MP tourism 2024: पन्ना टाइगर रिजर्व को सैलानियों के लिए अक्टूबर से खोला जा रहा है. यहां पर लोग बाघों से लेकर कई जंगली जानवारों को करीब से देख सकते हैं.
पन्ना टाइगर रिजर्व मध्यप्रदेश का पांचवां रिजर्व है. जो विंध्यन रेंज में मौजूद है. यह राज्य के उत्तर में पन्ना और छतरपुर जिलों में फैला हुआ है. जानकारी के अनुसार 1 साल में 60 हजार से सीधा 2 लाख तक सैलानियों का आंकड़ा पहुंचा. इससे कोर क्षेत्र में पर्यटन शुरू होगा.
1 अक्टूबर से पन्ना टाइगर रिजर्व के दरवाजों को पर्यटकों के लिए खोले जाएंगे. बाघों की बढ़ती संख्या के चलते अब इनको देखने वाले पर्यटकों की भी संख्या बढ़ने का अनुमान है. फील्ड डायरेक्टर ने पर्यटकों के लिए एडवाइजरी जारी की है.
पन्ना टाइगर रिजर्व बाघों के संरक्षण और पर्यटकों के लिए एक खास जगह बनती जा रही है. साल 2022-23 में यहां लगभग 60,000 सैलानी आए थे. बीते साल 2023-24 में इस संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हुई है. इस दौरान करीब 2 लाख से अधिक लोग बाघों को देखने के लिए पन्ना पहुंचे.
पन्ना टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर अंजना सुचिता तिर्की ने बताया कि बाघों की बढ़ती संख्या के कारण पर्यटक अब बाघों को आसानी से देख पा रहे हैं. खासतौर पर मडला और हिनोता क्षेत्रों में बाघों के दर्शन होना आम बात हो गई है.
पर्यटन के दौरान फील्ड डायरेक्टर ने सलाह दी है कि पर्यटक अपने मोबाइल फोन का उपयोग कम करें. इससे उन्हें प्राकृतिक सुंदरता और पर्यावरण का बेहतर अनुभव मिलेगा. जब आप टाइगर रिजर्व में आएं तो कृपया यह ध्यान रखें कि प्लास्टिक और अन्य कचरे को फैलने से रोकें. ताकि प्रकृति की स्वच्छता बनी रहे.
पन्ना नेशनल पार्क में जंगल की खूबसूरती को बढ़ाने वाली एक नदी भी बहती है. यहां पर आप नाव में बैठकर जंगली जीवको काफी करीब से देखने का लूत्फ उठा सकते हैं. इस पार्क के कुछ प्रमुख आकर्षणों में से एक है खूबसूरत पांडव झरना. यह झरना एक झील में गिरता है. जो कि बेहद सुंदर लगता है.
माना जाता है कि पांडव झरना पर पांडवों ने अपने वनवास के दौरान विश्राम किया था. इसलिए यह स्थान ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व रखता है. इसके अलावा राजगढ़ पैलेस भी है. पन्ना नेशनल पार्क में ठहरने के लिए ट्री हाउसेस और टूरिस्ट लॉज जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं. आप खजुराहो में रात बिता सकते हैं और फिर पूरे दिन पन्ना नेशनल पार्क की सैर कर सकते हैं.
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