत पदक भी जीता.
मध्य प्रदेश की पैरा कैनो खिलाड़ी प्राची यादव (Prachi Yadav) ने पोलैंड में पैरा कैनो वर्ल्ड कप में भारत के लिए कांस्य पदक जीतकर इतिहास रच दिया था.वह ग्वालियर से ताल्लुक रखती हैं. बता दें कि प्राची यादव महिलाओं की 200 मीटर वीएल-2 प्रतियोगिता जीतने वाली भारत की पहली खिलाड़ी बनी थीं.
शहडोल की पूजा वस्त्राकर (Pooja Vastrakar) इस समय पूरी दुनिया में अपना हुनर दिखा रही हैं. भारतीय महिला टीम की सदस्य पूजा वस्त्राकर दाएं हाथ की मध्यम गेंदबाज हैं. उन्होंने 2018 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भारत के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया. यहां तक कि पूजा इंग्लैंड के बर्मिंघम में आयोजित 2022 राष्ट्रमंडल खेलों में क्रिकेट टूर्नामेंट के लिए भारतीय टीम का हिस्सा थीं.
देवास की पूजा जाट (Pooja Jat) को मध्य प्रदेश की दंगल गर्ल कहा जाता है.उन्होंने कई राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक जीते हैं और अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में देश का प्रतिनिधित्व भी किया है. पिछले साल केरल के कोच्चि में हुई चौथी अंडर 23 सीनियर नेशनल रेसलिंग चैंपियनशिप में पूजा ने शानदार प्रदर्शन किया था.इसमें पूजा ने 53 किलोग्राम भार वर्ग में गोल्ड मेडल जीता था.
पलक शर्मा (Palak Sharma) 13 साल की उम्र में वर्ष 2019 में एशियाई आयु समूह चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाली सबसे कम उम्र की गोताखोर बनी थी. वह इंदौर की रहने वाली हैं.
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