कमलनाथ (kamal nath) ने पार्टी के कुछ जिला अध्यक्षों को एक जानकारी नहीं भेजने पर अल्टीमेटम दिया है. बताया जा रहा है कि दो महीने बीत जाने के बाद भी दर्जन भर से ज्यादा जिला अध्यक्षों ने यह जानकारी नहीं भेजी है. जिससे प्रदेश कांग्रेस (congress) कार्यालय की तरफ से तत्काल उन्हें यह जानकारी भेजने के निर्देश दे दिए गए हैं.
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प्रमोद शर्मा/भोपाल। मध्य प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में कमलनाथ (kamal nath) चुनाव के लिए पूरी तरह से एक्टिव नजर आ रहे हैं. वह पार्टी के एक-एक काम पर खुद नजर रख रहे हैं. अब उन्होंने कुछ जिलों के जिला अध्यक्षों को अल्टीमेटम भेजा है, क्योंकि इन जिला अध्यक्षों ने कुछ अहम जानकारी अब तक प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ को नहीं भेजी है. ऐसे में कमलनाथ ने तत्काल जानकारी भेजने के निर्देश दिए हैं.
निकाय चुनाव की जानकारी नहीं भेजी
दरअसल, मध्य प्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव पूरे हो चुके हैं. इस बार कांग्रेस का प्रदर्शन भी निकाय चुनाव में अच्छा माना जा रहा है. लेकिन प्रदेश के कुछ जिलों के कांग्रेस जिला अध्यक्षों ने अब तक निकाय चुनाव की परिणाम संबंधी जानकारी अब तक प्रदेश कांग्रेस कमेटी को नहीं भेजी है. जबकि यह जानकारी भेजना जरूरी बताया गया था. ऐसे में कमलनाथ ने इस मामले में अब जिला अध्यक्षों अल्टीमेटम दिया है.
12 से ज्यादा जिलों से नहीं आई जानकारी
बताया जा रहा है कि निकाय चुनाव की जानकारी नहीं भेजने पर कमलनाथ सख्त नजर आ रहे हैं. उन्होंने सभी जिला अध्यक्षों को अल्टीमेटम दिया है, जिसमें पीसीसी की तरफ से जिलाध्यक्षों को निकाय चुनाव परिणाम की जानकारी भेजने के निर्देश दिए गए हैं. क्योंकि चुनाव को दो महीने पूरे हो चुके हैं, लेकिन जिला कांग्रेस कमेटियों की ओर से अब तक नगरीय निकाय चुनाव के परिणाम संबंधी जानकारी प्रदेश कांग्रेस कमेटी को नहीं भेजी गई है, जबकि जिला अध्यक्षों से चुनाव को लेकर पूरी जानकारी चाहिए गए थी, बताया जा रहा है कि दर्जन भर से ज्यादा जिलों से जानकारी नहीं आई है.
जानकारी से बनेगी आगे की रणनीति
दरअसल, नगरीय निकाय चुनाव के परिणामों के आधार पर ही सभी जिलों में कांग्रेस आगामी विधानसभा चुनाव की रणनीति में बनाने की तैयारी में जुटी है. जिसके आधार पर यह पता लगाया जाएगा किस जिले में कांग्रेस कहा कमजोर है और कहा मजबूत, यही वजह है कि कांग्रेस के सभी जिला अध्यक्षों को यह जानकारी भेजना अनिवार्य थी. इसके अलावा जिस जिले की रिपोर्ट ठीक नहीं होगी वहां कांग्रेस कुछ बदलाव भी कर सकती है.
बता दें कि इस बार के नगरीय निकाय चुनाव में कांग्रेस को भी सफलता मिली है. प्रदेश के 16 नगर निगमों में से कांग्रेस के 5 महापौर चुने गए हैं, जबकि कांग्रेस ने दो निकायों में अपनी परिषद भी बनाई हैं. क्योंकि इससे पहले एक भी नगर निगम में कांग्रेस के महापौर नहीं थे. इसलिए कांग्रेस इस बार के परिणामों को अच्छा मानकर चल रही है और पार्टी अभी से विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी है.
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