Mangal Dosh Remedies: ज्योतिष शास्त्र की मानें तो यदि मांगलिक व्यक्ति की शादी गैर मांगलिक से होती है तो उसके वैवाहिक जीवन में कई परेशानियां आएगी. मांगलिक दोष को ऐसा दोष इतना खतरनाक होता है कि इससे व्यक्ति की अकाल मृत्यु भी हो सकती है. आइए जानते हैं मांगलिक दोष दूर करने के उपाय.
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Mangal Dosh Se Bachne Ke Upay: ज्योतिष शास्त्र की मानें तो जिस जातक की कुंडली में मांगलिक दोष होता है, उसे जीवन में कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है. ऐसे जातकों पर कर्जों का बोझ बढ़ता है और उन्हें वैवाहिक जीवन (married life) में तमाम कठिनाइयां आती है. ऐसे में यदि किसी जातक के कुंडली (kundali) में मांगलिक दोष (manglik dosh) है, जिसके चलते शादी के लिए कुंडली मिलान में दोष दिख रहा है तो आपको परेशान होने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि आज हम आपको ऐसे उपाय बता रहें, जिससे यदि लड़के या लड़की में कोई एक मांगलिक है तो भी शादी हो सकती है. आइए जानते हैं इन उपयों के बारे में...
कब होता है मांगलिक दोष
जन्म कुंडली में मंगल ग्रह जब कुंडली के पहले, चौथे, सातवें, आठवें या बारहवें भाव में स्थित होता है तो इस स्थिति में मंगल दोष बनता है. मंगल ग्रह की यह स्थिति वैवाहिक जीवन के लिए खतरनाक होती है. वहीं यदि मंगल पर किसी शुभ ग्रह की दृष्टि पड़ती है तो मंगल दोष का प्रभाव कम हो जाता है.
मांगलिक दोष से मुक्ति के उपाय
यदि आपकी कुंडली में मांगलिक दोष है तो आप नियमित स्नान करने के बाद एक माला ॐ भौमाय नम: और ॐ अं अंगारकाय नम: मंत्र का जाप करें. साथ ही मंगलवार का व्रत रखें और इस दिन सुंदरकांड का पाठ करें. मंगल दोष से मुक्ति के लिए सामर्थ्य अनुसार लाल मसूर की दाल, लाल वस्त्र का दान करें. इन उपायों को करने से कुंडली में स्थिति मंगल दोष का प्रभाव कम हो जाता है.
मांगलिक दोष में के कारण शादी में आ रही रुकावट के उपाय
यदि किसी लड़की के शादी में मांगलिक दोष के चलते व्यवधान उत्पन्न हो रहा है. उसे मांगलिक लड़का नहीं मिल रही है, तो उसकी पहली शादी मिट्टी के घड़े या पीपल के पेड़ से कर दें. इससे लड़की का मंगल दोष खत्म हो जाता है और इसके बाद उसका विवाह गैर मांगलिक से लड़के से किया जा सकता है. वहीं यदि जातक 28 वर्ष से उपर् का हो गया है तो उसके विवाह में मांगलिक दोष नहीं लगता है.
मंगल दोष के लक्षण
जिस जातक के कुंडली में मांगलिक दोष पहले भाव में होता है, पति-पत्नी में आपसी असहमति, मानसिक तनाव के साथ स्वास्थ्य ये जुड़ी दिक्कते होती हैं. जिस चौथे भाव में मंगल होने पर नौकरी या धन से जुड़ी दिक्कते होती हैं. वहीं सातवें भाव में मंगल हो तो व्यक्ति का चरित्र और स्वभाव दोनों ही अच्छा नहीं होता है. ऐसे लोग एक्स्ट्रा लव अफेयर में पड़ जाते हैं.
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(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और विभिन्न जानकारियों पर आधारित है. ZEE MEDIA इसकी पुष्टि नहीं करता है.)