Astro Tips: कई लोग बहुत मेहनत करते हैं. फिर भी पैसों की बरकत नहीं होती है. इस परेशानी को दूर करने के लिए प्रेमानंद महाराज जी के बताये ये 6 काम आज से ही त्याग दें.
कुछ लोगों के इतनी मेहनत के बाद लक्ष्मी चली जाती है और उनके हाथ खाली रह जाते हैं. वृंदावन के प्रसिद्ध संत प्रेमानंद जी ने धन की स्थिरता के लिए कुछ सुझाव दिए हैं. इनको अपनाकर हम सुख-समृद्धि से अच्छा जीवन बिता सकते हैं.
प्रेमानंद जी महाराज ने कहा है कि रात को जिस बिस्तर में सोते हैं. उन बिस्तरों को सुबह उठते ही समेट देने चाहिए. इन्हें भूल से भी बिखरा हुआ नहीं छोड़ना बताया है. पहले इनको समेटे इसके बाद कुछ ओर काम करने चाहिए. महाराज जी बताते हैं कि बिखरे हुए बिस्तरों से घर में नेगेटिव एनर्जी आती है. इसके साथ ही मां लक्ष्मी भी नाराज हो जाती है.
भगवान श्रीकृष्ण ने अन्न को बह्म बताया है. अन्न का अपमान करना मतलब भगवान ब्रह्मा का अपमान करना है. इसलिए प्रेमानंद महाराज ने बताया है कि जिस भी थाली में हम खाना खा रहे हैं. उस थाली में खाने के बाद हाथ भूल से भी नहीं धोने चाहिए. अगर हम या आप ऐसा करते हैं तो ये अन्न का अपमान माना जाता है. इस काम को करने से अन्नपूर्णा माता और भगवान ब्रह्मा दोनों को हम नाराज कर देते हैं. इससे घर में गरीबी के साथ पैसों की कभी भी बरकत नहीं होती है.
प्रेमानंद जी महाराज बताते हैं कि कभी भी गंदे कपड़ों को दोबारा नहीं पहनना चाहिए. इसके अलावा इन्हें उतारकर कहीं इदर-उधर फेंकना भी बहुत गलत है. ऐसा करने वाले के घर कभी भी पैसे टीकते नहीं है. अगर आप धन की कमी नहीं चाहते हैं, तो ये काम भूल से भी नहीं करें.
प्रेमानंद जी महाराज के अनुसार जब भी मंदिर में जाएं तो खाली हाथ नहीं जाना चाहिए. भगवान के लिए श्रद्धा भाव से जो मरजी कुछ ना कुछ जरूर ले जाएं. आप प्रसाद या फूल कुछ भी लेकर जा सकते हैं. इससे भगवान खुश होते हैं. इसके अलावा घर में कभी भी धन की कमी नहीं होती है.
हिंदू धर्म के अनुसार कुछ खास तिथि और दिन पर बाल या नाखूनों को काटना अशुभ माना गया है. इससे घर में नेगेटिविटी आती है. इसके साथ ही इनको काटने से पैसों की कमी आती है और ग्रहों की स्थिति बिगड़ जाती है. इसलिए अमावस्या, एकादशी, मंगलवार, गुरुवार, और शनिवार को बाल और नाखून को काटने से बचना चाहिए.
हिंदू धर्म में दिशा को बहुत महत्व दिया गया है. सोने से लेकर पूजा घर की दिशा बहुत मायने रखती है. प्रेमानंद महाराज बताते हैं कि दक्षिण दिशा की तरफ मुंह करके भूल से भी पूजा नहीं करनी चाहिए. वास्तु ग्रंथों में कहा गया है कि देवी-देवताओं की पूजा करने के लिए और धन प्राप्ति के लिए उत्तर दिशा में मुख रककर पूजा करनी चाहिए.
यहां दी गई जानकारियां सामान्य मान्यताओं पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले धार्मिक जानकारों की सलाह जरूर लें.
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