युवती को बेचने जा रही एक गैंग को पुलिस ने स्मार्ट तरीके से अपनी गिरफ्त में लिया. गैंग ने लड़की को अपने एक रिश्तेदार के यहां रखा था और जब उसका सौदा हो गया तो वह युवती को बेचने जा रहे थे. ये मामला मध्य प्रदेश के बैतूल जिले का है.
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इरशाद हिंंदुस्तानी/बैतूल: औरंगाबाद की युवती को 70 हजार रुपये में बेचने वाली एक गैंग को बैतूल पुलिस ने रंगे हाथ अरेस्ट किया है. इसमें एक महिला समेत पांच लोग शामिल है. यह गैंग, युवती को देवास में बेचने की तैयारी कर रहा था. एसपी बैतूल सिमाला प्रसाद ने सोमवार को इस पूरे मामले का खुलासा किया.
रिश्तेदार के घर युवती को ठहराया
युवती को सरिता नाम की महिला बैतूल लेकर अपने एक रिश्तेदार के घर पहुंची थी. रिश्तेदार को शक हुआ तो उसने बैतूल कोतवाली पुलिस को इस पूरे मामले की जानकारी दी और उसने बताया कि युवती को देवास में बेचने की तैयारी की जा रही है और वह औरंगाबाद की रहने वाली है.
पीछा कर पुलिस ने पकड़ा
सूचना पर पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी का प्रयास किया तो पता चला कि वह लोग एक वाहन से देवास की तरफ निकल चुके हैं जिनका पीछा कर पुलिस ने उन्हें नेशनल हाईवे 59ए पर हिरासत में लिया.
5 लोगों को किया गिरफ्तार
पूछताछ में पता चला कि युवती को 70 हजार में देवास के दो लोगों को बेचा जा रहा था. मौके पर पुलिस टीम भी पहुंची जहां उसे यूपी के खरीदने वाले दो ग्राहक भी मिल गए. पुलिस ने इस मामले में 5 लोगों को गिरफ्तार किया है. युवती के परिजनों की तलाश की जा रही है.
युवती को बेचने से पहले किसी के घर रखा
दरअसल, पिछली 9 जुलाई को बैतूल के लिंक रोड निवासी अशोक मालवीय ने इस पूरे मामले की शिकायत बैतूल कोतवाली में की थी. अशोक के घर एक 25 वर्षीय युवती को लेकर पहुंची. उसकी सगी मौसी सरिता पाटीदार एक हफ्ते पहले आई थी. उसने अशोक को बताया कि युवती उसके घर काम करती है. वह उसे दो चार दिन के लिए रख ले. इस बीच वह अपनी सास का इलाज कराने जा रही है.
पुलिस ने टीम बनाकर गैंग को पकड़ा
अशोक ने युवती को अपने घर रख लिया लेकिन 6 जुलाई को वापस लौटी सरिता अपने साथ राजेश शर्मा नाम के एक व्यक्ति को लेकर पहुंच गई जिन्हें अशोक ने फोन पर युवती को 70 हजार रुपये में बेचने की बात करते सुन लिया. इस बात की शिकायत उसने पुलिस को की. इस सूचना पर पुलिस ने टीम बनाकर आरोपियों को पकड़ने का प्लान बनाया.
ऐसे पकड़े गए आरोपी
पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने की व्यूह रचना तैयार की. टीम एसडीओपी श्रृष्टि भार्गव के नेतृत्व में पहुंची तो संदेही बबलेश यादव, राजेश शर्मा सरिता पाटिल युवती कविता को एक काली गाड़ी से निकल चुके थे. पुलिस ने गाड़ी का पीछा कर झाडकुंड के पास इस वाहन को रोका और युवती समेत तीन को हिरासत में ले लिया. पूछताछ में उन्होंने बताया कि वह कविता को बेचने देवास जा रहे थे. इस पर पुलिस टीम आरोपी राजेश शर्मा को लेकर देवास पहुंची जहां पहले से ही लड़की खरीदने वाले गजराज विश्वकर्मा और पप्पु विश्वकर्मा मिले जिन्हें पुलिस कस्टडी में ले जाकर पूछताछ की गई. वहां उन्होंने जुर्म करना स्वीकार किया.
पुलिस ने इस मामले में राजेश पिता आनंदीलाल साहु (50) हाटपिपलिया देवास , सरिता पति सुरेश पाटिल निवासी बडिया मान्डु, हाटपिप्लिया देवास , गजराज पिता कालूजी विश्वकर्मा (43) देवास , पप्पू पिता कांतिलाल विश्वकर्मा (25) निवासी देवास, बबलेश पिता दुलीचंद यादव (36) निवासी टिकारी बैतूल को अरेस्ट किया है.
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