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Madhya Pradesh Tiger Reserves: करीब से देखना चाहते हैं टाइगर तो जरूर जाएं एमपी के ये नेशनल पार्क

Best Tiger Reserve in Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश अपने बाघ के लिए पूरी दुनिया में फेमस है. आपको बता दें कि आज राष्ट्रीय बाघ दिवस है और इसलिए आज हम आपको एमपी के कुछ राष्ट्रीय उद्यान के बड़े में बताएंगे जो बाघों को देखने के लिए बेहतरीन हैं.      

मध्य प्रदेश को मिला टाइगर स्टेट का दर्जा

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मध्य प्रदेश को मिला टाइगर स्टेट का दर्जा

मध्य प्रदेश में पूरे देश में सबसे ज्यादा नेशनल पार्क्स हैं और इन नेशनल पार्क में आपको तरह-तरह के जंगली जानवर देखने को मिल जाएंगे. मध्य प्रदेश के राष्ट्रीय उद्यान में कई बाघ हैं. यही कारण है कि पिछले साल मध्य प्रदेश को टाइगर स्टेट का दर्जा मिला था.  

 

कान्हा नेशनल पार्क

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कान्हा नेशनल पार्क

Kanha National Park: कान्हा नेशनल पार्क भारत के एक प्रमुख नेशनल पार्क्स में से एक है. कान्हा राष्ट्रीय उद्यान 1 जून 1955 को बनाया गया था और 1973 में ये बाघ अभयारण्य बना था. आज,यह प्रदेश के दो जिलों मंडला और बालाघाट में 940 किमी 2 (360 वर्ग मील) के क्षेत्र में फैला हुआ है. ये मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा राष्ट्रीय उद्यान है.टाइगर स्टेट के नाम से मध्यप्रदेश को देश के साथ ही विदेशों में पहचान दिलाने वाला कान्हा नेशनल पार्क है. यहां ऐसे है बाघ है जो सैलानियो के बीच राज कर रहे हैं. बता दें क‍ि इस पार्क में आपको बंगाल टाइगर, इंडियन तेंदुआ, स्‍लॉथ भालू, बारहसिंघा देखने को मिल जाएंगे. ये आधिकारिक तौर पर शुभंकर, भूरसिंह द बारासिंघा को पेश करने वाला भारत का पहला बाघ अभयारण्य भी है. 

बांधवगढ़ नेशनल पार्क

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बांधवगढ़ नेशनल पार्क

Bandhavgarh National Park: बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान उमरिया जिले में स्थित है. यह मध्य प्रदेश का एक और प्रसिद्ध पार्क है. जहां आप टाइगरों को देख सकते हैं. आपको बता दें कि इस पार्क को 1968 में राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया गया था और फिर 1993 में टाइगर रिजर्व बना. यह पार्क बाघ को देखने के लिए सबसे बड़े पार्कों में से एक है. बांधवगढ़ के जंगलों में बाघों का घनत्व बहुत अधिक है. रिपोर्ट के अनुसार पार्क में 22 बाघ हैं. पार्क 105 वर्ग किलोमीटर (41 वर्ग मील) के क्षेत्र को कवर करता है, जिसमें वर्तमान कोर क्षेत्र 716 वर्ग किलोमीटर (276 वर्ग मील) को कवर करता है. इस पार्क में विशाल जैव विविधता है. बाघ के अलावा पार्क में आपको तेंदुओं और हिरणों की विभिन्न प्रजातियां देखने को मिलेंगी. 

पन्ना राष्ट्रीय उद्यान

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पन्ना राष्ट्रीय उद्यान

Panna National Park: पन्ना राष्ट्रीय उद्यान जो छतरपुर में स्थित है, बाघों को देखने और उनकी तस्वीरें खींचने के लिए ये अच्छी जगह है.इसे 1994/95 में भारत के टाइगर रिजर्व में से एक घोषित किया गया था और यह प्रोजेक्ट टाइगर के संरक्षण में है. मार्च 2009 में बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान और कान्हा राष्ट्रीय उद्यान से पार्क में दो टाइगर्स को ट्रांसफर किया गया था.

सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान

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सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान

Satpura National Park: सतपुड़ा टाइगर रिजर्व (एसटीआर) जिसे सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान के नाम से जाना जाता है. ये राष्ट्रीय उद्यान नर्मदापुरम (होशंगाबाद) जिले में स्थित है. इसका नाम सतपुड़ा रेंज से लिया गया है. इसमें 524 किमी 2 (202 वर्ग मील) का क्षेत्र शामिल है. यह 1981 में स्थापित किया गया था. यह भारत के टाइगर रिजर्व में से एक है. रिपोर्ट के अनुसार 2021 तक पेंच टाइगर रिजर्व में पेंच में 53 से ज्यादा बाघ हैं.

संजय-दुबरी टाइगर रिजर्व

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संजय-दुबरी टाइगर रिजर्व

Sanjay-Dubri Tiger Reserve: संजय-दुबरी टाइगर रिजर्व मध्य प्रदेश के सीधी जिले में स्थित एक प्रदेश की और टाइगर रिजर्व है. बात दें कि टाइगर राष्ट्रीय उद्यान की स्थापना 1975 में हुई थी. वर्ल्ड फेमस  सफेद बाघ "मोहन" को इस पार्क के जंगल से पाया गया था. पार्क रेंज में से एक का नाम इस व्हाइट टाइगर के नाम पर "मोहन" रखा गया है.