मध्य प्रदेश हाईकोर्ट (MP High Court) के जस्टिस अतुल श्रीधरन (Justice Atul Sreedharan) ने नैतिक आधार पर सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम (Supreme Court Collegium) से ट्रांसफर की मांग की और उनकी सुनवाई हो भी गई. अब वो जम्मू-कश्मीर और लद्दाख हाईकोर्ट (Jammu Kashmir Ladakh High Court) में अपने सेवाएं देंगे. उन्होंने इंदौर (Indore) में बेटी के प्रैक्टिश के कारण ये मांग की थी, जिसकी अब चर्चा हो रही है.
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MP News: जबलपुर। मध्य प्रदेश हाईकोर्ट (MP High Court) के जस्टिस अतुल श्रीधरन (Justice Atul Sreedharan) ने अनोखी पगल की है. उन्होंने कॉलेजियम (Supreme Court Collegium) से नैतिक आधार पर मध्य प्रदेश से बाहर कही ट्रांसफर मांगा और कॉलेजियम ने उनकी तर्कों और तथ्यों को ध्यान में रखते हुए उनके अनुरोध को माना भी. अब देशभर में जस्टिस अतुल श्रीधरन की चर्चा हो रही है. जस्टिस श्रीधरन को 7 अप्रैल 2016 से मध्य प्रदेश हाईकोर्ट में हैं, जो अब जम्मू-कश्मीर और लद्दाख हाईकोर्ट (Jammu Kashmir Ladakh High Court) में पदस्थ किए गए हैं.
किस आधार पर मांगा स्थानांतरण
जस्टिस अतुल श्रीधरन ने 23 जनवरी 2023 को एक पत्र लिखकर इस आधार पर स्थानांतरण की मांग कि उनकी बड़ी बेटी वकालत में अगले साल प्रवेश करेगी. वो जिला न्यायालय और उच्च न्यायालय प्रैक्टिस के लिए आएगी. ऐसे में वो मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय में बने रहने की इच्छा नहीं रखते हैं. ऐसे में उन्हें कहीं और ट्रांसफर दे दिया जाए.
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कॉलेजियम ने माना न्यायमूर्ति का अनुरोध
कोलेजियम ने न्यायमूर्ति अतुल श्रीधरन के अनुरोध को स्वीकार कर लिया है. उनके अनुरोध और न्याय के बेहतर प्रशासन के हित को ध्यान में रखते हुए इनका तबादला जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के उच्च न्यायालय में करने की सिफारिश की है.
तीन जजों का किया गया है ट्रांसफर
बता दें पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने हाईकोर्ट के तीन जजों के ट्रांसफर की सिफारिश की थी. इसमें मद्रास हाईकोर्ट की जस्टिस वीएम वेलुमणि को कलकत्ता हाईकोर्ट में स्थानांतरित करने, पटना हाईकोर्ट के न्यायाधीश जस्टिस संजीव प्रकाश शर्मा को पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में स्थानांतरण करने और मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के न्यायाधीश जस्टिस अतुल श्रीधरन को जम्मू-कश्मीर और लद्दाख हाईकोर्ट में स्थानांतरित करने की सिफारिस की गई थी.
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तीनों पीठों में दे चुके हैं सेवाएं
जस्टिस श्रीधरन को 7 अप्रैल 2016 से मध्य प्रदेश हाईकोर्ट में पदस्थ हुए थे. पहले वो इंदौर खंडपीठ में अपनी सेवाएं दे रहे थे. उसके पाद कुछ समय के लिए वो मुख्यपीठ जबलपुर में भी पदस्थ रही. वर्तमान में वो ग्वालियर खंडपीठ में सेवा दे रहे थे.